-कलेक्टोरेट की जनसुनवाई में आई 117 शिकायतें
-अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे ने सुनी आवेदकों की
भोपाल।
कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को हुई जनसुनवाई में 117 शिकायतें आर्इं। मामलों की सुनवाई अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे ने की। बैरसिया रोड स्थित गुरुनानक कॉलोनी के निवासी मनजीत सिंह ने बताया कि मैंने वर्तमान निवासरत मकान जब खरीदा था तब विक्रय पत्र पर मां सतपाल कौर का नाम भी लिखवाया था। यह इस लिए कि मां का साथ और सम्मान भी बना रहे है। लेकिन अब मां का स्वर्गवास हो गया है, मैंने मकान से संबंधी सभी दस्तावेजों अपने नाम करने नगर निगम के संपत्तिकर विभाग मे एक आवेदन दिया। लेकिन कुछ दस्तावेजों के आधार पर मुझे पता चला कि मेरे भाई चरणजीत और उसकी पत्नी ने मेरे पिता के साथ मिलकर मां की फर्जी वसीहत बनवा ली। अब वह मकान अपने नाम नामांतरित करवाने की कोशिश में जुटा हुआ है।
गौर करने वाली बात यह है कि जो वसीयत बनाई गई है वह अंग्रेजी में है और मेरी मां मां को अंग्रेजी लिख-पढ़ ही नहीं सकती थी। यह एक मुख्य कारण है वसीहत फर्जी है। मनजीत सिंह ने मांग की है कि फर्जी वसीहत की जांच कराई जाए। श्री कुर्रे ने एसएसपी को जांच करने के आदेश दिए। इसी प्रकार ग्राम झिकरियाकलां निवासी गोरेलाल ने अपने आवेदन में विदिशा-भोपाल क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के खाते को दुरस्त कराने की मांग की।
गोरेलाल ने बताया कि बैंक खाता क्रमांक- 900404177-6 है। इसमें 1 लाख 65 हजार रुपए 8 मई 2013 को जमा किए गए थे, जिसकी स्लिप भी है, लेकिन बैंक लारा यह राशि न तो खाते में चढ़ाई गई और नहीं कंप्यूटर रिकार्ड में इसे दर्ज किया गया है। मालीखेड़ी ग्राम के निवासियों ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मालीखेड़ी की वरिष्ठ अध्यापक संध्या मेश्राम को हटाने की मांग की है। लोगों ने शिकायत में बताया, जब से शाला में वह पदस्थ हुई है वह कभी भी शाला में समय से नहीं आती है। छुट्टी होने पर वह लीव काटकर हस्ताक्षर कर देती है। हद तो यह है कि वह रिटायर होने के बाद भी वह शाला की प्रभारी हो गई हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ रहा है।
-नहीं मिली छात्रवृत्ति
पशुपालन पत्रोपाधिक पाठ्यक्रम महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों ने महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्रवृत्ति न स्वीकृत करने का आरोप लगाया। छात्रों ने बताया इस वर्ष का सत्र समाप्त होने में लगभग तीन माह बाकी हैं। ऐसे में डर है कि प्रबंधन हमें छात्रवृत्ति नहीं देगा। छात्रवृत्ति के लिए आवेदन अक्टूबर 2012 को आॅनलाइन भरकर जमा किया था। छात्रों ने बताया, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग ऐसे करीब 82 छात्र हैं, जिनकी छात्रवृत्ति नहीं दी गई है।
-मुआवजा दिलवाएं
ग्राम खौरी के किसानों ने अपर कलेक्टर को बताया, भारी बारिश और उसके बाद पड़ी तेज धूप से सोयाबीन की फसल पूरी तरह खराब हो गई है। दूसरी ओर आरआई-पटवारियों ने भी सर्वे नहीं किया। उन्होंने अधिकारी से कहा, फसलों के सर्वे के लिए निर्देश दें ताकि सही हक मिल सकें। किसानों ने बताया, हमने कर्जा लेकर फसलें बोवोयी थी। दूसरा मुआवजा भी नहीं दिया गया अब हम परिवार को क्या खिलाएं।
-अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे ने सुनी आवेदकों की
भोपाल।
कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को हुई जनसुनवाई में 117 शिकायतें आर्इं। मामलों की सुनवाई अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे ने की। बैरसिया रोड स्थित गुरुनानक कॉलोनी के निवासी मनजीत सिंह ने बताया कि मैंने वर्तमान निवासरत मकान जब खरीदा था तब विक्रय पत्र पर मां सतपाल कौर का नाम भी लिखवाया था। यह इस लिए कि मां का साथ और सम्मान भी बना रहे है। लेकिन अब मां का स्वर्गवास हो गया है, मैंने मकान से संबंधी सभी दस्तावेजों अपने नाम करने नगर निगम के संपत्तिकर विभाग मे एक आवेदन दिया। लेकिन कुछ दस्तावेजों के आधार पर मुझे पता चला कि मेरे भाई चरणजीत और उसकी पत्नी ने मेरे पिता के साथ मिलकर मां की फर्जी वसीहत बनवा ली। अब वह मकान अपने नाम नामांतरित करवाने की कोशिश में जुटा हुआ है।
गौर करने वाली बात यह है कि जो वसीयत बनाई गई है वह अंग्रेजी में है और मेरी मां मां को अंग्रेजी लिख-पढ़ ही नहीं सकती थी। यह एक मुख्य कारण है वसीहत फर्जी है। मनजीत सिंह ने मांग की है कि फर्जी वसीहत की जांच कराई जाए। श्री कुर्रे ने एसएसपी को जांच करने के आदेश दिए। इसी प्रकार ग्राम झिकरियाकलां निवासी गोरेलाल ने अपने आवेदन में विदिशा-भोपाल क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के खाते को दुरस्त कराने की मांग की।
गोरेलाल ने बताया कि बैंक खाता क्रमांक- 900404177-6 है। इसमें 1 लाख 65 हजार रुपए 8 मई 2013 को जमा किए गए थे, जिसकी स्लिप भी है, लेकिन बैंक लारा यह राशि न तो खाते में चढ़ाई गई और नहीं कंप्यूटर रिकार्ड में इसे दर्ज किया गया है। मालीखेड़ी ग्राम के निवासियों ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मालीखेड़ी की वरिष्ठ अध्यापक संध्या मेश्राम को हटाने की मांग की है। लोगों ने शिकायत में बताया, जब से शाला में वह पदस्थ हुई है वह कभी भी शाला में समय से नहीं आती है। छुट्टी होने पर वह लीव काटकर हस्ताक्षर कर देती है। हद तो यह है कि वह रिटायर होने के बाद भी वह शाला की प्रभारी हो गई हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ रहा है।
-नहीं मिली छात्रवृत्ति
पशुपालन पत्रोपाधिक पाठ्यक्रम महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों ने महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्रवृत्ति न स्वीकृत करने का आरोप लगाया। छात्रों ने बताया इस वर्ष का सत्र समाप्त होने में लगभग तीन माह बाकी हैं। ऐसे में डर है कि प्रबंधन हमें छात्रवृत्ति नहीं देगा। छात्रवृत्ति के लिए आवेदन अक्टूबर 2012 को आॅनलाइन भरकर जमा किया था। छात्रों ने बताया, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग ऐसे करीब 82 छात्र हैं, जिनकी छात्रवृत्ति नहीं दी गई है।
-मुआवजा दिलवाएं
ग्राम खौरी के किसानों ने अपर कलेक्टर को बताया, भारी बारिश और उसके बाद पड़ी तेज धूप से सोयाबीन की फसल पूरी तरह खराब हो गई है। दूसरी ओर आरआई-पटवारियों ने भी सर्वे नहीं किया। उन्होंने अधिकारी से कहा, फसलों के सर्वे के लिए निर्देश दें ताकि सही हक मिल सकें। किसानों ने बताया, हमने कर्जा लेकर फसलें बोवोयी थी। दूसरा मुआवजा भी नहीं दिया गया अब हम परिवार को क्या खिलाएं।
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