मस्जिदों में अदा की गई नमाज, एक- दूसरे से गले मिलकर दी बधाइयां
भोपाल।
राजधानी में ईद-उल-अजहा का पर्व पूरी अकीदत के साथ मनाया गया। बुधवार की सुबह ताजुल मसाजिद सहित विभिन्न मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। ताजुल मसाजिद में बड़ी सं या में मुस्लिम बंधुओं ने पहुंचकर नमाज अदा की।
लोगों ने अल्लाह की राह में हलाल जानवरों की कुर्बानी की और एक-दूसरे से गले मिल कर पर्व की बधाइयां दी ।इस्लामिक तथ्यों के अनुसार, पैगबर हजरत मोह मद (सअव) साहब के पूर्वज हजरत इस्माइल अलैहिस्सलाम ईश्वरीय आदेश पर अपने पुत्र इस्माइल अलैहिस्सालम को कुर्बान करने के लिए ले गए। उनकी इस भावना से प्रसन्न होकर अल्लाहताला ने बजाए पुत्र इस्माइल के एक दुंबा (भेड़) को कुर्बान करवा दिया। इसी रिवायत को लेकर लोग ईदुल अजहा पर हलाल जानवरों की कुर्बानी करते हैं। इसी दिन हज भी तकमील पर पहुंचता है।
पहली नमाज ईदगाह पर
ईद की नमाज सबसे पहले ईदगाह पर हुई। यहां सुबह 7.45 बजे शहर काजी जनाब मुश्ताक अली नदवी साहब ने नमाज पढ़ाई और खुदबा पढ़ा। उन्होंने अल्लाह की राह में कुर्बानी की फजीलत को बयां किया। उन्होंने कहा कि इंसान को अपने किरदार में सादगी और ईमानदारी बरतना चाहिए। अल्लाह की राह में जो भी निकलेगा, उसकी कामयाबी और मगफिरत अल्लाह तय कर देते हैं। इसके अलावा जामा मस्जिद, मोती मस्जिद, आरिफ नगर मस्जिद सहित शहर की कोई 100 मस्जिदों में भारी तादाद में नमाजी जुटे। यहां विश्व शांति और सदभाव की दुआएं की गईं। नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे के गले लग कर बधाई दी। पुराने शहर के इब्राहिमपुरा, बुधवारा, पीरगेट, लक्ष्मी टाकीज, भोपाल टाकीज, काजी केंप, मॉडल ग्राउंड, शाहजहांनाबाद और जहांगीराबाद के मुस्लिम बहुल इलाकों में ईद का उत्साह चरम पर रहा। एक-दूसरे के यहां दावतों के दौर भी चले।
तीन दिन तक कुर्बानी
ईदुल अजहा पर नमाज के बाद बकरों, बोदों और भेड़ आदि जानवरों को कुर्बान किया गया। यह कुर्बानी 18 अक्टूबर की शाम से पहले तक की जा सकेगी।
बधाई देने नहीं पहुंचे नेता
चुनावी आचार संहिता के डर से इस बार ईद के मौके पर ईदगाह पर नमाजियों को मुबारकवाद देने के लिए भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नहीं पहुंचे। हर साल ईद के मौके पर भाजपा-कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ईदगाह पर पहुंच कर वहां पर विशेष रूप से उपस्थित होकर नमाजियों को बधाई देते थे, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नजारा नजर नहीं आया। नमाजियों को ईद की मुबारकबाद देने के लिए फिल्म अभिनेता रजा मुराद, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पीसी शर्मा, कैलाश मिश्रा, सुनील सूद, अशोक जैन भाभा मु य रूप से उपस्थित थे।
भोपाल।
राजधानी में ईद-उल-अजहा का पर्व पूरी अकीदत के साथ मनाया गया। बुधवार की सुबह ताजुल मसाजिद सहित विभिन्न मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। ताजुल मसाजिद में बड़ी सं या में मुस्लिम बंधुओं ने पहुंचकर नमाज अदा की।
लोगों ने अल्लाह की राह में हलाल जानवरों की कुर्बानी की और एक-दूसरे से गले मिल कर पर्व की बधाइयां दी ।इस्लामिक तथ्यों के अनुसार, पैगबर हजरत मोह मद (सअव) साहब के पूर्वज हजरत इस्माइल अलैहिस्सलाम ईश्वरीय आदेश पर अपने पुत्र इस्माइल अलैहिस्सालम को कुर्बान करने के लिए ले गए। उनकी इस भावना से प्रसन्न होकर अल्लाहताला ने बजाए पुत्र इस्माइल के एक दुंबा (भेड़) को कुर्बान करवा दिया। इसी रिवायत को लेकर लोग ईदुल अजहा पर हलाल जानवरों की कुर्बानी करते हैं। इसी दिन हज भी तकमील पर पहुंचता है।
पहली नमाज ईदगाह पर
ईद की नमाज सबसे पहले ईदगाह पर हुई। यहां सुबह 7.45 बजे शहर काजी जनाब मुश्ताक अली नदवी साहब ने नमाज पढ़ाई और खुदबा पढ़ा। उन्होंने अल्लाह की राह में कुर्बानी की फजीलत को बयां किया। उन्होंने कहा कि इंसान को अपने किरदार में सादगी और ईमानदारी बरतना चाहिए। अल्लाह की राह में जो भी निकलेगा, उसकी कामयाबी और मगफिरत अल्लाह तय कर देते हैं। इसके अलावा जामा मस्जिद, मोती मस्जिद, आरिफ नगर मस्जिद सहित शहर की कोई 100 मस्जिदों में भारी तादाद में नमाजी जुटे। यहां विश्व शांति और सदभाव की दुआएं की गईं। नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे के गले लग कर बधाई दी। पुराने शहर के इब्राहिमपुरा, बुधवारा, पीरगेट, लक्ष्मी टाकीज, भोपाल टाकीज, काजी केंप, मॉडल ग्राउंड, शाहजहांनाबाद और जहांगीराबाद के मुस्लिम बहुल इलाकों में ईद का उत्साह चरम पर रहा। एक-दूसरे के यहां दावतों के दौर भी चले।
तीन दिन तक कुर्बानी
ईदुल अजहा पर नमाज के बाद बकरों, बोदों और भेड़ आदि जानवरों को कुर्बान किया गया। यह कुर्बानी 18 अक्टूबर की शाम से पहले तक की जा सकेगी।
बधाई देने नहीं पहुंचे नेता
चुनावी आचार संहिता के डर से इस बार ईद के मौके पर ईदगाह पर नमाजियों को मुबारकवाद देने के लिए भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नहीं पहुंचे। हर साल ईद के मौके पर भाजपा-कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ईदगाह पर पहुंच कर वहां पर विशेष रूप से उपस्थित होकर नमाजियों को बधाई देते थे, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नजारा नजर नहीं आया। नमाजियों को ईद की मुबारकबाद देने के लिए फिल्म अभिनेता रजा मुराद, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पीसी शर्मा, कैलाश मिश्रा, सुनील सूद, अशोक जैन भाभा मु य रूप से उपस्थित थे।
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