शनिवार, 15 जून 2013

कटारा पर बीडीए लांच करेगा नई स्कीम

-साढ़े पांच एकड़ पर कटेंगे 2800 प्लॉट 
-मिली सैधांतिक मंजूरी मिली, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू 
-टीएंडसीपी ने दी मंजूरी 
भोपाल। 
आम आदमी के बजट के लिहाज से भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) अफोर्डेबल प्लाट स्कीम लांच करने जा रहा है। कटारा हिल्स की ५३१ एकड़ जमीन पर करीब २८०० प्लॉट काटे जाएंगे। नगर तथा ग्राम निवेष से इसे मंजूरी मिल गई है। 
यहां अलग-अलग साइज के होंगे, जिससे आशियाने की चाह रखने वाले लोग अपनी पसंद के हिसाब से आशियाना बना सकेंगे। बीडीए ऐयरोसिटी स्कीम के सफल होने के बाद होशंगाबाद रोड, कटारा पर इसे लाने जा रहा है। बीडीए ने साफ किया है यह प्लॉट कम बजट में आशियाने की चाह रखने वालों को मिलेंगे। मास्टर प्लान में मिसरोद से कटारा तक करीब साढ़े पांच किमी लंबी व 45 मीटर चौड़ी प्रस्तावित रोड के दोनों ओर 300 मीटर के क्षेत्र में इसे विकसित किया जाएगा। बीडीए मास्टर प्लान की इस रोड का भी निर्माण करेगा। इसके निर्माण के साथ ही नए बायपास के लिए वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। जमीन मालिकों से भूमि अधिग्रहित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, करार पूरा होते ही प्रोजेक्ट लांच किया जाएगा। 

-टेंडर निकलेगा 
होशंगाबाद रोड स्थित सी-21 मॉल के पास से मास्टर प्लान की इस रोड का निर्माण बीडीए ही करेगा। निर्माण के लिए बीडीए ने रोड की सीमा रेखा तय करने के लिए टेंडर निकाले हैं। जल्द ही निर्माण कार्य के लिए भी टेंडर निकाले जाएंगे। यहां से जाटखेड़ी, बगली, कटारा और बर्रई तक इस रोड को बनाया जाएगा। 

-देरी हुई तो दिक्कत होगी 
देरी की वजह से इस योजना की प्लानिंग गड़बड़ा गई है। वहीं इसमें ओर देरी की गई तो दिक्कत होगी।सी-21 माल के पास रोड के लिए जमीन नहीं बची है। इसके कारण बीडीए को दूसरे विकल्प तलाशने पड़ रहे हैं। कटारा हिल्स से बर्रई तक करीब 10 मल्टीस्टोरीज बिल्डिंगें तन चुकी हैं। यहां तीन कॉलोनियां तो पूरी तरह बनकर तैयार हैं। इसी तरह कई अन्य स्थानों पर भी छोटे-छोटे प्रोजेक्ट आ चुके हैं। वहां भी बीडीए को समन्वित रूप से प्लानिंग करने में दिक्कत आई है। बीडीए की लेट लतीफी थी जिस कारण ऐसा हुआ। 

...तो बढ़ेगी व्यावसायिक गतिविधियां 
एमपी नगर व न्यू मार्केट की तर्ज पर इस क्षेत्र में भी 40 एकड़ में व्यावसायीक क्षेत्र का निर्माण किया जाएगा। यहां पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, होटल समेत तमाम वाणिज्यिक गतिविधियां संचालित की जाएंगी। सार्वजनिक व अर्ध सार्वजनिक क्षेत्र के लिए भी पांच-पांच एकड़ के प्लॉट रखे गए हैं।


-नए सिरे से बनाई योजना 
कटारा पर इस प्रोजेक्ट के लिए नए सिरे से योजना बनाई गई। करीब एक साल पहले इस योजना पर बीडीए के वरिष्ठ अफसरों की नजर पड़ी। योजना पूर्व में लांच की जानी थी, जांच करवाई गई तो सामने आया कि योजना बनाने के बाद इस पर कोई काम ही नहीं हुआ। इसका फायदा भूमाफियाओं ने लिया। वहीं कुछ ने यहां छोटे-छोटे हाउसिंग प्रोजेक्ट लांच कर दिए। लिहाजा बीडीए ने टीएंडसीपी की धारा 50 के तहत यहां नई स्कीम लाने के आशय की घोषणा की है। इसके बाद जिन लोगों के यहां प्रोजेक्ट आ चुके थे, उनकी जमीन को छोड़कर बीडीए ने नए सिरे से स्कीम तैयार की। इस कारण बीडीए को करीब 60 एकड़ जमीन छोडऩी पड़ी। अब एक साल बीतने के बाद बीडीए सक्रीय हुआ है। अब वह अपने तय नक्शे के हिसाब से विकास करेगा। बीडीए के मुताबिक अगले छह महीने में आपसी करार को अंजाम देकर योजना लांच कर दी जाएगी। 

ढाई हजार चेहरे खिलेंगे 
टीएंडसीपी से उक्त योजना को मंजूरी मिल गई है। यहां ढाई हजार से अधिक प्लॉट काटे जाएंगे। किसानों से भूमि अधिकग्रहित करने प्रक्रिया शुरू कर दी है। 
सुरेन्द्र सिंह, अध्यक्ष बीडीए 

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