बुधवार, 16 अक्टूबर 2013

बंदूक जमा करने का कोटा खत्म

-थानों में नहीं जमा करना चाहते लोग शस्त्र 
भोपाल। 
जिले की शस्त्र दुकानों पर बंदूक जमा करने का कोटा खत्म हो गया है। अब शस्त्रधारियों को क्षेत्रीय थाने में ही बंदूक जमा करनी होगी। हालांकि लायसेंस धारकों ने थानों से दूरी बना रखी है। 
कोहेफिजा निवासी दिनेश राव का कहना है कि थानों में शस्त्रों को खुले में पटक दिया जाता है। वहीं आचार संहिता के दौरान बंदूक देखने भी नहीं दी जाती। जिससे यह अनुमान लगाया जा सके कि हमारे शस्त्र को किस प्रकार रखा है। श्री राव ने कहा, पहले तो बंदूक महंगी होती है, दूसरा इसका मैंटेनेंस किया तो ठीक नहीं तो खराब हो जाती है। इसी प्रकार एक अग्रणी कंपनी में बिजनेस मैनेजर के तौर पर कार्यरत एमपी नगर निवासी मधु सक्सेना बताती हैं। थानों में शास्त्र को रखने की किसी प्रकार की कोई व्यवस्था ही नहीं है। जिस बंदूक को वह दिलों जान से संभालकर रखती हैं, वह थाने में किसी कोने में पटक दी जाती है। 

-जिले की स्थिति 
जिले में 11 हजार से अधिक बंदूक धारक हैं। शहर में रहने वालों की संख्या अधिक है। वहीं शहर में कुल 12 गन हाउस हैं। प्रत्येक दुकान के पास 170 बंदूके रखने का कोटा है। यहां कुल 2100 बंदूकें जमा हो सकती हैं। इनमें से कुछ दुकान संचालकों के पास पहले से ही बंदूकें जमा है। ऐसे में इनका पहले से ही कोटा पूरा हो गया है। 


-कोटा होने से परेशानी 
जिले की सभी शस्त्र दुकानों का कोटा निर्धारित किया गया है। इससे बंदूक रखने वालों को परेशानी हो रही है। प्रत्येक दुकान पर 70 रायफल, 60 बारा बोर, 30 रिवाल्वर पिस्टल व 10 एमएल गन का कोटा शामिल है। एक दुकान पर 170 बंदूकें जमा की जा सकती हैं। भोपाल गन हाउस के अतीम मोहम्मद खान कहते हैं, कोटा आदेश जारी के एक दो दिन के भीतर ही खत्म हो गया है। अब दुकानें जमा करने आने वाले को मना करना पड़ रहा है। जिले में अब एक-दो दुकान ही शेष हैं, जहां कोटा बचा हुआ है। जल्द ही यहां भी कोटा पूर्ण हो जाएगा। 

 कोटा बढ़ाने की मांग 

झांसी गन हाउस के संचालक ने इस मामले को शासन के सामने उठाते हुए मांग की है कि वह गन जमा करने का कोटा बढ़ाए। उन्होंने   अपने आवेदन में बताया है कि गन हाउस को पहले बंदूकें जमा कराने की कोई लिमिट नहीं थी, लेकिन 31-12-2011 से जो नियम लागू हुए हैँ, उसके तहत बंदूकों को जमा करने की लिमिट तय है। उससे ज्यादा जमा नहीं की जा सकती है। इस नियम को शिथिल किया जाए या फिर बंदूकें जमा करने के कोटे में वृद्धि की जाए।

-कोटा की जानकारी 
 - रायफल कोटा - कोटा समाप्त हो गया है।
 - 12 बोर - एक दो गन हाउस पर ही जगह बची है।
 -  पिस्टल रिवालवर - एक-दो बंदूके रखने की जगह बची है।
 - एमएल गन - बंदूकों की सं या कम है, इसलिए अभी जगह बची है। 

-वर्जन 
बंदूकधारी थाने में बंदूक जमा कर सकते हैं। शस्त्र दुकानदारों का अपना कोटा होता है। वह इससे अधिक बंदूकें नहीं रख सकते हैं। लोग थाने में बंदूकें रखें। 
बीएस जामोद, एडीएम, भोपाल

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