रविवार, 2 जून 2013

अब हाईस्कूल का रिजल्ट सुधारने दी जाएगी ट्रेनिंग ,भोपाल

स्कूल शिक्षा विभाग अब हाईस्कूल का रिजल्ट बिगडऩे के बाद प्राचार्यों की ट्रेनिंग का सहारा लेगा, जिससे उसमें अगले सत्र में तो कम से कम सुधार किया जा सके। इसके तहत हाईस्कूल प्राचार्यों को नेतृत्व विकास, कंप्यूटर और विद्यालय प्रबंधन व शैक्षिक प्रशासन के बारे में सिखाया जाएगा। उधर, अधिकारी इस ट्रेनिंग को रूटीन ट्रेनिंग बताते हुए हर साल करवाए जाने की बात कर रहे हैं। वहीं, प्राचार्य भी इस मामले में कुछ बोलने तैयार नहीं हैं। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत अगले शिक्षण सत्र का रिजल्ट सुधारने की कवायद अभी से शुरू की जा रही है। इसी के तहत प्राचार्यों की ट्रेनिंग का अगले साल तक का शेड्यूल घोषित कर दिया गया है। इसके तहत डाइट परिसर में कंप्यूटर और प्रशासन अकादमी में विद्यालय प्रबंधन व शैक्षिक प्रशासन की ट्रेनिंग दी जाएगी। 

नहीं भेजे जाते ट्रेनिंग में-
ट्रेनिंग के लिए सभी जिलों के डीईओ को जारी किए गए पत्र में साफ कहा गया है कि वे प्राचार्यों की उपस्थिति सुनिश्चित करवाएं। पत्र में पूर्व की ट्रेनिंग में निर्धारित सं या में प्रशिक्षणार्थियों के नहीं पहुंचने का हवाला दिया गया है। इसके अलावा ट्रेनिंग के उद्देश्यों में बाधा उत्पन्न होने की बात भी कही गई है। 

शिक्षकों को माशिमं ने बुलाया-
इधर, माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने भी हायर सेकंडरी की कक्षाओं में फिजिक्स, मैथ्स, इंग्लिश, केमेस्ट्री, जूलॉजी और हिंदी विषय पढ़ाने वाले लेक्चर को जून से दिसंबर 2013 तक ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया है। लोक शिक्षण संचालनालय की पहल पर ही यह ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

पौने तीन फीसदी गिरा रिजल्ट- 
 इस साल हाईस्कूल का रिजल्ट 51.19 फीसदी रहा, जो पिछले वर्ष से 2.71 प्रतिशत कम रहा। पिछले साल 53.9 फीसदी रिजल्ट रहा था।

इनका कहना है-
रिजल्ट से वास्ता नहीं- हाईस्कूल प्राचार्यों की ट्रेनिंग का रिजल्ट सुधारने से कोई वास्ता नहीं है। यह ट्रेनिंग तो रूटीन है, जिसकी जरूरत महसूस की गई है।
- सुनीता त्रिपाठी, अपर परियोजना संचालक राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान


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