सोमवार, 25 मार्च 2013

पुजारी को मंदिर बनाने कहा, उसने कब्जा करा दिया पुजारी ने करवाया मंदिर की जमीन पर कब्जा

-कलेक्टर ने एसडीएम को जांच कर कल तक रिपोर्ट देने दिए निर्देश 
भोपाल। 
सीटीओ, बैरागढ़ की जय मां दुर्गे सर्वोदय कॉलोनी में मंदिर बनाने जिस पुजारी को जमीन दी, उसी ने दूसरे से पैसे ले दूसरे का बेजा कब्जा करवा दिया। मामले को लेकर स्थिति गरम हो गई। इसकी खबर जिला प्रशासन को लगी, लिहाजा प्रशानिक अधिकारियों ने पुलिस को एक्शन लेने को कह दिया है। कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम से 26 मार्च तक जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। 
कॉलोनी मंदिर के लिए जमीन सुरक्षित रखी गई थी। इसके जिसके आधे हिस्से पर मंदिर बना है। आधा हिस्सा खाली पड़ा है। इस पर महिला पुजारी ने एक बाहरी व्यक्ति को कब्जा करा दिया। कॉलोनीवासियों को जब इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने आपत्ति ली। कब्जेधारक और मंदिर की पुजारी ने अभद्रता करना शुरू कर दी। इसके बाद कॉलोनी में तनाव फैल गया। इसे लेकर कॉलोनी के लालता प्रसाद शुक्ल ने कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव से शिकायत की। लालता प्रसाद शुक्ल ने जमीन के कागजात भी दिखा और बताया कि जमीन समिति की है। शुक्ल ने मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने को कहा। कलेक्टर ने एसडीएम बैरागढ़ को जांच 26 मार्च तक पूरी करने को कहते हुए पुलिस को स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। 


मामले पर एक नजर 
१९९५ में सर्वोदय कॉलोनी का निर्माण चल रहा था। इसी समय यहां बनी पानी की टंकी में एक बालक की डूबने से मौत हो गई थी। इस पर बालक के पिता राजन पथरोल और माता रेखा पथरोल को सर्वोदय सहकारी गृह निर्माण समिति ने यहां मंदिर बनाने के लिए 20 बाई 20 फीट जमीन दे दी। इसके पीछे उद्देश्य मंदिर में आने वाले चढ़ावे से परिवार का भरण पोषण होना था। वहीं कॉलोनी वासियों का कहना था कि, इससे पूरी कॉलोनी में भजन पूजन के लिए मंदिर भी हो जाएगा। शुरुआत में सब कुछ सही चलता रहा, लेकिन राजन पथरोल की असमय मौत के बाद मंदिर का सारा जिम्मा रेखा पथरोल को संभालना पड़ा। रेखा पथरोल ने सोहनलाल चंडोलिया के साथ मिलीभगत करके मंदिर के पीछे की खाली पड़ी जमीन पर महेन्द्र नामक व्यक्ति का कब्जा करवा दिया। इसका विरोध करने पर झगड़े की नौबत आ गई, जिसके बाद कलेक्टर को शिकायत की गई। 

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