-राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में बोले आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक
भोपाल।
राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की 152वीं बैंठक बुधवार को अरेरा हिल्स स्थित सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया के आंचलिक कार्यालय में हुई। बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक पीआर रविमोहन ने कहा, राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति को और प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न बैंकों द्वारा प्रेषित आंकड़ों का सूक्ष्म विश्लेषण किया जाना जरूरी है।
बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव आर.परशुराम कर रहे थे। इस अवसर ओएसडी पर एंटोनी जेसी डिसा, सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव ऋषि उपस्थित थे। बैठक में जून तिमाही 2013-14 के कार्य-निष्पादन की समीक्षा की गई।
सबसे पहले सेंट्रल बैंक के फील्ड महाप्रबंधक एवं समिति के संयोजक उमेश कुमार सिंह श्री परशुराम का उनके कार्यकाल के दौरान समिति को मिले मार्गदर्शन के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है भविष्य में भी उनका मार्गदर्शन समिति को मिलेगा। उन्होंने श्री डिसा का स्वागत करते हुए बताया, समिति की 9 उपसमितियों की बैठक संपन्न हो चुकी है। इन समितियों के सुझावों को चर्चा के लिए समिति के कार्यवृत्त में शामिल किया गया है।
समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए राजीव ऋषि ने बताया, देश के सकल घरेलु उत्पादन में मप्र का 3.3 प्रतिशत शेयर है। इसके बैंकर्स ही आगे बढ़ा सकते हैं। साथ ही उन्होंने बेहतर कृषि उत्पादन, वित्तीय समावेशन और शिक्षा ऋण आवेदन के लिए हेलम्सा पोर्टल उपलब्ध कराने के लिए राज्य शासन को बधाई दी। इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री परशुराम ने कहा, प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कृषि उद्योगों एवं रोजगार परक योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जब-जब समिति को आवश्यवकता होगी मैं उपलब्ध रहूंगा।
अपर मुख्य सचिव पंचायत, ग्रामीण विकास एवं सामाजिक न्याय श्रीमती अरुणा शर्मा ने कहा, शैडो एरिया के अंतर्गत शेष 1800 अल्ट्राा स्मॉल शाखाओं को 30 सितंबर तक खोलने के लिए निर्देशित किया है। नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. राजेन्द्रि सिंह ने कृषि क्षेत्र के अन्तंर्गत दीर्घावधि ऋण देने पर विशेष बल दिया।
भोपाल।
राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की 152वीं बैंठक बुधवार को अरेरा हिल्स स्थित सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया के आंचलिक कार्यालय में हुई। बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक पीआर रविमोहन ने कहा, राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति को और प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न बैंकों द्वारा प्रेषित आंकड़ों का सूक्ष्म विश्लेषण किया जाना जरूरी है।
बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव आर.परशुराम कर रहे थे। इस अवसर ओएसडी पर एंटोनी जेसी डिसा, सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव ऋषि उपस्थित थे। बैठक में जून तिमाही 2013-14 के कार्य-निष्पादन की समीक्षा की गई।
सबसे पहले सेंट्रल बैंक के फील्ड महाप्रबंधक एवं समिति के संयोजक उमेश कुमार सिंह श्री परशुराम का उनके कार्यकाल के दौरान समिति को मिले मार्गदर्शन के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है भविष्य में भी उनका मार्गदर्शन समिति को मिलेगा। उन्होंने श्री डिसा का स्वागत करते हुए बताया, समिति की 9 उपसमितियों की बैठक संपन्न हो चुकी है। इन समितियों के सुझावों को चर्चा के लिए समिति के कार्यवृत्त में शामिल किया गया है।
समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए राजीव ऋषि ने बताया, देश के सकल घरेलु उत्पादन में मप्र का 3.3 प्रतिशत शेयर है। इसके बैंकर्स ही आगे बढ़ा सकते हैं। साथ ही उन्होंने बेहतर कृषि उत्पादन, वित्तीय समावेशन और शिक्षा ऋण आवेदन के लिए हेलम्सा पोर्टल उपलब्ध कराने के लिए राज्य शासन को बधाई दी। इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री परशुराम ने कहा, प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कृषि उद्योगों एवं रोजगार परक योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जब-जब समिति को आवश्यवकता होगी मैं उपलब्ध रहूंगा।
अपर मुख्य सचिव पंचायत, ग्रामीण विकास एवं सामाजिक न्याय श्रीमती अरुणा शर्मा ने कहा, शैडो एरिया के अंतर्गत शेष 1800 अल्ट्राा स्मॉल शाखाओं को 30 सितंबर तक खोलने के लिए निर्देशित किया है। नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. राजेन्द्रि सिंह ने कृषि क्षेत्र के अन्तंर्गत दीर्घावधि ऋण देने पर विशेष बल दिया।
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