नीलबड में किसानों की बैठक के बाद बांटी गई मिठाई
भोपाल ..
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राजधानी के आस पास के गांवों की जमीन की रजिस्ट्रिी पर लगी रोक को हाईकोर्ट द्वारा हटाने पर किसानों में जश्न का माहौल है। किसानों ने इसे राजधानी के समग्र विकास की दिशा में मील का पत्थर बताते हुए गांवों को नगर निगम सीमा में शामिल किए जाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई है।
नीलबड़ में मंगलवार को आस पास के करीब 50 गांवों के किसान जुटे और जमीन की रजिस्ट्री और नामांतरण आदि पर लगी रोक को हाईकोर्ट से हटाने का स्वागत किया। इस मौके पर किसानों ने मिठाई बांटी और आपस में एक दूसरे को बधाई दी। किसानों का कहना है कि गांवों की जो जमीन कृषि योग्य नहीं होकर बंजर है, ऐसी जमीन के आवासीय घोषित होने के बाद किसान प्लाट बनाकर या एकमुश्त बेचना चाहते हैं। बावजूद इसके बेचने पर रोक होने से बेटियों की शादी और गंभीर बीमारियों का इलाज तक नहीं करवा पा रहे थे। बैठक में कई सरपंच और पंच के साथ ही प्रभावशाली किसानों ने शिरकत की। बैठक में तय किया गया कि जमीन को आवासीय घोषित करवाने और नगर निगम सीमा में शामिल करवाने की मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव रामस्वरुप सिंह यादव, अवधनारायण कुशवाहा, दिलीप सिंह ठाकुर, सपा नेता रामस्वरुप यादव गुड्डू विश्वकर्मा, दिलीप सिंह जादौन, योगेश कुशवाहा, ददन सिंह यादव, परशुराम, भगवत सिंह, फूल सिंह तोमर, मोतीलाल नागर और कल्लू अहिरवार सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे।
नीलबड़ में मंगलवार को आस पास के करीब 50 गांवों के किसान जुटे और जमीन की रजिस्ट्री और नामांतरण आदि पर लगी रोक को हाईकोर्ट से हटाने का स्वागत किया। इस मौके पर किसानों ने मिठाई बांटी और आपस में एक दूसरे को बधाई दी। किसानों का कहना है कि गांवों की जो जमीन कृषि योग्य नहीं होकर बंजर है, ऐसी जमीन के आवासीय घोषित होने के बाद किसान प्लाट बनाकर या एकमुश्त बेचना चाहते हैं। बावजूद इसके बेचने पर रोक होने से बेटियों की शादी और गंभीर बीमारियों का इलाज तक नहीं करवा पा रहे थे। बैठक में कई सरपंच और पंच के साथ ही प्रभावशाली किसानों ने शिरकत की। बैठक में तय किया गया कि जमीन को आवासीय घोषित करवाने और नगर निगम सीमा में शामिल करवाने की मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव रामस्वरुप सिंह यादव, अवधनारायण कुशवाहा, दिलीप सिंह ठाकुर, सपा नेता रामस्वरुप यादव गुड्डू विश्वकर्मा, दिलीप सिंह जादौन, योगेश कुशवाहा, ददन सिंह यादव, परशुराम, भगवत सिंह, फूल सिंह तोमर, मोतीलाल नागर और कल्लू अहिरवार सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे।
इन गांवों को मिलेगा फायदा
बरखेड़ा नाथू, मुगालिया छाप, बेरखेड़ी बाज्याप्त, कुशलपुरा, लखापुर, र्इंटखेड़ी, सरवर, सेमली, खोकडिया, टीला खेडी, नांदनी, कैकडिया, भानपुर, अमरपुरा, सम्मतपुरा, आंवलाखेड़ा, छोटी झागरिया, कलखेड़ा, खोरी, फंदा, खजूरी, बोरखेड़ी, जाटखेडी, पिपलिया, खरपा खरपी, मिंडोरा, मिंडोरी, आमला, सम्मसगढ़, बकानिया, धमनिया, डोबरा, सिकंदराबाद, रसूलिया, नरेला, मूड़ला, बड़झिरी आदि गांव।
सपा की सदस्यता ली किसानों ने
कई किसानों ने इस मौके पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव रामस्वरुप यादव का आभार जताते हुए आभार जताया। किसानों ने कहा कि राजधानी के आस पास के 50 गांवों की जमीन को नगर निगम सीमा में शामिल करवाने के साथ ही आवासीय घोषित करवाने के लिए समाजवादी पार्टी लंबे समय से आंदोलन चला रही है। इस मौके पर सपा के प्रदेश सचिव रामस्वरुप यादव ने कहाकि, भूमाफिया और राजनीतिक गठजोड के चलते नगर निगम सीमा में शामिल नहीं किया जा रहा है। यादव ने कहा कि 50 गांवों के नगर निगम सीमा में शामिल होने से किसानों और मकान बनाने वालों को फायदा होगा। सस्ते प्लॉट और मकान मिलने लगेंगे। भोपाल का विस्तार गांवों तक हो चुका है, लेकिन अभी भी पंचायत क्षेत्र होने से विकास तेज गति से नहीं हो पा रहा है। यादव ने कहा कि गांवों को नगर निगम सीमा में शामिल करवाने के लिए आंदोलन तेज किया जाएगा।
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