-ग्राम रायपुर में पार्वती स्व-सहायता समूह का फर्जीवाड़ा
-एफआईआर दर्ज करने लिखा परियोजना अधिकारी ने टीआई को पत्र
भोपाल।
जिले के ग्राम रायपुर में पार्वती स्व-सहायता समूह ने सांझा चूल्हा कार्यक्रम को पलीता लगा दिया है। समूह ने रायपुर की आंगनबाड़ी केंद्र में जून-2011 से पोषण आहार देना बंद कर दिया है। बावजूद इसके उसने बीपीएल योजना के तहत 3.75 क्विंटल गेहूं और 1.35 क्विंटल चावल का उठाव सहकारी उचित मूल्य की राशन दुकान से कर लिया। परियोजना अधिकारी ने मामला सामने आने के बाद समूह अध्यक्ष नंद किशोर पर एफआईआर दर्ज करने गुनगा थाना प्रभारी को लिखा है।
परियोजना अधिकारी ने लिखे गए पत्र की एक प्रति एसडीएम हुजूर को भी भेजी है। परियोजना अधिकारी ने पत्र में लिखा है, एकीकृत बाल विकास परियोजना फंदा व पार्वती स्वसहायता समूह रायपुर के मध्य अनुबंध निष्पादित हुआ था। समूह को आंगनबाड़ी केंद्र को पोषण आहार प्रदान करना था। पर जून-2011 में समूह ने हितग्राहियों को यह आहार देना बंद कर दिया। यह अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन है। बावजूद इसके द्वारा आंगनबाड़ी को पोषण आहार न दिए जाने के दौरान भी 3.75 क्विंटल गेहूं और 1.35 क्विंटल चावल राशन दुकान से दिया गया। यह 6416 रुपए के होते हैं।
वहीं समूह को अग्रिम राशि 60 हजार रुपए नवंबर 2009 में उसके खाते में जमा की गई थी। इस खाते में अब महज 13 हजार रुपए कुछ रुपए ही बचे हुए हैं। उक्त राशि को वापस लेने को कहा गया है। परियोजना अधिकारी ने कहा, आंगबाड़ी केंद्र को पोषण आहार अचानक बंद कर देना अपराध की श्रेणी में आता है। इसके चलते पार्वती स्वसहायता समूह के अध्यक्ष नंद किशोर पर एफआईआर दर्ज की जाए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें