सोमवार, 30 सितंबर 2013

55 प्रतिशत महिलाओं में ‘एनेमिक’, भोपाल

प्रदेश की 55 प्रतिशत महिलाएं ऐसी हैं, जिनमें रक्त की कमी (एनेमिक) है। हलांकि यह पहले से 6 प्रतिशत कम हुआ है। पूर्व में यह ग्राफ 61 प्रतिशत था। जिला स्वास्थ्य अधिकारी पंकज शुक्ला ने यह जानकारी सोमवार को कलेक्टर सभागार में कलेक्टर निशांत वरवड़े को दी। 
इस दौरान कलेक्टर ने एनेमिक के धीरे गति से कम होने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, महिलाओं में रक्त की कमी को दूर करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्यक्रम चल रहे हैं। श्री शुक्ला ने बताया कि महिलाओं में मासिकधर्म के दौरान रक्त स्त्राव होता है। इस वजह से महिलाओं रक्त की कमी की समस्या बनी रहती है। प्रशासन इसके लिए स्कूल स्तर पर कार्यक्रम चला रहा है, जिसमें छात्राओं को स्कूल में एक नीले रंग की गोली जो आयरन युक्त होती है। खाने के लिए दी जाएगी। पहले यह गोली शिक्षक खाएंगे। इसके बाद वह गोली छात्राओं को दी जाएगी। इसी प्रकार ऐसी छात्राएं जिन्होंने स्कूल छोड़ दिया है। उनके लिए आंगनबाड़ी के माध्यम से आयरन की गोली दी जाएगी। सीएमएचओ के मुताबिक महिलाओं में आयरन की कमी के चलते होने वाले बच्चे का वजन भी कम होता है। छात्रा और महिलाओ को सालभर में 52 आयरन की गोली दी जाएगी। इस तरह रक्त की कमी को दूर किया जाएगा। साथ महिलाओं को स्वास्थ्य पर परामर्श भी दिया जाएगा। शुक्ला के मुताबिक आयरन की गोली लेने के बाद चाय कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे असर कम होता है।
मैं मिलकर काम करने में विश्वास करता हूं 
इस अवसर पर कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहा, वैसे यह योजना स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण विभाग के अंतर्गत आती है। किन्तु प्रशासन को सभी योजनाओं के क्रियान्वयन पर नजर रखना होती है। इसके लिए मिलकर काम करना बेहतर होता है। कलेक्टर के मुताबिक वह हमेशा समन्वय से काम करते हैं और मैं मिलकर काम करने में ही विश्वास करता हूं। 

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