बुधवार, 14 अगस्त 2013

को-आॅपरेटिव वसूली में भोपाल अव्वल

-तहसीलदार चंद्रशेखर ब्रिस्क वसूली में आगे 
-मुकुल गुप्ता ने वसूले 6.50 करोड़ 
भोपाल। 
भोपाल जिला क्रमश: तीसरी साल भी को-आॅपरेटिव बैंक (क्रिस) की वसूली में अव्वल रहा है। हुजूर तहसीलदार चंद्रशेखर श्रीवास्तव ब्रिस्क वसूली में आगे रहे हैं। वहीं गोविंदपुरा तहसीलदार मुकुल गुप्ता ने क्रिस वसूली में सबसे अधिक 6.50 करोड़ रुपए की वसूली की है। 
यह बीते साल की वसूली से डेढ़ करोड़ कम है, लेकिन उनकी वसूली का आंकड़ा पिछले 14 वर्षों में भोपाल की कुल क्रिस वसूली का 4/5 है। साथ ही तहसीलदार श्री गुप्ता ब्रिस्क तथा क्रिय की कुल वसूली में भी अन्य तहसीलदार व नायब तहसीलदारों से आगे हैं। बीते तीन सालों में श्री गुप्ता ने क्रमश: 2010-11 में 4.98 करोड़, 2011-12 में 8.10 करोड़ व 2012-13 में  7.20 करोड़ रुपए की वसूली बैंक को करके दी है। राज्य शासन ने इस बार भोपाल जिले के इन अधिकारियों को 19 करोड़ रुपए वसूली का लक्ष्य दिया था। दिए गए लक्ष्य से भी अधिक राशि की वसूली की गई। 

...और यहां चंद्रशेखर आगे 
तहसीलदार चंद्रशेखर श्रीवास्तव अकेले ब्रिस्क की वसूली अव्वल रहे हैं। उन्होंने साढ़े चार करोड़ रुपए की वसूली की है, जिसके चलते वह सबसे आगे हैं। ब्रिस्क व क्रिस की अव्वल वसूली करने वाले इन तहसीलदारों को मंगलवार को वसूली गई राशि के एक प्रतिशत का चेक दिया गया। 

-गुप्ता को मिले साढ़े पांच लाख 
तहसीलदार श्री गुप्ता वसूली के लिए कुल राशि का एक प्रतिशत यानी साढ़े 5 लाख का चेक अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे ने दिया। इसी प्रकार चंद्रशेखर को साढ़े चार लाख का चेक दिया गया। साथ ही अन्य तहसीलदार व नायब तहसीलदारों को उनकी राशि के हिसाब के अनुसार चेक दिए गए। उल्लेखनीय है कि तहसीलदार व नायब तहसीलदारों को बैंक की राशियों की वसूली के लिए एक प्रतिशत राशि इंसेंटिव के रूप में दी जाती है। 


क्रिस वसूली एक नजर में 
 तहसीलदार    - लक्ष्य    - कुल वसूली 
 मुकुल गुप्ता    - 8 करोड़    - 6.50 करोड़ 

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