प्रशासनिक संवाददाता, भोपाल।
राज्य में नव बर में होने वाले विधानसभा चुनाव में धनबल व बाहुबल के उपयोग पर इस बार भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आयकर विभाग कड़ी निगरानी कर रहा है। इस संबंध में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग पिछले एक माह से ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी कर रहा है। आयकर विभाग का एक खास विंग इस पर काम रहा है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पहली बार आयकर विभाग धनबल को रोकने के लिए सीधे तौर पर भागीदारी निभा रहा है। विधानसभा चुनाव में धनबल व बाहुबल की दखल रोकने के प्रयास में आयोग ने यह कवायद की है। चुनाव के समय व्यापक पैमाने पर मतदाताओं को लुभाने प्रत्यासी कई बार रुपये बांटने का कार्य करते हैं। इस पर शक्ति से रोक लगाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
लेन-देन की निगरानी:
जानकार सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग इस समय नेताओं आहरण-संवितरण पर पैनी नजर रख रहा है। आयकर विभाग लेन-देन की पूरी जानकारी बैंकों से प्राप्त कर रहा है। सूत्र बतातें है कि आवश्यकता पडऩे पर विभाग कुछ नेताओं के फोन भी टेप करा सकता है।
पड़ेगा असर:
आयकर विभाग द्वारा चुनाव के दौरान की जा रही तैयारी के मद्देनजर काफी हद तक इसका असर पड़ेगा। एक तरफ जहां रुपए के बल पर नेता वोट ारीदने पर कामयाब न हीं होगे वहीं दूसरी तरफ निष्पक्ष चुनाव का नजारा दिखाई देगा।
राज्य में नव बर में होने वाले विधानसभा चुनाव में धनबल व बाहुबल के उपयोग पर इस बार भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आयकर विभाग कड़ी निगरानी कर रहा है। इस संबंध में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग पिछले एक माह से ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी कर रहा है। आयकर विभाग का एक खास विंग इस पर काम रहा है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पहली बार आयकर विभाग धनबल को रोकने के लिए सीधे तौर पर भागीदारी निभा रहा है। विधानसभा चुनाव में धनबल व बाहुबल की दखल रोकने के प्रयास में आयोग ने यह कवायद की है। चुनाव के समय व्यापक पैमाने पर मतदाताओं को लुभाने प्रत्यासी कई बार रुपये बांटने का कार्य करते हैं। इस पर शक्ति से रोक लगाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
लेन-देन की निगरानी:
जानकार सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग इस समय नेताओं आहरण-संवितरण पर पैनी नजर रख रहा है। आयकर विभाग लेन-देन की पूरी जानकारी बैंकों से प्राप्त कर रहा है। सूत्र बतातें है कि आवश्यकता पडऩे पर विभाग कुछ नेताओं के फोन भी टेप करा सकता है।
पड़ेगा असर:
आयकर विभाग द्वारा चुनाव के दौरान की जा रही तैयारी के मद्देनजर काफी हद तक इसका असर पड़ेगा। एक तरफ जहां रुपए के बल पर नेता वोट ारीदने पर कामयाब न हीं होगे वहीं दूसरी तरफ निष्पक्ष चुनाव का नजारा दिखाई देगा।
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