गुरुवार, 26 सितंबर 2013

- महाकुंभ में गूंजा नमो-नमो मंत्र

- मप्र के साथ ही दिल्ली में सरकार बनाने का लिया संकल्प
भोपाल। 
बीजेपी कार्यकर्ताओं से खचााखच भरे भेल का जंबूरी मैदान से भाजपा के दिग्गजों ने मप्र में शिवराज की हैट्रिक और दिल्ली में सरकार बनाने का संकल्प लेते हुए कांग्रेस की यूपीए सरकार को ललकारा। प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित होने के बाद पहली बार लालकृष्ण आडवाणी के साथ एक मंच पर आए नरेंद्र मोदी भी जमकर गरजे। वरिष्ठ नेत्री सुषमा स्वराज, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, वैकेंया नायडू, अरुण जेटली और अनंत कुमार ने मंच पर उपस्थिति दर्ज कराकर एकजुटता का संदेश तो दिया ही, कांग्रेस को आडेÞ हाथों लिया। दिग्गज नेताओं ने एक सुर में कहा कि मप्र में शिवराज सिंह चौहान की सरकार तीसरी बार तो बनना तय है ही, दिल्ली में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी। नरेंद्र मोदी ने कहा कि वर्ष 2015-16 पंडित दीनदयाल की शताब्दी का वर्ष है, हम शताब्दी कैसे मनाएंगे यह आज संकल्प करें। उन्होंने कहा कि एक बीजेपी कार्यकर्ता के नाते मैं भी 2015-16 में जब देश व दुनिया पंडित दीनदयाल की जयंती मनाएगी तब हिंदुस्तान के अधिकतम राज्यों में बीजेपी की सरकार होगी। रैली में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने अजमेर विस्फोट मामले में आरोपी भावेश पटेल के खुलासे को लेकर मनमोहन सरकार को खूब कोसा। गौरतलब है कि पटेल ने बुधवार को यह खुलासा किया है कि उसने कांग्रेस नेताओं के दबाव में आरएसएस प्रमुख का नाम इस मामले में लिया था। 
कम होती नजर आर्इं दूरियां 
मंच पर दोनों दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी के बीच दूरियां कुछ कम होती नजर आर्इं। मंच पर दूरियां मिटाने की कोशिश के तहत आडवाणी ने मोदी को गुलदस्ता देने के बाद मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी गुलदस्ता भेंट किया। हालांकि, अभिवादन शिष्टाचार के बाद मंच पर मोदी और आडवाणी साथ-साथ बैठने की बजाय दूर-दूर बैठे नजर आए। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को पार्टी के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद पहली बार यहां एक सार्वजनिक रैली के दौरान मंच साझा किया और दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया हालांकि, उनके बीच गर्माहट का अभाव दिखा। 
मोदी का नाम आया तो आडवाणी ने खत्म किया भाषण 
मोदी जहां देशभर में बड़ी संख्या में रैलियों को संबोधित करने निकले हैं, वहीं आडवाणी ने अपने भाषण में कहा, ‘आज भाजपा भारतीय राजनीति के जिस मुकाम तक पहुंची है, वह ओजपूर्ण भाषणों से नहीं, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम और तपस्या से पहुंची है। हम केवल भाषणों के आधार पर चुनाव नहीं जीत सकते, बल्कि हमारे काम के आधार पर ऐसा होगा।’ आडवाणी ने केंद्र में पूर्ववर्ती राजग सरकार और विभिन्न राज्यों में भाजपा सरकारों के कामकाज की सराहना की। उन्होंने मोदी के साथ ही शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के कामकाज की सराहना क। आडवाणी ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की मौजूदगी का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें इस पद के लिए चुना है। रैली में उपस्थित लोगों की ओर से मोदी का नाम पुकारे जाने पर आडवाणी ने अपना संक्षिप्त भाषण समाप्त कर दिया।
भाषण के बीच लगे मोदी के नारे
कार्यकर्ताओं में मोदी को लेकर इतना उत्साह था कि उनके भाषण के बीच में ही उनके नाम के नारे लगने शुरू हो गए। कार्यकर्ता एवं युवा शिवराज सिंह चौहान की बजाए नरेंद्र मोदी और नमो-नमो के नारे लगा रहे थे। 
भारत में विकास की नई यात्रा शुरू होगी 
वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि प्रयाग में कुंभ होता है, लेकिन भोपाल में आयोजित कुंभ में साबित कर दिया कि इसके आगे सभी महाकुंभ पीछे हैं। यहां राष्टÑीय नेतृत्व है, संगठन है और पार्टी के कैडर बेस कार्यकर्ता हैं और भविष्य में देश की बागडोर संभालने वाले नेता मौजूद हैं। मप्र, छत्तीसगढ़, गोवा और गुजरात में विकास मूर्त्त रूप ले चुका है, हमें राजस्थान और दिल्ली में भी विकास और स्वराज लाने के लिए वहां जीत हासिल करना है। नरेन्द्र मोदी के हाथ में सत्ता सूत्र आने के साथ भारत में विकास की नई यात्रा शुरू होगी और तरक्की के नए क्षितिज खुलेंगे। वहीं, वरिष्ठ नेत्री व लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि हम महाकुंभ में लोगों से सहयोग लेने के लिए आए हैं। उन्होंने महाकुंभ में लाखों की उपस्थिति को देखते हुए कहा कि चुनाव के बाद हमें मत नहीं, बल्कि लोगों के मन की गिनती करनी होगी। सुषमा स्वराज ने कहा कि कार्यकर्ता मप्र में तीसरी बार शिवराज की सरकार बनवाएंगे और केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी। 
मप्र विकास के नाम पर अद्वितीय 
वरिष्ठ नेता वैंकेया नायडू ने कार्यकर्ता महाकुंभ को लोकतंत्र में एक अद्भूत घटना बताया और कहा कि उनकी स्मृति में यह पहला कार्यक्रम है जो उनके मानस पर अमिट छाप छोड़ता है। उन्होंने कहा कि मप्र विकास, कृषि विकास के मामले में अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव सेमीफाइनल है, इसके जीतकर हमें फाइनल में जगह बनाना है। उन्होंने   कहा कि मप्र से लोकसभा चुनाव में 1977 की तरह अधिकतम सीटें जीतकर पार्टी कार्यकर्ता नया रिकार्ड बनाएंगे और मोदी को केंद्र की गद्दी पर बैठाने में भागीदार बनेंगे।  
गरीब के घर जाकर खाने से विकास नहीं होता
पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमाभारती ने सोनिया और राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने राहुल गांधी के संबंध में कहा कि राहुल गांधी गरीबों के यहां गए, झोपड़ी में रुके और वहां खाना खाया, इसका गुणगान किया गया, लेकिन गरीब के घर में जाकर खाना खा लेने मात्र से विकास नहीं होता। विकास क्या होता है यह हमें देखना होगा गुजरात जाकर, मप्र में आकर। इन राज्यों में नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान ने जो काम किए हैं, वे उदाहरण हैं। शिवराज सिंह चौहान ने विकास की परिभाषा बदली है। उन्होंने कहा कहा कि शिवराज सिंह ने गरीबों के लिए काम किया और उनकी पूजा की। उमा भारती ने कहा कि इसमें किसी को कोई शक नहीं है कि मप्र में शिवराज सिंह चौहान तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे और दिल्ली में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनेगी। उन्होंने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस के बंटाढार ने मुख्यमंत्री रहते मप्र का कोई विकास नहीं किया, बल्कि बंटाढार कर दिया। उमा भारती ने कहा कि बंटाढार मुख्यमंत्री की वजह से ही कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। 
कामयाबी की पहल 
राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा कि यह कहने में कोई संकोच नहीं है इतना जनसैलाब किसी राज्य में नहीं देखा गया। यह कार्यकर्ताओं के परिश्रम की कामयाबी का फल है। भाजपा शासन ने मप्र का जो नक्शा बदला है और जनता में उत्साह भरा है यह उसी उत्साह की मानसिकता का प्रतिबिंब है। भाजपा सरकार ने शासन का चरित्र और चित्र बदल दिया है। मप्र में भाजपा की सरकार बनेगी और दिल्ली में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का गठन होगा।  वहीं, प्रदेश प्रभारी अनंत कुमार ने कहा कि मप्र में पार्टी की शानदार विजय के साथ ही दिल्ली में एनडीए सरकार की नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में स्थापना का मार्ग मप्र से आरंभ होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव में 172-173 सीटों पर विजय हासिल कर पार्टी कार्यकर्ता कीर्तिमान बनाएंगे। 
अब तक की रिकॉर्ड उपस्थिति 
प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्रसिंह तोमर ने अपने स्वागत भाषण कहा कि मप्र का सौभाग्य है कि केन्द्रीय नेतृत्व मार्गदर्शन के लिए मौजूद है। हमारे पास राष्टÑीय नेतृत्व की पंूजी है और कार्यकर्ताओं का कैडर है। इस मामले में कोई भी राजनैतिक दल भाजपा का मुकाबला नहीं कर सकता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 53 हजार मतदान केन्द्रों से मतदान कार्यकर्ता महाकुंभ में भाग ले रहे है और उन्होंने अपनी उपस्थिति का अब तक का सबसे बड़ा रिकार्ड बनाया है।                     
यह भी बोले शिवराज 
कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित करते हुए षिवराजसिंह चौहान ने कहा कि 2008 में भाजपा की सरकार ने सात संकल्प लिए थे बिजली, पानी, सड़क, षिक्षा, स्वास्थ्य और सभी को पूरा कर दिया है। आने वाले दिनों में मध्यप्रदेष में कोई भी गांव सड़क विहीन नहीं रहेगा। मध्यप्रदेष में 24 घंटा बिजली देने का चमत्कार भी हो चुका है। आजादी के बाद मध्यप्रदेष में 3000 मेगावाट बिजली बनती थी और मध्यप्रदेष अंधेरे में डूबा हुआ था। भाजपा ने अपने 9 वर्षो के शासनकालमें 14 हजार मेगावाट की क्षमता का सृजन किया है। गांवों में 24 घंटा बिजली दी जा रही है। हर खेत को पानी देने के लिए योजना है। प्रदेष में जहां साढ़े सात लाख हैक्टेयर सिंचाई होती थी अब बढ़कर 25 लाख हैक्टैयर में हो रही है। नदी जोडने का सपना पूर कर रहे है। 5 अक्टूबर तक क्षिप्रा नमर्दा नदी जोड़ो का संकल्प पूर्ण कर लिया जायेगा और आचार संहिता नहीं लगती ंतो उसका लोकार्पण भी कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि सोयाबीन की फसलबर्बाद हुई है इसका सर्वे कराया जा रहा है और राज्य सरकार किसानों को बीमा कंपनियों से एक एक पाई का भुगतान करायेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेष में औद्योगिकरण का पर्यावरण बना है। हर कंपनी मध्प्रदेष की ओर रूख कर रही है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मध्यप्रदेष में कांग्रेस ने षिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया था अब इसमें परिष्कार किया जा रहा है। मध्यप्रदेष में गरीबों के लिए 15 लाख मकान बनाए जा रहे है। मध्यप्रदेष राज्य भाजपा के लिए एक परिवार बन गया है। भाजपा की विजय पताका फहराने के लिए कार्यकर्ताओं को कमर कसना है। मतदान केन्द्र जीतकर भारतीय जनता पार्टी प्रदेष का निर्माण करेगी। राजनीति में राष्ट्रीयता की भावना से कार्य करना है। उन्होंने भारत एवं भारतीयता के विरूद्ध होने वाले हमले का मुकाबला करने के लिए महंगाई, भ्रष्टाचार समाप्त करने, कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का संकल्प दिलाया और प्रचण्ड विजय प्राप्त करने के लिए कार्यकर्ताओं से एकजुटता के साथ जुटने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत बनाने के लिए मतदान केन्द्र को जीतना होगा। कांग्रेस मुक्त भारत की शुरूआत मतदान केन्द्र जीतकर ही कर सकेंगे। 

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