सोमवार, 19 अगस्त 2013

एक बूथ पर 1500 नहीं 1400 होंगे मतदाता

-निर्वाचन आयोग ने घटाई वोटरों की संख्या 
-शहरी क्षेत्र में बदलाव, गांव-देहात जसके तस 
भोपाल। 
मुख्य निर्वाचन आयोग ने बूथ वाइस मतदाताओं की संख्या निर्धारित कर दी है। प्रत्येक मतदान केंद्र पर अब 1500 के स्थान पर अधिकतम 1400 ही मतदाता होंगे। इसी बूथ का कोई वोटर है तो उसे नवीन केंद्र में शिफ्ट किया जाएगा। 
इससे पहले मतदाता पुनरीक्षण अभियान में 40 ऐसे केंद्र सामने आए थे, जिनमें 1500 से अधिक मतदाता थे। इन्हें कम अथवा नवीन उपमतदान केंद्र बनाने को लेकर जिला निर्वाचन शाखा ने कदम उठाया ही था कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी की तरफ से आदेश मिला कि एक मतकेंद्र पर अधिकतम 1400 मतदाता रखे जाएं। आयोग ने यह बदलाव शहरी मत केंद्रों में किया है। गांव-देहात के मतदान केंद्रों को यथावत रखा गया है। 
-इसलिए लिए लिया निर्णय 
आयोग में उच्च पदस्थ अधिकारियों की माने तो प्रदेश के पुलिस और प्रशासन के जिला स्तर पर मौजूद बल   और व्यवस्था को देख यह निर्णय लिया है। दूसरी ओर विधानसभा चुनाव में व्यवस्थाओं और चौकसी को लेकर बीते दिनों कलेक्टर कार्यालय में एक बैठक भी हुई। इसमें रिटर्निंग व सहायक रिटर्निंग आॅफिसर को उपजिला निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी। इसी में ऐसे बूथों की जांच करने को कहा जहां 1400 से अधिक मतदाता हैं। इन केंद्रों में शिफ्टिंग को लेकर क्या प्लानिंग की गई इस संबंध में 24 अगस्त को अगली बैठक बुलाई गई है। इसी के तहत रविवार को अधिकारियों ने वार्ड के हिसाब से जानकारी ली। 

-गांव-देहात में यथावत 
आयोग ने शहर में पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की संख्या घटाकर 1500 से 1400 कर दी है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के एक बूथ पर 1200 मतदाता की संख्या रखी है। यह पूर्व की तरह ही है। 

...तो बढ़ेंगे बूथ 
राजधानी में फिलहाल 1677 पोलिंग बूथ हैं। इनमें 40 बूथ ऐसे हैं जहां 1500 से अधिक मतदाता हैं। आयोग ने शहरी क्षेत्र में प्रत्येक केंद्र पर 1400 की लिमिट तय कर दी है। ऐसे में 50 से अधिक बूथ बनाए जाने की संभावना है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह उपमतदान केंद्र होंगे या नवीन मतदान केंद्र। कुछ एक अधिकारियों की माने तो यह संख्या 1400 या 1430 मतदाता तक रखी जा सकती है। 

-जर्जर भवन नहीं होंगे केंद्र 
उप जिला निर्वाचन शाखा ने जिले में ऐसे करीब सवा सौ मतदाता केंद्र चिन्हित किए हैं। जो पूरी तरह जर्जर हैं। इन्हें इस बार केंद्र नहीं बनाया जाएगा। इसके लिए उपजिला निर्वाचन शाखा ने सभी रिटर्निंग व सहायक रिटर्निंग आॅफिसरों को निर्देशित किया है कि वह नवीन स्थानों का चयन करें। 

-क्रिटिकल भी होंगे केंद्र 
ऐसे केंद्र जहां 75 प्रतिशत से अधिक मत पड़े हैं। उन केंद्रों को मुख्य निर्वाचन आयोग क्रिटिकल श्रेणी में रखेगा। इन बूथों पर पड़ने वाले मतों को बढ़ी सावधानी से गिना जाएगा। इन बूथों का चयन मत पड़ने की संख्या के आधार ही लगा लिया जाएगा। 

-24 को अगली बैठक 
जिले में चुनाव को लेकर क्या व्यवस्था की गई है और कहां मजबूती लाने की जरूरत है। इसको लेकर बैठक आयोजित की गई थी। शहर में बूथ के हिसाब से मतदाताओं की संख्या निश्चित करने को कहा गया है। यह आयोग के निर्देश पर किया है। साथ ही अन्य विषयों पर भी चर्चा की गई। अगली बैठक 24 अगस्त को होगी। 
अक्षय सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी भोपाल 

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