सोमवार, 30 सितंबर 2013

आम आदमी बन कलेक्टर घूमे शहर

-बोले, अन्य अधिकारी भी करें इस तरह सफर, देखें व्यवस्था और रखें अव्यवस्था पर नजर 
भोपाल। 
कलेक्टर निशांत वरवड़े सोमवार शाम अचान अपनी पहचान छिपा आम आदमी की तरह बीआरटीएस माय बस से शहर का भ्रमण किया। कलेक्टर ने टिकट 0101130930175000260672 कटा लालघाटी से बोर्ड आॅफिस चौराहे तक सफर किया। शाम 5.50 पर शुरू की अपनी में उन्होंने माय बस सर्विस की हालत जानी। 
अपने गंतव्य पर पहुंचने के बाद उन्होंने सफर के दौरान देखी व्यवस्था-अव्यवस्थाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा, मैंने एक एक आम आदमी की तरह सफर किया। मैं चाहूंगा अन्य अधिकारी भी अपनी पहचान छिपा यात्रा करें। इससे सटीक मॉनिटरिंग हो सकेगी। श्री वरवड़े ने कहा, सफर के दौरान अच्छी बात यह रही कि मैंने करीब तीन सौ मीटर दूर खड़ी अपनी और राग साईड चलकर बस स्टाप से कुछ दूर खड़े होकर हाथ दिया पर बस नहीं रुकी। एक राहगीर ने कहा यहां नही रूकेगी। बस स्टाप पहुचों। यह अच्छी बात थी कि आम आदमी भी ये बात जान गए हैं। बस में बैठा लेकिन बोर्ड आंफिस का टिकट लिया, लेकिन खुल्ले पैसे नहीं थे। कनडेक्टर ने खुल्ले पैसे लाकर दे दिए। 
बस में महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों की जानकारी कनडेक्टर दे रहा था। मैंने बस में अच्छी संख्या में सवारियां देखीं। मात्र 26 मिनिट में बस ने लालघाटी से बोर्ड आॅफिस 9.7 किलो मीटर दूरी तय कर छोड दिया। वे बोले कोई आटों 200 से 300 रुपए लेता, लेकिन बस   में यह किराया 14 रुपए लगा। हालांकि उन्होंने कमियां भी गिनाई। वे बोले, स्टॉप पर अनाउन्समेन्ट नहीं किया जा रहा था। कहीं-कहीं बस की स्पीड अधिक थी। रोड चौराहो पर लाईट की कमी। बस मे कैमरा नहीं था। श्री वरवडे ने कहा, इन कमियों को सुधारा जा सकता है।

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