बुधवार, 9 अक्टूबर 2013

टेÑक से उतरा क्रिमनल ट्रेकिंग सिस्टम

-मात्र 700 लोकेशन जुड़ पाई, साढ़े छह सौ से अधिक पर नहीं हुई कनेक्टिविटी 
भोपाल। 
प्रदेश में सेटेलाइट क्रिमनल टेÑकिंग नेटवर्किंग सिस्टम (सीसीटीएनएस) ट्रेक से उतरता दिखाई दे रहा है। 10 माह बीते ने के बाद भी साढ़े छह सौ से अधिक पुलिस लोकेशन सिस्टम से नहीं जुड़ पाई है। 
अब तक केवल 700 पुलिस लोकेशन को ही इससे कनेक्ट किया गया है। उल्लेखनीय है कि देश भर के थानों को सीसीटीएनएस सिस्टम के तहत वेब कनेक्ट किया जा रहा है। इसमें मप्र भी शामिल है, लेकिन प्रदेश अन्य प्रदेशों से काफी पीछे चल रहा है। 
-...तो औचित्य ही नहीं 
स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो द्वारा संचालित सीसीटीएनएस का लक्ष्य प्रदेश में पुलिस की 1386 लोकेशन को वेब कनेक्टिविटी देना है। इसमें पीएचक्यू, थाने और पुलिस अधिकारियों के कार्यालय शामिल हैं। इधर पुलिसकर्मियों को सीसीटीएनएस के प्रशिक्षण का भी बहुत बड़ा काम है। अब इस सीसीटीएनएस संचालित किए जाने का भी कोई औचित्य नहीं, क्योंकि प्रशिक्षण ही नहीं दिया गया है। हालांकि वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एक साथ सभी को प्रशिक्षण दिया जाना संभव नहीं है। चरणबद्ध तरीके से ट्रेनिंग दिए जाने का प्लान है। 
-दो शहर में जुड़े 4 थाने 
भोपाल और इंदौर के चार थानों से सीसीटीएनएस की टेस्टिंग पर शुरूआत हो चुकी है। यहां पुलिस लोकेशन को सीसीटीएनएस के माध्यम से जोड़ने का उद्देश्य पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के बीच प्रॉपर कम्युनिकेशन और अपराध नियंत्रण है। साथ ही अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीएनएस के द्वारा अपराधियों का रिकार्ड फीड होगा। इसे भी लोकेशन पर देखा जा सकेगा। इसको लेकर अन्य तकनीकी व्यवस्था की जा रही है। 

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