गुरुवार, 28 मार्च 2013

गेहूं तब तुलेगा जब दारू के लिए पैसा मिलेगा


-अन्नदाता ने बताई एसडीएम को उपार्जन केन्द्र की परेशानी
भोपाल।
महनत कश अन्नदाताओं को उपार्जन केन्द्र पर गेहूं विक्रय के लिए भेंट पूजा देनी पड़ रही है। कहीं दारू के लिए पैसे की मांग की जा रही है तो कहीं ट्राली में दस पसेरी गेहूं दिए जाने के बाद तुलाई हो रही है। इतना ही नहीं किसानों से मरपीट भी की जार ही है। ऐसी ही तमाम पीड़ाएं बताई हुजूर एसडीए राजेश श्रीवास्तव को दर भर गांव के किसानों ने।
ये पहला मौका नहीं जब किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय के लिए परेशानियां झेल रहे हों। बीते साल भी तुलाई में गड़बड़ी की खबरें सामने आई हैं। अधिकारियों की केन्द्रों पर नजर न होने से किसानों को इन दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने कहा, केन्द्र कर्मचारी तुलाई न भी करें तो ठीक, लेकिन किसी से मारा पीटा न करें। इससे किसानों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अलग-अलग जत्थों में एसडीएम और तहसीलदार चंद्रशेखर श्रीवास्तव को व्यथा सुनाते हुए किसानों के चेहरों पर पीड़ा साफ दिखाई दे रही थी। वहीं कई किसानों ने पूर्व में सौंपे गए आवेदन पत्रों के साथ ही नए आवेदन पत्र सौंप केन्द्र बदलने और मनमानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
-निपानिया जाट में मारपीट
निपानिया जाट उपार्जन केंद्र में किसानों से बदसलूकी और जबरिया वसूली की जा रही है। तहसीलदार चंद्रशेखर श्रीवास्तव को किसानों ने बताया, ग्राम कुठार के दो किसानों के साथ निपानिया जाट उपार्जन केंद्र पर सोसायटी कर्मचारी यादराम ने साथियों ने हमला कर दिया और बुरी तरह से मारा। ग्राम कुठार, शहायापुर, खजूरी, निपानिया, कदरई के किसानों ने बताया कि इसके चलते कुठार और निपानिया जाट गांव के किसानों के बीच तनातनी हो गई है। अगर हालात पर काबू नहीं पाया गया तो टकराव बढ़ सकता है। किसानों ने कहा, तौल कांटे पर सिर्फ एक ही जाति के किसानों का गेहूं तौला जा रहा है, बाकी किसानों को बीते बारह दिन से खड़ा करके रखा है। इस पर तहसीलदार श्रीवास्तव ने चौबीस घंटे में उपार्जन केंद्र की जांच करवा कर व्यवस्था सुधारने एवं स्वयं भी स्थल निरीक्षण का भरोसा दिलाया। किसानों में  रामसजीवन मीना, कन्हैयालाल, हेमराज, ओमप्रकाश सरपंच ग्राम चंदेरी, हरिओम, शांतिस्वरुप, ठाकुर प्रसाद, श्यामसिंह, मान सिंह, प्रीतम, मनोज यादव, प्रदीप शर्मा, नथमल और गोवर्धन यादव आदि थे।

विधायक ने भी की थी मांग
किसानों ने बताया, गांव तक सड़क नहीं होने के कारण कुठार कोऑपरेटिव सोसायटी का मुख्यालय ग्राम निपानिया जाट कर दिया गया। हालांकि, अब सड़क बन चुकी। दूसरी ओर, निपानिया जाट के उपार्जन केंद्र में किसानों के साथ मारपीट और जबरिया वसूली हो रही है। ऐसे में बैरसिया विधायक ब्रम्हानंद रत्नाकर भी बीते दिन अधिकारियों से मिले थे और किसानों की शिफ्टिंग करने के साथ ही केंद्र बदलने की मांग की थी।

बदले जाएंगे केंद्र
जनपद पंचायत फंदा अध्यक्ष अनोखी मानसिंह पटेल की अगुवाई में दर्जनभर गांवों के किसानों ने एसडीएम राजेश श्रीवास्तव से मिलकर उपार्जन केंद्रों में गेहूं की तुलाई नहीं होने की शिकायत की। ग्राम कौडिया, रातीबढ़, मुगालिया छाप, र्इंटखेड़ी आदि ग्रामों के किसानों ने बताया कि, कजलास सोसायटी के बाहर गेहूं से भरी ट्रालियां दस-बारह दिन से खड़ी हैं। इसके चलते रखवाली में लगे किसान होली मनाने तक अपने गांव नहीं जा सके। किसानों को एसएमएस करके बुला लिया गया है, लेकिन गेहूं की तुलाई नहीं हो रही है। करीब 100 किसानों ने अपना उपार्जन केंद्र बदलने के लिए एसडीएम को आवेदन भी सौंपे। इस पर एसडीएम श्रीवास्तव ने केंद्र बदलने की कार्रवाई तत्काल शुरु करवाते हुए किसानों की समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया। किसानों में अनोखीमान सिंह पटेल, सरपंच कैलाश मेवाड़ा, देवसिंह मेवाड़ा, सुनील मेवाडा, हनुमंत सिंह, गुलाब सिंह मीणा, केदार सिंह, शेर सिंह, मनोहर गौर, दशरथ सिंह, कैलाश, अमर सिंह, चानसिंह, मांगीलाल आदि थे।

-वर्जन
किसानों की शिकायतें मिली हैं, इसकी जांच की जाएगी। वहीं जिन्होंने केन्द्र बदलने को कहा उनके केन्द्र बदलने जिला आपूर्ति अधिकारी को भी निर्देशित कर दिया है। जहां गड़बडिय़ां मिलेंगी वहां सोसायटियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राजेश श्रीवास्तव, एसडीएम, हुजूर

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