सत्र २०१३-१४ में विद्यार्थियों के बीयू के विभिन्न पाठ्यक्रमों को लेकर ऑनलाइन प्रवेश आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए मोतिलाल विज्ञान महाविद्यालय (एमवीएम) में छात्र सहायता केंद्र स्थापित किया गया है।
इसे शनिवार से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने अस्थाई केंद्र के तौर पर शुरू किया है। इस केंद्र में छात्रों को ऑनलाइन पंजीयन/आवेदन करने में आ रही परेशानियों का निराकरण किया जा रहा है। एबीवीपी के प्रांत संगठन मंत्री विजय आढवाल ने बताया, महिला महाविद्यालयों में परिषद की महिला शक्ति टीम यह जिम्मेदारी संभाल रही है। महिला टीम का नेतृत्व प्रांत छात्रा प्रमुख मंजू कुशवाह कर रही हैं। इसी के साथ ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में आ रही परेशानियों के निराकरण के लिए लैंड लाइन नम्बर भी दिए हैं। सोमवार को पॉलीटेक्निक और बीएचईएल महाविद्यालयों में केंद्रों की शुरुआत होगी। एबीवीपी ने इसके लिए अलग-अलग टीम बनाई है। वहीं प्रदेश भर के कालेजों में एबीवीपी ऐसे केंद्र स्थापित कर छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया के बारे में जानकारी मुहैया कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में बीयू के 24 विभागों में संचालित विभिन्न कोर्सेस के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जा रहे हैं। यह प्रक्रिया शनिवार, १ जून से शुरू हो गई।
-ये आ रही परेशानी
विद्यार्थियों को ऑनलाइन प्रवेश के लिए मुख्य रूप से किस प्रकार आवेदन करना है, इसमें दिक्कत आ रही है। इसी प्रकार उच्च शिक्षा विभाग ने जिले में केवल एमवीएम कालेज पर ही दस्तावेज प्रमाणीकरण केंद्र बनाया है। इसके चलते अन्य कालेज के छात्र-छात्राओं को यहां तक आना पड़ रहा है। बताया जाता है कि विभाग का एबीवीपी सहित अन्य ने ध्यान आकृषित कराया था, जिसके बाद संबंधित छात्र का संबंधित कालेज में ही डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन करने की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि व्यवस्था कब से शुरू होगी। इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। श्री आढवाल ने बताया, छात्रों को ऑनलाइन आवेदन करने कियोस्क सेंटर जाने को कहा जा रहा है, जबकि महाविद्यालयों में ही आवेदन की व्यवस्था की गई है।
-ऐसे दे रहे जानकारी
एबीवीपी के कार्यकर्ता मौखिक के साथ-साथ पंपलेट दे रहे हैं। इसमें छात्रों बताया गया है कि उनको किस प्रकार आवेदन करना है। आवेदन करते वक्त कौन-कौन से दस्तावेज लगाने होंगे। अंग्रेजी-हिन्दी का माध्यम कोर्स के लिए किस प्रकार चुनना है आदि की जानकारी दे रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें