भोपाल जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी धीरे-धीरे र तार पकडऩे लगी है। किसान भी गेहूं बचने उपार्जन केंद्रों तक पहुंचना शुरू हो गए हैं। अब तक 872 किसानों का कुल 5620 मेट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है। हालांकि यह गेहूं केवल 39 केंद्रों पर ही खरीदा गया है, जबकि 8 केंद्र पर अब तक गेहूं की एक भी ट्राली नहीं पहुंची है। खाद्य विभाग की माने तो 18 मार्च से जिले में गेहूं खरीदी शुरू की गई है। अब तक पांच दिन ही बीतें है। इन पांच दिनों में 5620 मेट्रिक टन खरीदी हो चुकी है। किसानों से जो गेहूं खरीदा जा रहा है। उसकी क्वालिटी की भी जांच की जा रही है ताकि खराब व पुराना गेहूं खरीदा न जा सके। हालांकि गेहूं की केंद्रों पर कम ट्रालियां पहुंचने का कारण कुछ दिनों पहले हुई बारिश है। भीगे गेहूं को सुखाकर किसान उपार्जन केद्रों पर पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि उपार्जन के साथ साथ गेहूं परिवहन का कार्य भीे तेजी से चल रहा है। शुक्रवार शाम तक 3349 मेट्रिक टन गेहूं का परिवहन हो चुका है। परिवहन प्रक्रिया में और तेजी लाई जाएगी।
रापडिय़ा समिति को कराई जगह उपलब्ध
गेहूं खरीदी करने के लिए रापडिय़ा की समिति को जगह नहीं मिल रही थी। इसको ध्यान में रखते हुए गत दिनों इस समिति को बगरौदा में जगह दिलाई गई है। अब यह समिति वहां से गेहूं खरीदी कर रही है।
रापडिय़ा समिति को कराई जगह उपलब्ध
गेहूं खरीदी करने के लिए रापडिय़ा की समिति को जगह नहीं मिल रही थी। इसको ध्यान में रखते हुए गत दिनों इस समिति को बगरौदा में जगह दिलाई गई है। अब यह समिति वहां से गेहूं खरीदी कर रही है।
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