पांच जून को होटल कोर्टयार्ड मैरिट में एसएमई सम्मेलन आयोजित किया गया है। सम्मेलन एसोचैम, मप्र सरकार की मदद से किया जा रहा है। सम्मेलन में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सहित कई गणमान्य लोग मौजूद करेंगे। एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने बताया कि स मेलन का मु य उद्देश्य राज्य में लघु उद्योगों को बढ़ावा देना और नए व्यापार के प्रारंभ पर या व्यापार के विस्तार के समय में लगने वाले धन जैसे वित्त से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करना है। मप्र राज्य में एमएसएमई का वर्तमान परिदृश्य उनकी चिंताऐ और संभव समाधान पर चर्चा करने पर भी मु यत: ध्यान होगा। इसके अलावाए राज्य में लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल भी डिस्कशन एजेंडे में प्राथमिकता के आधार पर रहेगा। भारतीय लघु उद्योग क्षेत्र भौगोलिक प्रसार, आकार, रेंज, इन्क्लुसिविटी और नवाचार के मामले में अद्वितीय है। इन वर्षों में, दुनिया भर के कई विकासशील देशों ने भारतीय लघु उद्योग क्षेत्र को अपने छोटे क्षेत्रों के विकास की पहल के लिए प्रमुख मॉडल के रूप में बेंचमार्क किया है। लेकिन यह भी एक मान्य तथ्य है कि एमएसएमई क्षेत्र को विकसित करने के लिए प्रोत्साहन की कमी है। छोटे या मध्यम रहने के साथ जुड़े हुए लाभों को खोने के डर से बहुत से लघु उद्योग बढ़ाना ही नहीं चाहते हैं। इसलिए ऐसे प्रस्ताव रखे गये है की लघु उद्योग वर्ग से बाहर हो जाने के बाद भी उनके द्वारा उठाये गये लाभ या वरीयताए तीन साल तक उनके साथ रहेगी। इससे उनके विकास की महत्वाकांक्षा को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही साथ उन्हें यह दिलासा भी रहेगी की लघु उद्योग से जुड़े लाभ भी उन्हें मिलते रहेंगे।
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