सोमवार, 11 मार्च 2013

उपार्जन केन्द्र नहीं, अब गांव होगा परिवर्तन -जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ने की गेहूं खरीदी केन्द्रों को लेकर नई व्यवस्था

-जहां 800 से ज्यादा पंजीयन वहां होगी ये व्यवस्था
भोपाल। 
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने नई व्यवस्था की है। अब ऐसे केन्द्र जहां ८०० या इसे अधिक किसान पंजीकृत हैं, उनका गांव (२५-३० पंजीकृत किसान) शिफ्ट किया जाएगा। मतलब उन्हें नया केन्द्र आवंटित किया जाएगा। वहीं इक्का-दुक्का किसानों को अन्य केन्द्रों में नहीं शिफ्ट किया जाएगा। 
इससे पहले इक्का-दुक्का पंजीकृत किसानों को उसकी मांग अनुसार केन्द्र दे दिया जाता था। इससे उपार्जन केन्द्र में रिकार्ड दुरस्त करने में दिक्कत आ रही थीं। प्रशासन द्वारा नए तरीके को अपनाने के पीछे कई अन्य दिक्कतों के खत्म होने की बात भी कही जा रही है। पूरे गांव के किसान को शिफ्ट किए जाने से एक मुस्त रिकार्ड भी दूसरे केन्द्र पर चला जाएगा। भोपाल जिले में गेहूं खरीदी के लिए गेहूं उपार्जन के लिए 46 केंद्र बनाए गए हैं। 
जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक एचएस परमार ने बताया, स्थापित 46 केंद्रों में 27010 किसान पंजीकृत हैं। 7 केंद्र ऐसे मिले हैं, जिनमें 800 से अधिक किसानों ने अपना पंजीयन कराया। 
यहां ये समस्या है कि छोटे व कम लिमिट वाली सोसायटियों में 800 से अधिक किसानों का गेहूं कैसे खरीदा जाएगा। इसी के चलते किसानों को केंद्र परिवर्तन की सुविधा देने के बजाय पूरा गांव शिफ्ट किया जाएगा। श्री परमार ने बताया कि प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में एक दो नहीं, बल्कि पांच से 10 गांव आ रहे हैं। इनमें से एक-दो को समीपवर्ती केन्द्रों पर शिफ्ट किया जाएगा। 

-फर्जी किसानों का फिर सर्वे 
जांच में सामने आए ३०० फर्जी किसानों का दोबारा सर्वे होगा। ये उन किसानों में से हैं, जिनके खेतों में गेहूं की फसल नहीं है अथवा जमीन बंजर पड़ी हुई है। बावजूद इसके इन्होंने गेहूं बिकावाली के लिए पंजीयन करा लिया था। श्री परमार ने बताय, कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर इन किसानों का फिर सर्वे किया जाएगा। इसके बाद जो सही मिलेंगे उन्हें पंजीकृत व जिनके खेतों में गेहूं की फसल नहीं लगी थी उनका पंजीयन निरस्त किया जाएगा।

-यहां होगी शिफ्टिंग
परवलिया सड़क                       -1268
फंदा                                      -886
नेशनल लीड संस्था बैरसिया        -818
ललोई                                   -854
बरखेड़ा                                  -894
नजीराबाद                              -832
सहयोग सोसायटी बैरसिया         -903

-बगरौदा में होगा उपकेन्द्र 
रापडिय़ा केन्द्र में पंजीकृत किसानों की संख्या अधिक होने से अब बगरौदा में उपकेन्द्र खोला जाएगा। श्री परमार ने बताया कि हालांकि जिले में गेहूं बिकावाली के लिए अभी भी 46 केन्द्र ही रहेंगे। विदिशा रोड पर इस केन्द्र में किसानों और सोसायटी की गेहूं खरीदी की लिमिट को देखते हुए एक उपकेन्द्र बनाया जा रहा है। जगह का चिन्हित कर ली गई है। 

ओला-पाला प्रभावित फसलों का सर्वे और 
राहत वितरण तेजी से हो
देरी से किसानों में बेचैनी
नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

    भोपाल, 10 मार्च, 2013। नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने ओला-पाला प्रभावित किसानों की फसल के सर्वे और राहत देने में हो रहे विलंब पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री से मांग की है कि वे एक समय-सीमा निर्धारित कर किसानों को राहत प्रदान करें। 
    नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि प्रदेश में कई जगह फसलो का सर्वे नहीं हुआ है। सर्वे और राहत का कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है। इससे किसानों में बेहद बेचैनी है। उन्होंने कहा कि आप काफी ओला प्रभावित क्षेत्रों में गए किसानों के दु:ख में साझी हुए यह स्वागत योग्य है लेकिन अगर इसके बाद किसानों को राहत नहीं मिल रहा है, तो यह अफसोस जनक है। 
    नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने दतिया जिले के ओला-पाला प्रभावित 25 गावों की सूची भेजते हुए कहा कि इन गांवों में  आज तक सर्वे प्रारंभ नहीं हुआ। उन्होंनें कहा कि यही स्थिति प्रदेश के अन्य ओला-पाला प्रभावित गांवों की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा विधानसभा में ओला-पाला मुद्दे पर 139 नियम के तहत हुई चर्चा में सदन का यह निर्णय था कि सर्वे में तेजी लाई जाये और राहत तत्परता के साथ वितरित की जाये। श्री सिंह ने कहा कि सदन की इस भावना का भी सम्मान नहीं हो रहा है। 
 

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