सब्जी के तौलकांटे में गड़बड़ी होना चलता है, लेकिन यही गड़बड़ी यदि सुनार की दुकान पर रखे तौलकांटे में सामने आए तो समझें सामान खरीदने वाले का दीवाला निकल गया। एक ग्राम कम होने तुलने पर भी सैकड़ों से हजारों रुपए का नुकसान हो जाएगा। ऐसा ही कुछ गुरूवार को नापतौल विभाग की कारर्वाई के दौरान देखने को मिला। टीम ने जब बैरागढ़ स्थित श्यामलाल ज्वैलर्स के यहां सोना-चांदी तौलने के लिए रखे इलेक्ट्रॉनिक कांटे की जांच की तो पाया कि कांटा ही असत्यापित है। इस तौलकांटे के तौल में गड़बड़ी भी हो सकती है। इसके चलते तत्काल कांटे को जब्त कर, ज्वैलर्स संचालक पर प्रकरण बनया गया। इसी तरह टीम ने बैरागढ़ क्षेत्र में करीब तीन दर्जन दुकानों पर छापामार कारर्वाई करते हुए 12 प्रकरण बनाए तथा तौलकांटे भी जब्त किए।
न एफआरपी न डिस्क्रिप्शन - वरिष्ठ नापतौल निरीक्षक डीके जैन ने बताया कि त्योहारों को दे ाते नापतौल विभाग ने तौल कांटों सहित अन्य मामलों में कारर्वाई शुरू कर दी है। गुरूवार को बैरागढ़ क्षेत्र में करीब तीन दर्जन से अधिक दुकानों की जांच की गई। इसमें टेन्ट, बर्तन, ज्वैलर्स, हाडर्वेयर व फल-सब्जी की दुकानें शामिल थे। टीम ने महादेव हाडर्वेयर में छापामार कारर्वाई करते हुए नल के पैकेट जब्त किए। किसी भी प्रकार का कोई डिस्क्रिप्शन नहीं लिखा था। वहीं बर्तन की दुकान में रखे कप व छलनी के पैकेट पर न तो एमआरपी थी और न ही डिस्क्रिप्शन। टीम ने तत्काल प्रकरण बनाते हुए संबंधित दुकान संचालकों के खिलाफ प्रकरण बनाए।
लोर मिल का तौलकांटा नहीं था पंजीकृत - टीम ने बैरागढ़ में स्थित सुंदर लोर मिल के तौल कांटे की भी जांच की । यहां पर रखे इलेक्ट्रानिक कांटे को देखा तो पाया कि उसमें सील लगी हुई है, लेकिन वह करीब दो साल पहले की है। इस तरह यह कांटा अपंजीकृत पाया गया। लोर मिल के संचालक के खिलाफ प्रकरण बनाया गया है।
व्यापारियों ने दिया सहयोग - वरिष्ठ नापतौल निरीक्षक श्री जैन ने बताया कि यह पहला मौका है जब बैरागढ़ के व्यापारियों ने दुकानें बंद करने के बजाय कारर्वाई में सहयोग दिया। नापतौल अमला एक एक कर दुकानों की जांच करता चला गया और व्यापारी कारर्वाई में सहयोग करते रहे। इसके चलते ही इतनी बड़ी कारर्वाई संभव हो सकी।
न एफआरपी न डिस्क्रिप्शन - वरिष्ठ नापतौल निरीक्षक डीके जैन ने बताया कि त्योहारों को दे ाते नापतौल विभाग ने तौल कांटों सहित अन्य मामलों में कारर्वाई शुरू कर दी है। गुरूवार को बैरागढ़ क्षेत्र में करीब तीन दर्जन से अधिक दुकानों की जांच की गई। इसमें टेन्ट, बर्तन, ज्वैलर्स, हाडर्वेयर व फल-सब्जी की दुकानें शामिल थे। टीम ने महादेव हाडर्वेयर में छापामार कारर्वाई करते हुए नल के पैकेट जब्त किए। किसी भी प्रकार का कोई डिस्क्रिप्शन नहीं लिखा था। वहीं बर्तन की दुकान में रखे कप व छलनी के पैकेट पर न तो एमआरपी थी और न ही डिस्क्रिप्शन। टीम ने तत्काल प्रकरण बनाते हुए संबंधित दुकान संचालकों के खिलाफ प्रकरण बनाए।
लोर मिल का तौलकांटा नहीं था पंजीकृत - टीम ने बैरागढ़ में स्थित सुंदर लोर मिल के तौल कांटे की भी जांच की । यहां पर रखे इलेक्ट्रानिक कांटे को देखा तो पाया कि उसमें सील लगी हुई है, लेकिन वह करीब दो साल पहले की है। इस तरह यह कांटा अपंजीकृत पाया गया। लोर मिल के संचालक के खिलाफ प्रकरण बनाया गया है।
व्यापारियों ने दिया सहयोग - वरिष्ठ नापतौल निरीक्षक श्री जैन ने बताया कि यह पहला मौका है जब बैरागढ़ के व्यापारियों ने दुकानें बंद करने के बजाय कारर्वाई में सहयोग दिया। नापतौल अमला एक एक कर दुकानों की जांच करता चला गया और व्यापारी कारर्वाई में सहयोग करते रहे। इसके चलते ही इतनी बड़ी कारर्वाई संभव हो सकी।
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