-निर्वाचन आयोग से मिली मंजूरी, रेंडमाईजेशन की तैयारी शुरू
भोपाल।
जिले की सात विधानसभा सीटों पर 8 नए सहायक मतदान केंद्र खोले जा रहे हैं। ऐसा जिले में लगातार मतदाता परिचय-पत्रों की संख्या में हो रहे इजाफे के चलते हुए हैं। मुख्य निर्वाचन आयोग ने नवीन केंद्रों को अनुमति दे दी है।
इसी के साथ जिले के मतकेंद्रों की संख्या 1685 हो गई है। पहले यह सातों सीटों पर कुल 1677 पोलिंग बूथ संचालित थे। यह वह मतदान केंद्र हैं जहां पर 2000 से भी अधिक मतदाता हैं। पूर्व में 2 हजार मतदाता होने पर केंद्र अलग किया जा रहा था। इधर उप जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय सिंह ने बताया, नवीन सहायक केंद्रों की स्वीकृति टेलीफोनिक मिली है। कहां कितने मतदाता हैं इस बारे में जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं की गई है।
-फिर से रेंडमाईजेशन
जिला निर्वाचन शाखा जिले में बढ़ाए गए आठ सहायक केंद्रों की व्यवस्था करने में जुट गया है। अक्षय सिंह ने बताया, इसके बाद फिर से ईवीएम मशीनों का रेंडमाईजेशन किया जाएगा। किस विधानसभा में कितने पोलिंग बूथ रखने हैं। इसके आंकलन के बाद ही रेंडमाईजेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
-दलों का होगा गठन
सातों विधानसभा सीटों के इन सहायक मतदान केंद्रों पर मतगणना कराने के लिए मतदान दलों की भी नियुक्ति की जाएगी। यह काम जल्द शुरू होगा। इसमें अतिरिक्त रखे गए अधिकारी-कर्मचारियों को लिया जाएगा। दूसरी ओर जहां बूथ बनेंगे, वहां तक पहुंच मार्ग आदि के नक्शे, चार्ट, आब्जर्वर आदि की नियुक्ति किया जाना सुनिश्चित हो गया है।
-ताकी न हो एक केंद्र पर भीड़
मुख्य निर्वाचन आयोग द्वारा नवीन सहायक मतदान केंद्र खोले को हरी झंडी केंद्रों पर बढ़ रही भीड़ को देखते हुए दी। जिले से करीब 29 सहायक मतदान केंद्र खोलने के लिए मुख्य निर्वाचन आयोग को पत्र भेजा था। पत्र में उल्लेख किया गया था, इन 29 केंद्रों पर 1500 से अधिक मतदाता हैं। आयोग ने इन सभी केंद्रों व उनकी लोकेशनों को ध्यान देख 2000 से अधिक मतदाता वाले केंद्रों की भीड़ कम करने आठ सहायक मतदान केंद्रों की स्वीकृति प्रदान की।
-वर्जन
मुख्य निर्वाचन आयोग से जिले में 8 सहायक मतदान केंद्र खोले जाने के लिए टेलिफोनिक निर्देश मिल गए हैं। जल्द मतदाताओं की संख्या के आधार केंद्र खोले जाएंगे।
अक्षय सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी
भोपाल।
जिले की सात विधानसभा सीटों पर 8 नए सहायक मतदान केंद्र खोले जा रहे हैं। ऐसा जिले में लगातार मतदाता परिचय-पत्रों की संख्या में हो रहे इजाफे के चलते हुए हैं। मुख्य निर्वाचन आयोग ने नवीन केंद्रों को अनुमति दे दी है।
इसी के साथ जिले के मतकेंद्रों की संख्या 1685 हो गई है। पहले यह सातों सीटों पर कुल 1677 पोलिंग बूथ संचालित थे। यह वह मतदान केंद्र हैं जहां पर 2000 से भी अधिक मतदाता हैं। पूर्व में 2 हजार मतदाता होने पर केंद्र अलग किया जा रहा था। इधर उप जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय सिंह ने बताया, नवीन सहायक केंद्रों की स्वीकृति टेलीफोनिक मिली है। कहां कितने मतदाता हैं इस बारे में जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं की गई है।
-फिर से रेंडमाईजेशन
जिला निर्वाचन शाखा जिले में बढ़ाए गए आठ सहायक केंद्रों की व्यवस्था करने में जुट गया है। अक्षय सिंह ने बताया, इसके बाद फिर से ईवीएम मशीनों का रेंडमाईजेशन किया जाएगा। किस विधानसभा में कितने पोलिंग बूथ रखने हैं। इसके आंकलन के बाद ही रेंडमाईजेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
-दलों का होगा गठन
सातों विधानसभा सीटों के इन सहायक मतदान केंद्रों पर मतगणना कराने के लिए मतदान दलों की भी नियुक्ति की जाएगी। यह काम जल्द शुरू होगा। इसमें अतिरिक्त रखे गए अधिकारी-कर्मचारियों को लिया जाएगा। दूसरी ओर जहां बूथ बनेंगे, वहां तक पहुंच मार्ग आदि के नक्शे, चार्ट, आब्जर्वर आदि की नियुक्ति किया जाना सुनिश्चित हो गया है।
-ताकी न हो एक केंद्र पर भीड़
मुख्य निर्वाचन आयोग द्वारा नवीन सहायक मतदान केंद्र खोले को हरी झंडी केंद्रों पर बढ़ रही भीड़ को देखते हुए दी। जिले से करीब 29 सहायक मतदान केंद्र खोलने के लिए मुख्य निर्वाचन आयोग को पत्र भेजा था। पत्र में उल्लेख किया गया था, इन 29 केंद्रों पर 1500 से अधिक मतदाता हैं। आयोग ने इन सभी केंद्रों व उनकी लोकेशनों को ध्यान देख 2000 से अधिक मतदाता वाले केंद्रों की भीड़ कम करने आठ सहायक मतदान केंद्रों की स्वीकृति प्रदान की।
-वर्जन
मुख्य निर्वाचन आयोग से जिले में 8 सहायक मतदान केंद्र खोले जाने के लिए टेलिफोनिक निर्देश मिल गए हैं। जल्द मतदाताओं की संख्या के आधार केंद्र खोले जाएंगे।
अक्षय सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी
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