मीना समाज सेवा संगठन प्रांतीय प्रतिनिधि सम्मेलन में वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर नीखरा ने कहा, प्रदेश में इस समाज को पहले से अधिक प्रतिनिधित्व मिलेगा। वहीं कांग्रेस प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं सांसद संजय निरूपम ने कहा, मीना समाज को संपूर्ण मप्र में अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया जाएगा। इसके लिए कांग्रेस के चुनावी घोषणा-पत्र में इस बिंदु को शामिल किया जाएगा। वे बोले, दिग्विजय सिंह सरकार के दौरान मीना समाज के दो-दो मंत्री रहे हैं। इसे आगे की सरकार ने कभी ध्यान नहीं दिया।
सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में मौजूद उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री तथा सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा, मीना समाज अपने वाजिब हक की मांग कर रहा है और उसे इसका हक है। मैं उनकी इस मांग का समर्थन करता हूं।
सम्मेलन की अध्यक्षता संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश चांदा ने की। उन्होंने सभी अतिथियों का पुष्पमालाओं से स्वागत किया। इस अवसर पर संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हरिसिंह मीणा, मदनलाल रांजी, लालजीराम मीणा, पूर्व विधायक गणपत पटेल, लखनसिंह मीना, राजेंद्रसिंह मीना, रघुवीरसिंह मीना, मखमलसिंह मीना, एडवोकेट संतोष मीना, लक्ष्मीनारायण पचवारिया, सूरजसिंह मारण दद्दू, प्रेमकिशोर मीणा, विजयसिंह मीणा, आत्माराम मीणा, मलखानसिंह मीणा, भगवानसिंह मीणा, बृजेश मीणा, कल्पना मीणा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ममता मीणा, रणधीरसिंह मीणा, जसवंतसिंह मीणा, दीपेश मारण, लक्ष्मीनारायण मीणा, बलराम मीणा फौजी, विष्णुप्रसाद मीणा, राजेश मीणा, राजू मीणा, घनश्याम मीणा, जगदीश मीणा, पदमसिंह मीणा, मस्तानसिंह मारण, जसवंत मारण, हरीश मारण, लीलेंद्रसिंह मारण, रामजीवन मीणा, ताराचंद मारण, अंजू मीणा, देवकरण मीणा, अमरसिंह मीणा सहित समाज के करीब दो हजार प्रतिनिध उपस्थित थे।
-भेजेंगे प्रस्ताव
इस अवसर पर मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्रसिंह तोमर के प्रतिनिधि के रूप में शामिल पार्टी प्रवक्ता, विजेंद्रसिंह सिसौदिया ने कहा, हम समाज को अजा का दर्जा दिलाने अनुशंसा की जाएगी। यह घोषणा श्री चौहान ने भी की है। वे बोले, भाजपा विधानसभा में समाज को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व दिया जाए, इसके लिए अनुशंसा सहित वे सूची प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को भेजेंगे। राजस्थान से आई ज्ञजन मंडली ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत दी। कार्यक्रम में शहर सहित रायसेन, विदिशा, राजगढ़ आदि जिलों में पिछड़े वर्गों के समाजसेवियों ने भी भाग लिया। इन समाजसेवियों में गुर्जर समाज से राजेंद्रसिंह गुर्जर, हीरालाल गुर्जर, प्रताप गुर्जर, लोधा-लोधी समाज से रघुवीरसिंह लोधा, रामगोपाल राजपूत, प्रकाश पटेल, फूलसिंह लोधी, कुशवाह समाज से किशोरीलाल कुशवाह, नारायणसिंह कुशवाह, माली समाज से लीलाकिशन माली, राजेंद्र सैनी, पाटीदार समाज से डॉ. रमेश माधव, राजाराम गुजराती, विश्वकर्मा समाज से विष्णु विश्वकर्मा, टीपी विश्वकर्मा एडवोकेट, साहू समाज से महेश साहू, यादव समाज से मनीष यादव, आरके यादव, रतन यादव, मेवाड़ा समाज से वीरखानसिंह मेवाड़ा, ओमप्रकाश मेवाड़ा, खाती समाज से अवधनारायण वर्मा, रमेश वर्मा, कुड़मी समाज से रामचरण गौर, गंगाराम, कीर समाज से सज्जनसिंह कीर, एनपी पटेल, पाल समाज से निर्भय सिंह पाल, नारायणसिंह पाल, दांगी समाज से किशोरसिंह दांगी, कलार समाज से इंजी. शिवनारायण चौकसे, मेवाती समाज से अब्दुल रशीद, पारदी समाज से अशोक पारदी, सोनी समाज से अशोक सोनी और सेन समाज से हीरालाल श्रीवास उपस्थित थे।