मंगलवार, 12 मार्च 2013

क्यों नहीं जाते अधिकारी शिविरों में ?

-कलेक्टर ने टीएल बैठक में पूछा सवाल, लगाई अधिकारियों को फटकार
भोपाल। 
क्या कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों मेंं आयोजित किए जाने वाले शिविरों में विभिन्न विभागों के अधिकारी नहीं पहुंचते हैं? सूखी सेवनिया के क्लस्टर शिविर में भी आधे से अधिक विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी नदारद पाए गए । आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? पीएचई, महिला एवं बाल विकास विभाग, जल संसाधन व वन जैसे विभाग के अधिकारी को आखिर समस्या क्या है? विभिन्न विभागों के अधिकारियों को डांटते-फटकारते हुए कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को यह सवाल पूछा। वह टाइम लिमिट की बैठक ले रहे थे। उन्होंने सभी विभागों के जिला अधिकारियों को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि अब ऐसा नहीं चलेगा, जिला स्तरीय शिविरों में उपस्थिति जरूरी होगी, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं का भी त्वरित निराकरण हो सके। कलेक्टर कार्यालय में आयोजित हुई इस बैठक में गेहूं उपार्जन व अंत्योदय मेले के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई तथा आवश्यक निर्देश दिए गए। श्री श्रीवास्तव ने जिले में गेहूं उपार्जन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से करने के लिए खाद्य, वेयरहाउसिंग व
सहकारिता विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जिले के सभी 47 गेहूं उपार्जन केन्द्रों पर 18 मार्च से गेहूं उपार्जन का कार्य बेहतर ढंग से शुरू हो इसके लिये जरूरी है कि सभी केन्द्रों पर तौल कंाटें , सिलाई मशीनें , और बारदाना आदि की पर्याप्त मात्रा में  उपलब्धता हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पहले छोटे किशानों को एसएमएस किये जायें। इधर अंत्योदय मेले को लेकर भी कलेक्टर ने सामाजिक न्याय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को तैयारियां पूरी रखने को कहा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें