-आंचार संहित लागू रहने तक ऐसी ही रहेगी स्थिति
भोपाल।
कलेक्टर कार्यालय में प्रत्येक मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई बंद हो गई है। मंगलवार को यहां पहुंचे लोगों के साथ ऐसा ही हुआ। सभाकक्ष के दरवाजे लगे रहे। दोपहर तक आवेदकों की भीड़ लग गई थी।
सभाकक्ष के बाहर जमा हुजूम की खबर मिलते ही कलेक्टर निशांत वरवड़े ने पहले कुछ शिकायतकर्ताओं को बुलाया। बाद में वह खुद ही बाहर आए और आवेदकों से आवेदन लेते हुए समस्याएं सुनीं।
शिकायत सुन कलेक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में होने वाली जनसनुवाई आचार संहिता लगने से बंद हो गई है। ऐसी स्थिति आचार संहित लगे रहने तक रहेगी। बहरहाल, कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहा, लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी है तो वह कार्यालयीन समय में मिल सकते हैं।
-छात्र पहुंचे कलेक्टोरेट
शिकायत लेकर पहुंचे ट्रूबा इंस्ट्रीट्यूट आॅफ फार्मेसी कॉलेज के छात्रों ने बताया कि पिछले साल छात्रवृत्ति 29 हजार 430 रुपए मिली थी, इस बार 23 हजार रुपए आई है। इसको लेकर शिकायत करने आए हैं, लेकिन यहां तो जनसुनवाई नहीं हो रही है। अब तो सीधे कलेक्टर साहब से ही मिलना पड़ेगा। इसी प्रकार वन भूमि के पट्टे को लेकर शिकायत करने आए किसानों का भी यही कहना था। कई किसान फसलों के खबरा होने की जानकारी कलेक्टर को देने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें अपना आवेदन देने के लिए करीब ढ़ाई बजे तक का इंतजार करना पड़ा।
किसानों ने कहा, प्रकृति आपदा के चलते उनकी फसल बर्बाद हो गई। इसका उचित मुआवजा दिया जाए।
भोपाल।
कलेक्टर कार्यालय में प्रत्येक मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई बंद हो गई है। मंगलवार को यहां पहुंचे लोगों के साथ ऐसा ही हुआ। सभाकक्ष के दरवाजे लगे रहे। दोपहर तक आवेदकों की भीड़ लग गई थी।
सभाकक्ष के बाहर जमा हुजूम की खबर मिलते ही कलेक्टर निशांत वरवड़े ने पहले कुछ शिकायतकर्ताओं को बुलाया। बाद में वह खुद ही बाहर आए और आवेदकों से आवेदन लेते हुए समस्याएं सुनीं।
शिकायत सुन कलेक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में होने वाली जनसनुवाई आचार संहिता लगने से बंद हो गई है। ऐसी स्थिति आचार संहित लगे रहने तक रहेगी। बहरहाल, कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहा, लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी है तो वह कार्यालयीन समय में मिल सकते हैं।
-छात्र पहुंचे कलेक्टोरेट
शिकायत लेकर पहुंचे ट्रूबा इंस्ट्रीट्यूट आॅफ फार्मेसी कॉलेज के छात्रों ने बताया कि पिछले साल छात्रवृत्ति 29 हजार 430 रुपए मिली थी, इस बार 23 हजार रुपए आई है। इसको लेकर शिकायत करने आए हैं, लेकिन यहां तो जनसुनवाई नहीं हो रही है। अब तो सीधे कलेक्टर साहब से ही मिलना पड़ेगा। इसी प्रकार वन भूमि के पट्टे को लेकर शिकायत करने आए किसानों का भी यही कहना था। कई किसान फसलों के खबरा होने की जानकारी कलेक्टर को देने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें अपना आवेदन देने के लिए करीब ढ़ाई बजे तक का इंतजार करना पड़ा।
किसानों ने कहा, प्रकृति आपदा के चलते उनकी फसल बर्बाद हो गई। इसका उचित मुआवजा दिया जाए।
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