- 5000 के स्टॉम्पों से चल रहा था काम
भोपाल।
शहर में चल रहा बड़े स्टॉम्पों का टोटा सोमवार को खत्म हो जाएगा। जिला कोषालय ने बड़े स्टॉम्प मांगा लिए हैं। यह सोमवार से स्टॉम्प वेंडरों को स्टॉम्प जारी करेगा। बड़े स्टॉम्पों के आने के बाद से रजिस्ट्रियां तेजी से होंगी।
कोषालय से वेंडरों को 10 से 25 हजार तक के स्टॉम्प मिलेंगे। इन्हीं स्टॉम्पों की अधिक डिमांड भी है। उल्लेखनीय है कि भोपाल जिले के कोषालय में 10, 15, 20 व 25 हजार रुपए के नॉन ज्यूडिशियल स्टॉम्प जून माह में खत्म हो गए थे। इसके बाद से जमीनों की रजिस्ट्रियां होना कम हो गया था। दूसरी ओर स्टॉम्प वेंडरों ने भी चालान कोषालय में लगाना बंद कर दिया था। आईजी पंजीयन ने इंदौर ट्रेजरी आफिसर को नासिक भेजकर बड़े स्टॉम्प लाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद इंदौर से गए अधिकारी जुलाई माह के अंत में बड़े स्टॉम्प लेकर इंदौर पहुंचे। इसके साथ ही भोपाल भी स्टॉम्प भेजे गए हैं।
-गड़बड़ाया गणित
बीत छह माह में बड़े स्टॉम्प खत्म होने की स्थिति तीसरी बार बनी है। फरवरी में पहली बार ऐसा हुआ। इसके बाद मार्च में ऐसी स्थिति दो बार बनी। मार्च में सबसे ज्यादा जमीन की रजिस्ट्रियां होने से गणित गड़बड़ाया था। इसके बाद अप्रैल में फिर स्टॉम्प खत्म हुए। इसके बाद फिर जून माह में यही स्थिति निर्मित हुई।
-ये बचे थे केवल
50, 100, 500, 1000 व 5000 रुपए के स्टॉम्प।
-वर्जन
जिला कोषालय से सोमवार को स्टॉम्प वेंडरों को स्टॉप दिए जाएंगे। नासिक से बड़े स्टॉम्प आ गए हैं।
एनएस तोमर, वरिष्ठ जिला पंजीयक
भोपाल।
शहर में चल रहा बड़े स्टॉम्पों का टोटा सोमवार को खत्म हो जाएगा। जिला कोषालय ने बड़े स्टॉम्प मांगा लिए हैं। यह सोमवार से स्टॉम्प वेंडरों को स्टॉम्प जारी करेगा। बड़े स्टॉम्पों के आने के बाद से रजिस्ट्रियां तेजी से होंगी।
कोषालय से वेंडरों को 10 से 25 हजार तक के स्टॉम्प मिलेंगे। इन्हीं स्टॉम्पों की अधिक डिमांड भी है। उल्लेखनीय है कि भोपाल जिले के कोषालय में 10, 15, 20 व 25 हजार रुपए के नॉन ज्यूडिशियल स्टॉम्प जून माह में खत्म हो गए थे। इसके बाद से जमीनों की रजिस्ट्रियां होना कम हो गया था। दूसरी ओर स्टॉम्प वेंडरों ने भी चालान कोषालय में लगाना बंद कर दिया था। आईजी पंजीयन ने इंदौर ट्रेजरी आफिसर को नासिक भेजकर बड़े स्टॉम्प लाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद इंदौर से गए अधिकारी जुलाई माह के अंत में बड़े स्टॉम्प लेकर इंदौर पहुंचे। इसके साथ ही भोपाल भी स्टॉम्प भेजे गए हैं।
-गड़बड़ाया गणित
बीत छह माह में बड़े स्टॉम्प खत्म होने की स्थिति तीसरी बार बनी है। फरवरी में पहली बार ऐसा हुआ। इसके बाद मार्च में ऐसी स्थिति दो बार बनी। मार्च में सबसे ज्यादा जमीन की रजिस्ट्रियां होने से गणित गड़बड़ाया था। इसके बाद अप्रैल में फिर स्टॉम्प खत्म हुए। इसके बाद फिर जून माह में यही स्थिति निर्मित हुई।
-ये बचे थे केवल
50, 100, 500, 1000 व 5000 रुपए के स्टॉम्प।
-वर्जन
जिला कोषालय से सोमवार को स्टॉम्प वेंडरों को स्टॉप दिए जाएंगे। नासिक से बड़े स्टॉम्प आ गए हैं।
एनएस तोमर, वरिष्ठ जिला पंजीयक
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