- कलेक्टर जनसुनवाई में मधु शर्मा ने की शिकायत
- कलेक्टर ने तहसीलदार के बाद डीआईजी/एसएसपी को भेजा जांच के लिए आवेदन
भोपाल। राजधानी के तहसील हुजूर कार्यालय परिसर में थाना कोहेफिजा और शाहजहांनाबाद का हिस्ट्रीशीटर अजय उर्फ भूरा कुछ कमर्चारियों की मदद से शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर चाय की दुकान चला रहा है। इस दुकान की आड़ वह जुआ-सट्टा भी खिलाता है। इस कारण दुकान के आसपास असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। इस मामले की शिकायत की गई तो हिस्ट्रीशीटर जान से मारने की धमकी दे रहा है।
यह शिकायत मंगलवार को कलेक्अर जनसुनवाई में राजधानी निवासी मधु शर्मा ने की। उन्होंने कलेक्टर अपने शिकायती आवेदन के माध्यम से बताया कि 6 जुलाई को जनसुनवाई में आवेदन किया था। उसमें भी यही जानकारी दी गई थी तथा हिस्ट्रीशीटर को वहां से हटाने की मांग की गई थी। इस मामले में कमिश्रर भोपाल ने भी संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे, लेकिन हैरानी यह है कि इस आदेश का पालन अब तक नहीं किया गया है। मधु शर्मा ने बताया कि अब हिस्ट्रीशीटर की हि मत इतनी बढ़ गई है कि वह मुझे भी जान से मारने धमकी देकर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहा है। इधर कलेक्टर निशांत वरवड़े ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी/एसएसपी को मामले की जांच करने को कहा। यहां विचारणीय तथ्य यह है कि जब तहसीलदार को पहले कमिश्नर भोपाल दुकान हटाने के आदेश कर चुके हैं तो उसके बाद डीआईजी व एसएसपी को मामले की जांच करने के निर्देश क्यों दिए जा रहे हैं?
कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में कुल 80 आवेदन प्राप्त हुए। कान्हा कुंज कालोनी समिति कोलार के सदस्य बीएस मलिक ने अपने शिकायती आवेदन में बताया कि नगरपालिका कोलार ने अधूरे विकास कार्यों का अनुमानित व्यय लगभग 40 लाख बनाकर एसडीएम को भेजा जा चुका है। बावजूद इसके कालोनाइजर वह राशि जमा नहीं कर रहा है। इससे कालोनी के विकास कार्य अधूरे पड़े हुए है। दो वर्षों से स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हुई है। यहीं नहीं,कालोनाइजर के इशारे पर कुछ कालोनीवासियों द्वारा जलप्रदाय के नाम पर मनमानी वसूली की जा रही है। इधर पैसा जमा नहीं करने की सूरत में कालोनाइजर की बिना बिकी संपत्ति भी नगरपालिका द्वारा चिन्हित कर ली गई है। एसडीएम द्वारा इस आशय का पत्र कालोनाइजर को भेजा जा चुका है कि वह नपा द्वारा बताई गई अनुमानित राशि जमा करे अन्यथा बिना बिके भूखंड को राजसात कर कालोनी के अधूरे विकास कार्यों को नगरपालिका द्वारा पूरा करवाया जाएगा। बावजूद इसके कालोनाइजर द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। इस पर एडीएम बंसत कुर्रे ने एसडीएम हुजूर को जांच के निर्देश दिए हैं। इधर शाहपुरा निवासी एसजी वाधवानी ने अपने आवेदन में शिकायत की कि उनका गैस कनेक्शन नेनिका इंटरप्राइजेज गैस एजेंसी में है। एजेंसी में लिपिकीय त्रुटि के कारण उनका नाम एसजी वाधवानी के बजाय एससी वाधवानी दर्ज हो गया। फलस्वरूप एजेंसी द्वारा तीन महीने से न तो उनका सिलेंडर बुक किया जा रहा है और न तो सिलेंडर की सप्लाई ही की जा रही है। जिससे उनको मानसिक व शारीरिक कष्ट हो रहा है।
उचित प्लेटफार्म पर करें शिकायत -
कलेक्टर जनसुनवाई में करीब 10 से अधिक शिक्षक एक अन्य शिक्षक की शिकायत लेकर पहुंचे। उनकी शिकायत को सुनने के बाद कलेक्टर ने उनके द्वारा दिए आवेदन को टीएल में शामिल कर लिया, लेकिन साथ ही उन्होंने सभी शिक्षकों को समझाईश दी कि जनसुनवाई शासकीय कमर्चारियों के लिए कोई उचित प्लेटफार्म नहीं है। इसके लिए विभागीय अधिकारी से शिकायत का जो उचित प्लेटफार्म हैं, उसे ही अपनाना होगा। जनसुनवाई में आम जनता की समस्याओं को सुना जाता है, जिनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
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