शहर के 22 तीर्थयात्री मृत घोषित
-जिला प्रशासन ने बांटना शुरू की परिजनों को राशि
भोपाल।
जिला प्रशासन ने उत्तराखंड में आई भीषण बाढ़ में लापता हुए राजधानी के 22 तीर्थयात्रियों को मृत मान लिया है। राजस्व अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। इसके बाद अब उनके परिजनों को दो-दो लाख रुपए की राहत राशि वितरित करना शुरू कर दी है। 10 से अधिक तीर्थयात्रियों के परिजनों को यह राशि चैक के जरिए सौंप दी है।
एक राजस्व अधिकारी ने बताया, सर्वे और गुमशुदा लोगों की पुष्टि करने के लिए खासी दिक्कते हुई हैं। कई तीर्थयात्रियों के परिजनों ने पूर्ण दस्तावेज नहीं दिए हैं तो कई ने केवल मृत होने की सूचना भर दी है। इसके बाद उनके निज निवास से दस्तावेजों और प्रमाणों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है। रिपोर्ट के आधार पर इन्हें यह राशि दी जा रही है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में 16 जून को बाढ़ ने जो कहर बरपाया था। इसमें देश के सैकड़ों लोग मारे गए तथा हजारों लापता हो गए। इसमें राजधानी भोपाल के 26 तीर्थयात्री शामिल थे। 26 में से 4 की मृत्यु की पुष्टि 22 जून तक हो चुकी थी, जबकि 22 तीथर्यात्रियों के लापता होने की पूर्ण पुष्टि 10 जुलाई तक हो सकी।
इस बीच लापता लोगों को ढूंढने के लिए आर्मी सहित सभी राज्यों की प्रदेश सरकार का सहायता दल भी जुटा रहा। जब महामारी व बीमारियां फैलने का ातरा बढ़ गया तो उत्तराखंड सरकार ने इस बीच घोषणा की कि जो यात्री एक माह तक नहीं मिलेगा उसको म़ृतक मान लिया जाएगा और राहत राशि उनके परिजनों को प्रदान कर दी जाएगी। इधर प्रदेश के तीथर्यात्रियों की सुरक्षा की चिंता में डूबे प्रदेश के मु यमंत्री ने भी मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपए राहत राशि देने की बात कही। आपता आने की तिथि से लेकर 16 जुलाई को सभी लापता यात्रियों को एक माह पूर्ण हो गया, लेकिन उनका कहीं अता पता नहीं चला तो प्रदेश शासन ने उनकी मृत्यु की पुष्टि करने के लिए एक सर्कुलर जारी कर राहत राशि वितरण का काम प्रदेश के स ाी जिलों के कलेक्टर को निर्देशित किया। इसका पालन करते हुए ोपाल के कलेक्टर निशांत वरवड़े ने लापता तीथर्यात्रियों की मृत्यु की पुष्टि के बाद राहत राशि वितरण की कारर्वाई शुरू कर दी। अब तक 10 से अधिक तीथर्यात्रियों के परिजनों को यह राशि प्रदान की जा चुकी है।
-इनकी हुई मौत की पुष्टि
- भीष्म सोनवानी, लक्ष्मी सोनवानी, मनोज सोनवानी, आशीष सोनवानी, निवासी179 दुर्गेश विहार जेके रोड भोपाल।
- आरके सिंह, सुमन सिंह, दीक्षा सिंह, निवासी अपेक्स बैंक कालोनी, ई-5 एफ-27 अरेरा कालोनी भोपाल।
- इंदु गुप्ता, निवासी बी- 276 मिनाल रेसीडेंसी जेके रोड भोपाल ।
- आनंद श्रीवास्तव, उषा किरण श्रीवास्तव, विमल राय श्रीवास्तव, मीनू श्रीवास्तव, अरूणा राजेश खरे, रौनक खरे निवासी चौकदारपुरा तलैया, भोपाल।
- नीरजा बिसारिया, निवासी - 62 कान्हा निरूपम टॉवर मालवीय नगर, भोपाल।
- अनिल कुमार ठाकुर, सोनमनी ठाकुर निवासी सी-10 देवधर बिल्डिंग, भोपाल ।
- राम अवध मौर्य , श्यामा मौर्य, निवासी- प्रियदशिर्नी नगर भोपाल
- रमेश चंद्र भारती, निवासी- 42 कपिला नगर, विश्वकर्मा नगर के पास, बैरसिया रोड भोपाल ।
- निरजा बिसारिया, निवासी 62-निरूपम टॉवर मालवीय नगर भोपाल।
- मुज फर उद्दीन, निवासी - म.नं. 4 बाग फरहजअ जा भोपाल।
-इनकी मृत्यु की पहले ही हो चुकी है पुष्टि -
- मनोरमा शर्मा व मिथलेश तिवारी निवासीं करोंद
- क मो बाई व पावर्ती बाई निवासी तहसील बैरसिया
-जिला प्रशासन ने बांटना शुरू की परिजनों को राशि
भोपाल।
जिला प्रशासन ने उत्तराखंड में आई भीषण बाढ़ में लापता हुए राजधानी के 22 तीर्थयात्रियों को मृत मान लिया है। राजस्व अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। इसके बाद अब उनके परिजनों को दो-दो लाख रुपए की राहत राशि वितरित करना शुरू कर दी है। 10 से अधिक तीर्थयात्रियों के परिजनों को यह राशि चैक के जरिए सौंप दी है।
एक राजस्व अधिकारी ने बताया, सर्वे और गुमशुदा लोगों की पुष्टि करने के लिए खासी दिक्कते हुई हैं। कई तीर्थयात्रियों के परिजनों ने पूर्ण दस्तावेज नहीं दिए हैं तो कई ने केवल मृत होने की सूचना भर दी है। इसके बाद उनके निज निवास से दस्तावेजों और प्रमाणों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है। रिपोर्ट के आधार पर इन्हें यह राशि दी जा रही है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में 16 जून को बाढ़ ने जो कहर बरपाया था। इसमें देश के सैकड़ों लोग मारे गए तथा हजारों लापता हो गए। इसमें राजधानी भोपाल के 26 तीर्थयात्री शामिल थे। 26 में से 4 की मृत्यु की पुष्टि 22 जून तक हो चुकी थी, जबकि 22 तीथर्यात्रियों के लापता होने की पूर्ण पुष्टि 10 जुलाई तक हो सकी।
इस बीच लापता लोगों को ढूंढने के लिए आर्मी सहित सभी राज्यों की प्रदेश सरकार का सहायता दल भी जुटा रहा। जब महामारी व बीमारियां फैलने का ातरा बढ़ गया तो उत्तराखंड सरकार ने इस बीच घोषणा की कि जो यात्री एक माह तक नहीं मिलेगा उसको म़ृतक मान लिया जाएगा और राहत राशि उनके परिजनों को प्रदान कर दी जाएगी। इधर प्रदेश के तीथर्यात्रियों की सुरक्षा की चिंता में डूबे प्रदेश के मु यमंत्री ने भी मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपए राहत राशि देने की बात कही। आपता आने की तिथि से लेकर 16 जुलाई को सभी लापता यात्रियों को एक माह पूर्ण हो गया, लेकिन उनका कहीं अता पता नहीं चला तो प्रदेश शासन ने उनकी मृत्यु की पुष्टि करने के लिए एक सर्कुलर जारी कर राहत राशि वितरण का काम प्रदेश के स ाी जिलों के कलेक्टर को निर्देशित किया। इसका पालन करते हुए ोपाल के कलेक्टर निशांत वरवड़े ने लापता तीथर्यात्रियों की मृत्यु की पुष्टि के बाद राहत राशि वितरण की कारर्वाई शुरू कर दी। अब तक 10 से अधिक तीथर्यात्रियों के परिजनों को यह राशि प्रदान की जा चुकी है।
-इनकी हुई मौत की पुष्टि
- भीष्म सोनवानी, लक्ष्मी सोनवानी, मनोज सोनवानी, आशीष सोनवानी, निवासी179 दुर्गेश विहार जेके रोड भोपाल।
- आरके सिंह, सुमन सिंह, दीक्षा सिंह, निवासी अपेक्स बैंक कालोनी, ई-5 एफ-27 अरेरा कालोनी भोपाल।
- इंदु गुप्ता, निवासी बी- 276 मिनाल रेसीडेंसी जेके रोड भोपाल ।
- आनंद श्रीवास्तव, उषा किरण श्रीवास्तव, विमल राय श्रीवास्तव, मीनू श्रीवास्तव, अरूणा राजेश खरे, रौनक खरे निवासी चौकदारपुरा तलैया, भोपाल।
- नीरजा बिसारिया, निवासी - 62 कान्हा निरूपम टॉवर मालवीय नगर, भोपाल।
- अनिल कुमार ठाकुर, सोनमनी ठाकुर निवासी सी-10 देवधर बिल्डिंग, भोपाल ।
- राम अवध मौर्य , श्यामा मौर्य, निवासी- प्रियदशिर्नी नगर भोपाल
- रमेश चंद्र भारती, निवासी- 42 कपिला नगर, विश्वकर्मा नगर के पास, बैरसिया रोड भोपाल ।
- निरजा बिसारिया, निवासी 62-निरूपम टॉवर मालवीय नगर भोपाल।
- मुज फर उद्दीन, निवासी - म.नं. 4 बाग फरहजअ जा भोपाल।
-इनकी मृत्यु की पहले ही हो चुकी है पुष्टि -
- मनोरमा शर्मा व मिथलेश तिवारी निवासीं करोंद
- क मो बाई व पावर्ती बाई निवासी तहसील बैरसिया
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