या
शुरू होने पहले बंद हुई योजना
-मामला पर्यटन निगम का, साल भर बीता अब तक बढ़ी ही नहीं योजना की फाइल
भोपाल।
मप्र पर्यटन विकास निगम की प्रमुख हस्तियों से लेकर शूटिंग स्पॉट की जानकारी देने वाली महत्वाकांक्षी योजना शुरू होने से पहले बंद हो गई है। करीब एक साल पहले पंकज राग ने विभाग से फाइल तो चलाई, लेकिन यह ढाई टेबल तक भी नहीं बढ़ पाई। अन्य फाइलों की तरह यह फाइल भी दब गई।
विभाग ने योजना बनाई थी कि प्रदेश के विभिन्न स्थलों के भ्रमण पर आने वाले लोगों को बोर्ड के जरिए अन्य स्थानों व प्रमुख हस्तियों की जानकारी दी जाएगी। वहीं ऐसे स्थलों को भी चिन्हित करने की बात थी, जिन्हें राज्य शासन ने शूटिंग स्पॉट के रूप में निर्माता, निर्देशक को दिए जाने की अनुमति दी है। अब योजना आकार लेती दिखाई नहीं दे रही है। कारण, विभागीय अधिकारियों का ही इसमें रुचि न लेना।
-यह जानकारी देनी थी
योजना के तहत प्रदेश की प्रमुख हस्तियों की सूची व फिल्मों के लिए शूटिंग स्थलों के नाम तय किए गए थे। इसमें वह स्थल खास तौर पर शामिल किए गए हैं, जिसे शासन ेकैमरे के जरिए दुनिया को दिखाना चाहती है। इसके तहत इन स्थानों के रहवासियों से मिलकर रोचक स्मरण व जानकारियां एकत्रित कर बोर्ड के साथ फोल्डर प्रकाशित किए जाने थे। अलबत्ता ऐसा किया नहीं हो पाया। इतना ही नहीं अब इंदौर में राजबाड़ा, लालबाग, गांधी हाल, हरसिद्धि, इंद्रेश्वर मंदिर, हवा महल, फूटी कोठी, खजराना गणेश आदि स्थानों पर पुरातत्व विभाग द्वारा लगवाए गए बोर्ड भी खराब हो चुके हैं। भोपाल में भोजपुर मंदिर सहित तमाम ऐतिहासिक और संरक्षित इमारतों का भी यही हाल है।
-इन्हें किया था शामिल
देवी अहिल्याबाई-इंदौर
लता मंगेशकर- इंदौर
जॉनी वाकर- इंदौर
किशोर कुमार- खंडवा
अटल बिहारी बाजपेई- ग्वालियर
चंद्रमोहन जैन ओशो -कुचवाड़ा
जया बच्चन-जबलपुर
महर्षि महेश योगी-जबलपुर
बैजू बावरा-ग्वालियर
तानसेन-बेहट
डॉ. भीमराव अंबेडकर-महू
चंद्रशेखर आजाद-भामरा
जिलों के प्रमुख शूटिंग स्थल
अशोका-पंचमढ़ी/महेश्वर
राजनीति-भोपाल
आरक्षण-भोपाल
रावण-ओरछा
नरसि हा-इंदौर
तीसरी कसम-रीवा/सतना
प्राण जाए पर वचन न जाए-भेड़ाघाट
नया दौर-बुधनी
बैडिंट क्वीन-चंबल
मौसम-इंदौर
रानी रूपमती-मांडू
तरकीब-पंचमढ़ी
वेलकम टू सज्जनपुर-रामवन/मेहर
शुरू होने पहले बंद हुई योजना
-मामला पर्यटन निगम का, साल भर बीता अब तक बढ़ी ही नहीं योजना की फाइल
भोपाल।
मप्र पर्यटन विकास निगम की प्रमुख हस्तियों से लेकर शूटिंग स्पॉट की जानकारी देने वाली महत्वाकांक्षी योजना शुरू होने से पहले बंद हो गई है। करीब एक साल पहले पंकज राग ने विभाग से फाइल तो चलाई, लेकिन यह ढाई टेबल तक भी नहीं बढ़ पाई। अन्य फाइलों की तरह यह फाइल भी दब गई।
विभाग ने योजना बनाई थी कि प्रदेश के विभिन्न स्थलों के भ्रमण पर आने वाले लोगों को बोर्ड के जरिए अन्य स्थानों व प्रमुख हस्तियों की जानकारी दी जाएगी। वहीं ऐसे स्थलों को भी चिन्हित करने की बात थी, जिन्हें राज्य शासन ने शूटिंग स्पॉट के रूप में निर्माता, निर्देशक को दिए जाने की अनुमति दी है। अब योजना आकार लेती दिखाई नहीं दे रही है। कारण, विभागीय अधिकारियों का ही इसमें रुचि न लेना।
-यह जानकारी देनी थी
योजना के तहत प्रदेश की प्रमुख हस्तियों की सूची व फिल्मों के लिए शूटिंग स्थलों के नाम तय किए गए थे। इसमें वह स्थल खास तौर पर शामिल किए गए हैं, जिसे शासन ेकैमरे के जरिए दुनिया को दिखाना चाहती है। इसके तहत इन स्थानों के रहवासियों से मिलकर रोचक स्मरण व जानकारियां एकत्रित कर बोर्ड के साथ फोल्डर प्रकाशित किए जाने थे। अलबत्ता ऐसा किया नहीं हो पाया। इतना ही नहीं अब इंदौर में राजबाड़ा, लालबाग, गांधी हाल, हरसिद्धि, इंद्रेश्वर मंदिर, हवा महल, फूटी कोठी, खजराना गणेश आदि स्थानों पर पुरातत्व विभाग द्वारा लगवाए गए बोर्ड भी खराब हो चुके हैं। भोपाल में भोजपुर मंदिर सहित तमाम ऐतिहासिक और संरक्षित इमारतों का भी यही हाल है।
-इन्हें किया था शामिल
देवी अहिल्याबाई-इंदौर
लता मंगेशकर- इंदौर
जॉनी वाकर- इंदौर
किशोर कुमार- खंडवा
अटल बिहारी बाजपेई- ग्वालियर
चंद्रमोहन जैन ओशो -कुचवाड़ा
जया बच्चन-जबलपुर
महर्षि महेश योगी-जबलपुर
बैजू बावरा-ग्वालियर
तानसेन-बेहट
डॉ. भीमराव अंबेडकर-महू
चंद्रशेखर आजाद-भामरा
जिलों के प्रमुख शूटिंग स्थल
अशोका-पंचमढ़ी/महेश्वर
राजनीति-भोपाल
आरक्षण-भोपाल
रावण-ओरछा
नरसि हा-इंदौर
तीसरी कसम-रीवा/सतना
प्राण जाए पर वचन न जाए-भेड़ाघाट
नया दौर-बुधनी
बैडिंट क्वीन-चंबल
मौसम-इंदौर
रानी रूपमती-मांडू
तरकीब-पंचमढ़ी
वेलकम टू सज्जनपुर-रामवन/मेहर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें