बीआरटीएस कॉरिडोर बसें दौड़ना शुरू
-मुख्यमंत्री ने दिखाई हरी झंड़ी, दो ओर रूटों का भी शुभारंभ
भोपाल।
आखिरकार के भोपाल बीआरटीएस कॉरिडोर में बसें दौड़ने लगी। शुक्रवार को माय बस को कॉरिडोर में मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने हरी झंडी दिखाई। बैरागढ़ स्थित बस डिपो पर आयोजित इस कार्यक्रम में श्री चौहान ने कहा, बीआरटाीएस कॉरिडोर का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम होगा।
इस मौके पर उन्होंने दो नए रूटों का भी शुभारंभ किया। उन्होंने इसे मप्र मध्यप्रदेश की एक बड़ी उपलब्धि बताया। नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर ने केंद्र और राज्य सरकार का आभार माना और कहा, बीआरटीएस कॉरिडोर की कुल लागत 368 करोड़ है। प्रोजेक्ट के लिए आधी राशि केंद्र और आधी राशि राज्य सरकार ने दी है। माय बस के नाम सुझाने वाले प्रतियोगी अहमद जमाल काजी के नाम की घोषणा की। महापौर कृष्ण गौर ने इसे शहरवासियों को समर्पित करते हुए शहर में नए बदलाव का कदम बताया।
-2 हजार करोड़ स्वीकृत
श्री चौहान ने बीआरटीएस कॉरिडोर की प्रसांशा करते हुए कहा, मप्र के शहरों के विकास तथा सौन्दर्यीकरण के लिए2000 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। भोपाल के विकास के लिए भी पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाई गई है। प्रदेश के सभी शहरों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री पेयजल योजना बनाई गई है। ग्रामीण क्षेत्र में नलों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करवाने इस योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। सालों पुरानी अवैध कॉलोनियों को वैध करने के लिए भी नियम बनाने का निर्णय लिया गया है। ऐसा शहरों के विस्तार और गरीबों को उनका हक सुरक्षित करने के लिए किया गया।
-24 किमी, 82 स्टॉप
महापौर कृष्णा गौर ने बीआरटीएस तथा नगर निगम द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। वे बोलीं, पूरा रूट 24 किलोमीटर का है और इसमें 82 बस स्टॉप हैं। इन स्टॉपों पर बस दस मिनिट के अंतराल पर मिलेगी। उन्होंने बताया, नगर निगम झीलों के संरक्षण के लिए मास्टर प्लान भी तैयार कर रहा है।
भोपाल-इंदौर तक वाल्वों
इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अत्याधुनिक लोक परिवहन सेवा माय बस के साथ भोपाल-इंदौर के बीच चलने वाली चार नई वाल्वो बस, माय बस के दो नये मार्ग, माय बस के हिरदाराम नगर स्थित बस डिपो मोतिया तालाब को प्रदूषण मुक्त बनाने पातरा नाले पर निर्मित धोबी घाट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर बस न्यूज लेटर का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने बस में बैठ बैरागढ़ से लालघाटी चौराहे तक यात्रा की।
-कांग्रेसी नहीं हुए शामिल
इस पूरे कार्यक्रम में कहीं भी कांग्रेसी पार्षद शामिल नहीं हुए। उन्होंने लोकार्पण का विरोध करते हुए इसका बहिष्कार किया है। नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर ने कॉरिडोर के नामाकरण को लेकर विरोध जताते हुए कहा, मुख्यमंत्री को कॉरिडोर का नामाकरण करने का अधिकार ही नहीं है। यह अधिकार नगर निगम परिषद को है। ऐसे में वह कैसे नामकरण कर सकते हैं। उन्होंने कहा, प्रोजेक्ट केंद्र का है, बावजूद इसके कांग्रेसी नेता और पार्षदों को कार्यक्रम में बुलाया ही नहीं गया।
यह रहे मौजूद
कार्यक्रम में राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा, राज्य कुक्कुट विकास निगम के अध्यक्ष शैतान सिंह पाल, राज्य वरिष्ठ नागरिक आयोग के उपाध्यक्ष नानकराम वाधवानी, विधायक विश्वास सारंग, महापौर परिषद के सदस्य आलोक शर्मा, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एसएन मिश्रा, आयुक्त नगरीय प्रशासन संजय शुक्ला, कलेक्टर निशांत वरवड़े और नगर निगम कमिश्नर विशेष गढ़पाले सहित जनप्रतिनिधि तथा नगारिक उपस्थित थे।
-मुख्यमंत्री ने दिखाई हरी झंड़ी, दो ओर रूटों का भी शुभारंभ
भोपाल।
आखिरकार के भोपाल बीआरटीएस कॉरिडोर में बसें दौड़ने लगी। शुक्रवार को माय बस को कॉरिडोर में मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने हरी झंडी दिखाई। बैरागढ़ स्थित बस डिपो पर आयोजित इस कार्यक्रम में श्री चौहान ने कहा, बीआरटाीएस कॉरिडोर का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम होगा।
इस मौके पर उन्होंने दो नए रूटों का भी शुभारंभ किया। उन्होंने इसे मप्र मध्यप्रदेश की एक बड़ी उपलब्धि बताया। नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर ने केंद्र और राज्य सरकार का आभार माना और कहा, बीआरटीएस कॉरिडोर की कुल लागत 368 करोड़ है। प्रोजेक्ट के लिए आधी राशि केंद्र और आधी राशि राज्य सरकार ने दी है। माय बस के नाम सुझाने वाले प्रतियोगी अहमद जमाल काजी के नाम की घोषणा की। महापौर कृष्ण गौर ने इसे शहरवासियों को समर्पित करते हुए शहर में नए बदलाव का कदम बताया।
-2 हजार करोड़ स्वीकृत
श्री चौहान ने बीआरटीएस कॉरिडोर की प्रसांशा करते हुए कहा, मप्र के शहरों के विकास तथा सौन्दर्यीकरण के लिए2000 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। भोपाल के विकास के लिए भी पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाई गई है। प्रदेश के सभी शहरों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री पेयजल योजना बनाई गई है। ग्रामीण क्षेत्र में नलों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करवाने इस योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। सालों पुरानी अवैध कॉलोनियों को वैध करने के लिए भी नियम बनाने का निर्णय लिया गया है। ऐसा शहरों के विस्तार और गरीबों को उनका हक सुरक्षित करने के लिए किया गया।
-24 किमी, 82 स्टॉप
महापौर कृष्णा गौर ने बीआरटीएस तथा नगर निगम द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। वे बोलीं, पूरा रूट 24 किलोमीटर का है और इसमें 82 बस स्टॉप हैं। इन स्टॉपों पर बस दस मिनिट के अंतराल पर मिलेगी। उन्होंने बताया, नगर निगम झीलों के संरक्षण के लिए मास्टर प्लान भी तैयार कर रहा है।
भोपाल-इंदौर तक वाल्वों
इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अत्याधुनिक लोक परिवहन सेवा माय बस के साथ भोपाल-इंदौर के बीच चलने वाली चार नई वाल्वो बस, माय बस के दो नये मार्ग, माय बस के हिरदाराम नगर स्थित बस डिपो मोतिया तालाब को प्रदूषण मुक्त बनाने पातरा नाले पर निर्मित धोबी घाट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर बस न्यूज लेटर का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने बस में बैठ बैरागढ़ से लालघाटी चौराहे तक यात्रा की।
-कांग्रेसी नहीं हुए शामिल
इस पूरे कार्यक्रम में कहीं भी कांग्रेसी पार्षद शामिल नहीं हुए। उन्होंने लोकार्पण का विरोध करते हुए इसका बहिष्कार किया है। नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर ने कॉरिडोर के नामाकरण को लेकर विरोध जताते हुए कहा, मुख्यमंत्री को कॉरिडोर का नामाकरण करने का अधिकार ही नहीं है। यह अधिकार नगर निगम परिषद को है। ऐसे में वह कैसे नामकरण कर सकते हैं। उन्होंने कहा, प्रोजेक्ट केंद्र का है, बावजूद इसके कांग्रेसी नेता और पार्षदों को कार्यक्रम में बुलाया ही नहीं गया।
यह रहे मौजूद
कार्यक्रम में राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा, राज्य कुक्कुट विकास निगम के अध्यक्ष शैतान सिंह पाल, राज्य वरिष्ठ नागरिक आयोग के उपाध्यक्ष नानकराम वाधवानी, विधायक विश्वास सारंग, महापौर परिषद के सदस्य आलोक शर्मा, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एसएन मिश्रा, आयुक्त नगरीय प्रशासन संजय शुक्ला, कलेक्टर निशांत वरवड़े और नगर निगम कमिश्नर विशेष गढ़पाले सहित जनप्रतिनिधि तथा नगारिक उपस्थित थे।
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