रविवार, 17 मार्च 2013

दबंग अफसरों के पास दो-दो सरकारी बंगले

-नोटिस देने के बाद खाली नहीं किया आवास, कई अफसर लाइन में
भोपाल। 
शासकीय महकमे में अफसर और कर्मचारियों के लिए वैसे तो आवासों की काफी कमी है। इसके बावजूद भी कई अफसर ऐसे हैं, जो राजधानी में शासकीय आवासों में सालों से जमे हैं। जबकि उनका तबादला दूसरे स्थान पर हो चुका है। वहां भी वे सरकारी आवास में निवास कर रहे हैं। जिमेदारों ने आवासा खाली करने के लिए बार-बार नोटिस जारी किए है।
    वन मुयालय से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल के चार इमली क्षेत्र में वन विभाग की कालोनी है। जिसमें अलग-अलग प्रकार के करीब 97 बंगले हैं। जिनका आवंटन डीएफओ स्तर तक के अधिकारियों को किया जाता है। राजधानी भोपाल में एसडीओ पदस्थ रहे राज्य वन सेवा के अधिकारी राजेन्द्र सिंह गहरवार को एफ-12 बंगला आवंटित किया गया था। श्री गहरवार वर्तमान में रातापानी अयारण्य में अधीक्षक पदस्थ हैं। ओबदुल्लागंज डीएफओ रविन्द्र सक्सेना ने बताया कि श्री गहरवार को यहां भी सरकार आवास अलॉट हुआ है। यदि इससे पहले वे जिस सरकार आवास में निवास कर रहे थे वह खाली किया है या नहीं इसकी जानकारी ली जाएगी। चार इमली में वन विभाग की कालोनी में एफ टाइप के 30, जी टाइप के 24, एच टाइप 38 और 5 ई टाइप बंगल हैं। जिनमें से कई अफसर सालों से इन आवासों में जमे हुए हैं। डीएफओ कार्यालय भोपाल द्वारा एफ-12 बंगला खाली करने के लिए श्री गहरवार को दो नोटिस भेजे जा चुके हैं। इसके बाद भी बंगला खाली नहीं कराया गया।

क्या है नियम
जो अधिकारी सरकार आवास में निवास करते हैं, दूसरे स्थान पर तबादला होने और नया आवास मिलने के बाद अधिकतम तीन महीने के भीतर आवास खाली करना अनिवार्य होता है। वन विभाग में जो अधिकारी पहुंच वाले है, वे दो-दो सरकारी आवासों में रह रहे हैं।

जिन अधिकारियों ने नोटिस के बाद भी सरकार आवास खाली नहीं किया है। उन्हें वसूली नोटिस देकर आवास खाली कराया जाएगा। श्री गहरवार को दो बार नोटिस भेजा जा चुका है।
एल कृष्णमूर्ति
डीएफओ, भोपाल 
 

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