शनिवार, 23 मार्च 2013

ओलों की भेंट चढ़ी जिले की 24 हजार हेक्टेयर फसल

  - प्रारंभिक सर्वे में हुआ खुलासा
  - बढ़ सकता है फसल खराब होने का आंकड़ा
  - ओला-पाला से बैरसिया क्षेत्र में हुआ सर्वाधिक नुकसान
भोपाल। 16 मार्च की मध्यरात्रि को हुई तेज बारिश और गिरे ओलों ने किसानों की फसलों को बर्बाद कर दिया है। ओलों से जहां जिले के करीब 105 ग्रामों की 24 हजार हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। इनमें से 29 गांवों की फसलों 50 प्रतिशत तक खराब हो गई हैं। गेहूं व चने के दाने पूरी तरह भीग जाने से जहां चने के छिलके निकलने लगे हैं, वहीं गेहूं काला पड़ रहा है। इधर ठंड के समय पड़े पाले से 277 गांवों की लगभग 17 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें पहले ही खराब हो चुकी थीं। ऐसी स्थिति में किसान करें भी तो क्या? पाले के बाद ओलों ने उनकी कमर ही तोड़ दी है।
यह खुलासा हुआ है हाल ही में की गई प्रारंभिक सर्वे रिपोर्ट से। रिपोर्ट में बताया गया है कि 16 मार्च को हुई तेज बारिश व गिरे ओलों का असर सर्वाधिक तहसील बैरसिया क्षेत्र में हुआ। तेज बारिश केवल हुजूर क्षेत्र में ही हुई है। यहां कुछ ही गांवों की फसलें बर्बाद हुई है, जिनका प्रतिशत 8 से 10 ही है, जबकि बैरसिया क्षेत्र के 105 गांव में ओलों ने तो कहर ही बरपा दिया। 29 गांवों की फसलें 25 से 50 प्रतिशत तक खराब हुई तो शेष 76 ग्रामों में 10 से 15 फीसदी फसलें ओलों की भेंट चढ़ी। बारिश व ओलों ने सर्वाधिक नुकसान गेहूं व चना की फसल को ही किया। जिन किसानों के खेत में गेहूं की फसल कटी रखी थी। वह तो लगभग खराब ही हो गई है। गेहूं के दाने तो अब काले पडऩे लगे हैं, चने के उपर का छिलका निकल जाने से उसके दाम भी कम ही मिलने की उ मीद किसानों को नजर आ रही है। 

-वास्तविक आंकलन अभी बाकी 
इधर अधिकारियों का कहना है कि यह तो प्रारंभिक सर्वे है। वास्तिविक सर्वे रिपोर्ट के लिए सर्वे कार्य जारी है। सर्वे पूरा होने के बाद ही नुकसान का सही आंकलन लगाया जा सकेगा।

-19 मार्च को गिरे पानी का भी होगा सर्वे 
यह सर्वे 16 मार्च तक हुई फसल बर्बादी का था, जबकि 19मार्च को भी जिले में बारिश हुई है। यह सर्वे भी फसल बर्बादी के इन आंकड़ों को और बढ़ाएंगे।

25 मकान क्षतिग्रस्त, दो जनहानि भी हुई 
जिले में फसल चौपट होने के साथ-साथ गिरे ओलों ने 25 मकानों को तो क्षति पहुंचाई । इसके अतिरिक्त दो लोगों की मौत भी हो गई है। आकाशीय बिजली गिरने से ग्राम बबचिया व गोरिया सनखेड़ी में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। 3 पशु भी इस ओलों की भेंट चढ़ गए। यह सब बर्बादी केवल बैरसिया तहसील में ही हुई है। जबकि हुजूर
क्षेत्र में आंशिक नुकसान ही हुआ है।
 
 आंकड़ों पर एक नजर -

 ओलों से हुआ नुकसान -
 - ओलों से प्रभावित गांव - 105
 - प्रभावित फसल - 24000 हेक्टेयर
 - प्रभावित किसान - 13000
 - क्षति का अनुमान - 4.50 करोड़ रुपए
 - आवंटन की मांग - 1.50 करोड़ रुपए


 पाला-तुषार से नुकसान -
 - पाले से प्रभावित गांव - 277
 - प्रभावित फसल - 17319 हेक्टयर
 - प्रभावित किसान - 6320
 - क्षति का अनुमान - 1.82 करोड़ रुपए
 (यह क्षति 8 प्रतिशत है, इसलिए आवंटन की मांग नहीं की गई)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें