- जाते-जाते पूर्व कलेक्टर कर गए तगड़ा जुर्माना
भोपाल। पांच हजार सिलेण्डरों का हिसाब न मिल पाना, बांटे गए सिलेण्डरों की जानकारी न होना सहित अन्य गड़बडिय़ां करने वाली फोनिक्स गैस एजेंसी पर पूर्व कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने तगड़ा जुर्माना किया है। एजेंसी से जब्त किए गए सभी 545 सिलेण्डर राजसात किया गया है। इन सिलेण्डरों का मूल्य 6 लाख 88 हजार 482 रुपए है, जिन्हें राजसात की गई सामग्री के एवज में जमा कराने को कहा गया है। इधर खाद्य विभाग के अधिकारियों की माने तो इस प्रकरण में एजेंसी के संचालक पर पूर्व में ही एफआईआर हो चुकी है।
यह है मामला - गैस एजेंसियों द्वारा की जा रही घरेलू गैस सिलेण्डरों की कालाबाजारी खत्म करने तथा उपभोक्ताओं को आसानी से गैस सिलेण्डर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खाद्य विभाग ने 6 जनवरी 2012 को फोनिक्स फिनिक्स गैस एजेंसी पर छापा मारा। इंद्रपुरी स्थित इस एजेंसी पर पहुंचे जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक एचएस परमार ने 22 उपभोक्ताओं से पूछा तो इसमें से 18 ने बताया कि 8 -10 दिन पहले सिलेण्डर के लिए बुकिं ग कराई थी, लेकिन अब तक सिलेण्डर नहीं मिला। श्री परमार ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि क प्यूटर में उनकी बुकिंग के साथ उनकी डिलेवरी भी चढ़ी थी और बिल भी जारी कर दिए गए थे, लेकिन जांच में पावती नहीं मिली। इसके बाद श्री परमार ने दिसंबर व जनवरी का बुकिंग-डिलेवरी, सिलेण्डर आए व उपभोक्ताओं को दिए गए का रिकार्ड निकलवाया तो पाया कि 5005 सिलेण्डर की पावती स्लिप भी नहीं मिली। हालांकि कागजों व क प्यूटर रिकार्ड में इन सिलेण्डरों की डिलेवरी बताई गई थी। जब एजेंसी संचालक से इसके बारे में पूछा गया तो वह भी जानकारी नहीं दे सका कि यह सिलेण्डर किनको दिए गए। इस ाुलासे के बाद अधिकारियों ने एजेंसी के स ाी आंकड़ों को खंगाला तो सामने आया कि एजेंसी में 1300 उपभोक्ताओं की वेटिंग चल रही है, जबकि 17 सौ से अधिक के बिल निकाले पाए गए। श्री परमार ने बताया कि टीम कुछ सदस्यों ने एजेंसी के नीलबड़ स्थित गोदाम पर भी पहुंचे और वहां से 545 सिलेण्डर जब्त किए करते हुए एजेंसी के खिलाफ प्रकरण बनाया गया था।
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