बुधवार, 6 मार्च 2013

मप्र में सक्रीय हैं डकैत -ग्वालियर-चंबल संभाग में बढ़ी डकैत गिरोह की वारदातें ,भोपाल/ग्वालियर

केस-1
२० जनवरी को शिवपुरी के बैराढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले खटका गांव के जंगल में तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कृत हुआ। गांव में पांच महिलाएं लकड़ी बीनने गई थीं। बदनामी के डर से महिलाओं परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई।

केस-2 
२२ जनवरी को गोपालपुर थाना क्षेत्र में १५० बकरियों को डकैतों ने अपने कब्जे में ले लिया। महिला थानेदार ने करीब सप्ताह भर तक रिपोर्ट ही दर्ज नहीं की। २५ ग्रामीण मजूदरों के दल ने डीएसपी से गुहार लगाई। तब रिपोर्ट दर्ज हुई। आरोपियों को अब तक गिरफ्त में नहीं लिया गया है। 

केस-३ 
गोवर्धन थाना क्षेत्र में १५ फरवरी को १५ ग्रामीण को ८ डकैतों ने जंगल में बंधक बना लिया। ग्रामीण जंगल में लकड़ी काटने गए थे। डकैतों ने इनसे ५० हजार मांग की। पैसे मिलने के बाद ग्रामीणों को छोड़ा। थाने में रिपोर्ट दर्ज ही नहीं की गई। 
 
हिम्मतकर कुछ ग्रामीणों ने ये व्यथा बताई। पर अफससो यहां पुलिसिया तंत्र अपनी सक्रीयता और ग्रामीणों में विश्वास नहीं जमा पा रहा है। भले ही सरकार विधानसभा में कहे कि मप्र में कोई भी बढ़ा डकैत गिरोह सक्रीय नहीं है। लेकिन डकैतों के गण ग्वालियर-चंबल संभाग में डकैतों ने फिर आमद दर्ज कराई है। ये कैस डकैत गिरोह की सक्रीयता के उदाहरण हैं। 

हमेशा से डकैतों की शरणस्थली के लिए पहचाने जाने वाले ग्वालियर-चंबल अंचल में एक बार फिर डकैतों ने आमद दर्ज करा दी है। डकैतों की दहशत से ग्रामीण सांज ढलते ही घरों में कैद हो जाने को मजबूर हैं। खेती-किसानी से जुड़े लोग डर की वजह से अंधेरा होने के बाद खेतों पर जाने से परहेज कर रहे हैं। हालांकि डकैत गिरोह के मूवमेंट की सूचना पर चार जिलों की पुलिस जंगल में सर्चिंग कर रही है, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली है। 
गृह विभाग और गृह मंत्री विधानसभा में ये कहते नहीं थकते कि अब ग्वालियर-चंबल अंचल में कोई बड़ा डकैत गिरोह नहीं बचा है। सच ये है 50 हजार का इनामी डकैत कल्ली गुर्जर क्षेत्र में वारदातों को अंजाम दे रहा है। वहीं सतना में बलखडिय़ा गिरोह सक्रीय है। मप्र ने ही इस पर १ लाख और यूपी सरकार ने 5 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। कल्ली गुर्जर सहित छोटे गिरोह मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर, ग्वालियर एवं दतिया जिले की सीमा में दस्तक दे रहे हैं। वहीं शिवपुरी, श्योपुरी एवं मुरैना जिले के जंगली क्षेत्र से लगे गांवों में गिरोह वारदात को अंजाम दे रहे हैं। इन गिरोह की सबसे ज्यादा सक्रीयता शिवपुरी जिले के सुभाषपुरा, गोपालपुर, बहारी और ग्वालियर जिले के मोहना, भंवरपुरा थाना क्षेत्र में है। 

-कृषक नहीं जा रहे खेतों पर 
संभाग में डकैतों की सक्रीयता के चलते कृषक रात के समय खेतों पर नहीं जा रहे हैं। इससे आवारा मवेशी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। रात के समय ग्रामीण घर से ही नहीं निकल रहे हैं। कुछ गांवों में ग्रामीण झुंड के रूप में अलाव जलाकर बैठ रहे हैं। जानकारी के अनुसार शिवपुरी, श्योपुर और मुरैना में डकैत गिरोह का मवेशियों की चोरी कर रहे हैं। गिरोह जंगली क्षेत्र में आने वाले गांवों के ग्रामीणों का अपहरण करते हैं और रिहाई के एवज में 20 हजार से लेकर एक लाख रुपए की मांग करते हैं। फिरौती की रकम देने के लिए गिरोह पीडि़त परिवारों को कुछ ही घंटे का समय देता हैं। तय समय में फिरौती की रकम न मिलने पर गिरफ्त में लिए व्यक्ति को मारने की धकमी देता है। 

-अलग-अलग होती है संख्या 
शिवपुरी जिले में कल्ली गुर्जर डकैत गिरोह के सदस्यों की संख्या निश्चित नहीं है। यह संख्या घटती-बढ़ती रहती है। पुलिस महानिरीक्षक चंबल रेंज एसएम मोहम्मद अफजल ने बताया, कल्ली गुर्जर पर राज्य सरकान ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा है। इस पर राजस्थान सरकार ने भी इनाम घोषित किया है। इसके अलावा कोई बड़ा डकैत गिरोह सक्रीय नहीं है। छोटे गिरोहों द्वारा वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। यही छोटे गिरोह मारपीट और मवेशियों की चोरी कर दशहत फैला रहे हैं। छोटे गिरोह में भी लोगों की संख्या निर्धारित नहीं है।  

-यहां खौफजदा हैं लोग 
शिवपुरी- बैराढ, छर्च, गोपालपुर, गोवर्धन, नरवर, पोहरी, सतनबाड़ा, सुभाषपुरा, सुरवाया, बहारी क्षेत्र में ग्रामीण खौफजदा हैं। 
श्योपुर- गसमानी, मगरधा, विजयपुरी, सेसईपुरा, अगरा थाना क्षेत्र। 
ग्वालियर- मोहना, भंवरपुरा, घाटीगांव, आरोन, भितरवार, करईया, पनिहार थाना क्षेत्र। 
मुरैना और दतिया- इन जिलों की सीमा में अकसर गिरोह के लोगों की आमद होती है। छुट-पुट वारदातों को अंजाम भी दिया। 

वर्जन 
मप्र सरकार गलत बयान बाजी करती है। मप्र में अभी भी नाम जद नहीं, लेकिन ऐसे कई डकैत गिरोह सक्रीय हैं, जो कई वार्दातों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे प्रकरण गृह विभाग की यह नाकामी सिद्ध करती है। 
चौ. राकेश सिंह चतुर्वेदी, उप नेता प्रतिपक्ष 

क्षेत्र में डकैत सक्रिय तो हैं, लेकिन शांति बनी हुई है। बीते माह कल्ली गुर्जर की क्षेत्र में मूवमेंट की जानकारी मिली थी। पुलिस रेंज में आते ही जवान सक्रीय होते हैं, लेकिन वह चकमा दे रहा है। जंगल में गुम हो जाने के चलते अन्य जिलों की पुलिस के साथ मिलकर सर्चिंग की जाती है। 
एसएम मोहम्मद अफजल, आईजी, चंबल रेंज 

अंचल में ऐसा कोई बड़ा डकैत गिरोह सक्रीय नहीं है। पुलिस के पास कोई शिकायत आती है तो कार्रवाई की जाएगी।
यूसी षड़ंगी, आईजी ग्वालियर

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