-पंच व ग्रामीणजनों ने ग्राम पंचायत गोलखेड़ी के कामकाज पर उठाई आपत्ति
भोपाल।
ग्राम पंचायत गोलखेड़ी सही तरीके से काम नहीं कर रही है। उनके द्वारा जो भी कार्य किए जाते है वह कामजों पर ही चल रहे हैं, स्थल पर कुछ भी नहीं है। सरपंच व उनके मिलने वाले ग्रामीण रोजगार गारंटी के पैसे निकाल लेते हैं, जबकि कार्य अधूरा किया जाता है। खास बात तो यह है कि मजदूरों को उनके काम की मजदूरी तक नहीं मिल रही है। यह कहना है ग्राम पंचायत गोलखेड़ी के पंच व ग्रामीणजनों का। वह मंगलवार को एक शिकायती आवेदन लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत गोलखेड़ी का काम केवल कागजों पर चल रहा है, जबकि हकीकत में कुछ भी विकास नहीं हो रहा है। ग्राम पंचायत में जिन कार्यों के लिए पैसे निकलवाए गए हैं, उनका कार्य भी नहीं हुए हैं।इस संबंध में एसडीएम हुजूर को भी शिकायत की जा चुकी है तथा
जनसुनवाई में भी 3 जनवरी 2012 को आवेदन प्रस्तुत किया जा चुका है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्राम पंचायत के
सरपंच व सचिव की मनमानी लगातार चल रही है। उन्होंने शिकायती आवेदन के साथ एक भौतिक सत्यापन का पत्रक भी प्रस्तुत किया है, उसमें निर्मल वाटिका, 30 हितग्राही -60 हितग्राही, वृक्षारोपण कार्य, शांतिधाम विकास कार्य, खेल मैदान, सीसी रोड निर्माण, तालाब गाद निकासी व नदी गहरीकरण चौड़ीकरण संबंधी स्वीकृत कार्य , उनके लिए स्वीकृत राशि व कार्य पर व्यय राशि का वितरण दिया गया है। सभी कार्यों के लिए करीब 80 से 90 प्रतिशत राशि निकाली जा चुकी है, लेकिन कार्य अब तक अपूर्ण ही पड़े हुए हैं। कई कार्य तो केवल कागजों पर ही चल रहे हैं। आवेदनकर्ता पंच व ग्रामीणजनों ने मांग की है कि इन सभी कार्यों की जांच कराई जाए।
भोपाल।
ग्राम पंचायत गोलखेड़ी सही तरीके से काम नहीं कर रही है। उनके द्वारा जो भी कार्य किए जाते है वह कामजों पर ही चल रहे हैं, स्थल पर कुछ भी नहीं है। सरपंच व उनके मिलने वाले ग्रामीण रोजगार गारंटी के पैसे निकाल लेते हैं, जबकि कार्य अधूरा किया जाता है। खास बात तो यह है कि मजदूरों को उनके काम की मजदूरी तक नहीं मिल रही है। यह कहना है ग्राम पंचायत गोलखेड़ी के पंच व ग्रामीणजनों का। वह मंगलवार को एक शिकायती आवेदन लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत गोलखेड़ी का काम केवल कागजों पर चल रहा है, जबकि हकीकत में कुछ भी विकास नहीं हो रहा है। ग्राम पंचायत में जिन कार्यों के लिए पैसे निकलवाए गए हैं, उनका कार्य भी नहीं हुए हैं।इस संबंध में एसडीएम हुजूर को भी शिकायत की जा चुकी है तथा
जनसुनवाई में भी 3 जनवरी 2012 को आवेदन प्रस्तुत किया जा चुका है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्राम पंचायत के
सरपंच व सचिव की मनमानी लगातार चल रही है। उन्होंने शिकायती आवेदन के साथ एक भौतिक सत्यापन का पत्रक भी प्रस्तुत किया है, उसमें निर्मल वाटिका, 30 हितग्राही -60 हितग्राही, वृक्षारोपण कार्य, शांतिधाम विकास कार्य, खेल मैदान, सीसी रोड निर्माण, तालाब गाद निकासी व नदी गहरीकरण चौड़ीकरण संबंधी स्वीकृत कार्य , उनके लिए स्वीकृत राशि व कार्य पर व्यय राशि का वितरण दिया गया है। सभी कार्यों के लिए करीब 80 से 90 प्रतिशत राशि निकाली जा चुकी है, लेकिन कार्य अब तक अपूर्ण ही पड़े हुए हैं। कई कार्य तो केवल कागजों पर ही चल रहे हैं। आवेदनकर्ता पंच व ग्रामीणजनों ने मांग की है कि इन सभी कार्यों की जांच कराई जाए।
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