सोमवार, 12 अगस्त 2013

5 फिल्में बनी, खाते में आए नहीं 50 हजार भी

-नगर निगम को नियम के बावजूद नहीं मिली राशि 
-निजी संस्थान के भीतर शूटिंग बता, लगाया जा रहा चूना 
भोपाल। 
बीते तीन माह में शहर में पांच फिल्में शूटिंग हुर्इं, लेकिन नगर निगम के खाते में नियम होने के बावजूद 50 हजार भी आ सके हैं। ऐसा निर्माता और निर्देशकों द्वारा इंडोर शूटिंग दिखा आउटडोर शूटिंग किया जाना है। 
शूटिंग करने के लिए नगर निगम उपभोक्ता प्रभार शुल्क वसूलता है। यह नियम नगर निगम ने 10 मार्च को एमआईसी की बैठक में लागू किया था। हालांकि इसके लागू होने के बाद करीब आधा दर्जन फिल्म और दर्जन भर से अधिक टीवी सीरियल की शूटिंग हो चुकी है। दूसरा निगम कर्मचारियों द्वारा छवि निर्माण को लेकर मॉनिटरिंग नहीं किया जाना है, ऐसे में राजस्व का नुकासान होना लाजमी है। 

-यह था प्रस्ताव
10 मार्च को एमआईसी बैठक में प्रस्ताव लाया गया था। सदस्यों ने कहा था, शहर में फिल्म व टीवी सीरियल की शूटिंग सार्वजनिक स्थान पर होने स्थानीय विकास शुल्क वसूला जाना चाहिए। इस राशि का उपयोग शहर के विकास में किया जाएगा। बैठक में सदस्यों ने कहा था, शूटिंग के लिए पर्यटन विभाग और अन्य विभाग टैक्स ले रहे हैं, लेकिन इस राजस्व की प्राप्ति नगर निगम को नहीं हो रही है। इसके बाद प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया कि अगर किसी फिल्म की शूटिंग किसी निजी संस्थान में भीतर की जाती है तो टैक्स नहीं लिया जाएगा। साथ ही इस बात का भी उल्लेख किया था कि निगम इस टैक्स के बदले निर्माताओं को सुविधाएं भी दी जाएंगी। 

-जारी है शूटिंग 
शहर के कई इलाकों में शूटिंग जारी है। चौक-चौराहे से लेकर आॅफिस और प्रतिष्ठान में यूनिटें जमी हैं। नगर निगम को फिर भी टैक्स नहीं मिल पा रहा है। जानकारों की मानें तो निर्माता-निर्देशकों ने इस नियम का तोड़ निकाल लिया है। वह निजी संस्थान में शूटिंग करने की परमीशन ले रहे हैं और इंडोर के साथ आउटडोर शूटिंग भी कर रहे हैं। मार्च में नियम बनने के बाद इन तीन माह में केवल 48 हजार रुपए ही खाते में आ सके हैं। 

-आकृषित करता है भोपाल 
भोपाल का बड़ा तालाब, कश्मीर की डल झील सी दिखती है। वहीं वीआईपी रोड से इसका नजारा वादियों से घिरा होने से किसी विदेशी स्थान जैसा प्रतीत होता है। साथ ही छोटी झील, केरवा डेम, इस्लाम नगर, वोट क्लब, कोहेफिजा, गौहर महल, इकबाल मैदान, सदर मंजिल, शौकत महल, नूर-उस-सबा, मोती मस्जिद, ताजुल मसाजिद, भारत भवन, चिकलौद सहित कई ऐसे स्थान हैं जहां लगातार शूटिंग का दौर जारी रहता है। 

-तीन माह में इनकी शूटिंग
- बाबूजी एक टिकट 
- चोर बाजारी
- वाह ताज
- सीरियल्स
- एॅड फिल्मस 

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