शनिवार, 2 मार्च 2013

आज ऑनलाइन हो सकती है गाइलाइन

-सरकारी एजेंसियों के प्रोजेक्ट के आसपास नहीं बढ़ेंगी दरें 
भोपाल।
जमीनों की वर्ष २०१३-१४ की प्रस्तावित गाइडलाइन शुक्रवार को आम जनता के सुझाव-आपत्तियों के लिए ऑन लाइन हो सकती है। इस पर सप्ताह भर तक आपत्ति-सुझाव दिए जा सकेंगे। इसका जिला मूल्यांकन समिति विशलेषण कर केन्द्रीय मूल्यांकन समिति को भेजेगा। गुरुवार को गाइडलाइन को लेकर कलेक्टर सभागार में तीसरी बैठक हुई। 
इसमें निर्णय लिया गया कि हाउसिंग बोर्ड के एचआईजी, एलआईजी व ईडब्ल्यूएस मकानों की रजिस्ट्री अलग-अलग रेटों पर होगी। गाइडलाइन में इनकी दरों में परिवर्तन किया जा रहा है। इससे साफ हो गया कि अब इनके रेट अलग-अलग ही रखे जाएंगे। वहीं बीडीए की कालोनियों के मकानों के दामों में इजाफा नहीं होगा। समिति अध्यक्ष सहित अन्य अधिकारियों की सहमति इस पर बन गई है। वहीं शासकीय एजेंसियों के प्रोजेक्टों वाली भूमियों की कीमतों में भी कमी की जाएगी। हालांकि ये कुछ ही होंगी। इस बैठक में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं किया गया था। उल्लेखनीय है कि १४ फरवरी बैठक में कलेक्टर निर्देश दिए थे कि फिर से जमीनों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाए। इसके बाद वरिष्ठ जिला पंजीयक व सदस्य एनएस तोमर ने इसे नए सिरे से प्रस्तुत किया। जानकारी के अनुसार एम्स और नए बायपास रोड के आसपास के क्षेत्र की जमीनों की कीमतों को घटाने पर सहमति बन गई है। बताया जा रहा है दोबार किए गए सर्वे में सामने आया कि वाकेयी प्रस्तावित गाइडलाइन में दरें अधिक थीं, हालांकि कुछ स्थानों पर रेट बराबर हैं। 

-पहले आई थी आपत्ति 
14 फरवरी को हुई जिला मूल्यांकन समिति की दूसरी बैठक में प्रस्तावित कलेक्टर गाडलाइन में जमीनों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर समिति सदस्यों ने आपत्तियां उठाई थी। हाउसिंग बोर्ड, बीडीए ही नहीं बल्कि जनप्रतिनिधि भी जमीनों के रेट कम करने की बात कर रहे थे। इसके बाद समिति अध्यक्ष व कलेक्टर श्री श्रीवास्तव अफसरों को निर्देशित किया कि वह एक बार फिर से सर्वे कर जमीन की कीमतों का पता लगाएं, लेकिन यह सर्वे अधिकारी बनकर नहीं बल्कि आम आदमी बनकर करें तभी सच्चाई सामने आएगी। 

-बुलाई आपत्तियां-सुझाव 
बैठक में कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने सभी विभागों से आई जानकारियों व आपत्तियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इसके बाद श्री श्रीवास्तव ने वरिष्ठ जिला पंजीयक से कहा कि वह बैठक में लिए गए निर्णयों के आधार पर प्रस्तावित गाइडलाइन में संशोधन कर उसे पूरी तरह तैयार कर लें। इधर सूत्रों की माने संशोधनों के बाद तैयार की गई
गाइडलाइन पर कलेक्टर द्वारा हस्ताक्षर कर दिए जाने के बाद इसे शुक्रवार को ऑनलाइन कर दिया जाएगा, ताकि आम जनता दावे आपत्तियां प्रस्तुत कर सकें। हालांकि जो इस गाइडलाइन को ऑनलाइन नहीं देख सकेगा, उसके लिए यह गाइडलाइन जिला पंजीयन व उपपंजीयन कार्यालयों में भी रखी जाएगी। आपत्तियों के लिए जनता को सात दिन का समय भी दिया जाएगा।

ग्रामीण प्रतिभाओं को भी मिलें प्रोत्साहन
राज्यपाल ने ईपीएल-2013 के विजेताओं को किया पुरस्कृत
युवा पीढ़ी में पुरानी पीढ़ी से ज्यादा समझ: विजय दास
मप्र. के राज्यपाल रामनरेश यादव ने कहा है कि शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं को भी प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है, जिससे वे भी आगे आए और खेल के अलावा अन्य क्षेत्रों में देश का नाम रोशन करें।  इसके लिए अगर जरूरत पड़े तो ग्रामीण और जिला स्तर पर भी प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएं। मु य अतिथि श्री यादव आज राजधानी के अपेक्स भवन के समन्वय भवन में आयोजित इंजीनियर प्रीमियर लीग-2013(ईपीएल-2013) क्रिकेट प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में विजेताओं को स मानित करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। श्री यादव ने कहा कि पढ़ाई-लिखाई के साथ खेलकूद की योग्यता होना सोने पर सुहागा जैसी बात है। इसलिए युवाओं को पढ़ाई के साथ खेल पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में देश के युवा उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं, जिससे हमारा देश विकासशील देशों की श्रेणी में भी अग्रणी पंक्ति में है। श्री यादव ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि प्रदेश में खेल मैदानों की अत्यंत कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार विशेष ध्यान देगी,ऐसी उनकी आशा है। इंजीनियर्स फील्ड से जुड़ी ोल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए उन्होंने ईपीएल-2013 के आयोजनकर्ताओं को बधाई दी। इस अवसर पर राज्यपाल राम नरेश यादव ने प्रतियोगिता की विजेता टुब्रा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की टीम को 51 हजार रुपए का और उप-विजेता रही जे.एन.सी.टी की टीम को 21 हजार रुपए का चेक प्रदान किया। प्रतियोगिता में 16 टीमों ने भाग लिया था।
कार्यक्रम में बोलते हुए दैनिक राष्ट्रीय हिन्दी मेल के प्रधान संपादक विजय कुमार दास ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी बुराइयों को छोड़कर अच्छाई की तरफ बढ़ रही है,यह एक अच्छी बात है। हमारी युवा पीढ़ी की समझ पुरानी पीढ़ी से ज्यादा है। श्री दास ने मीडिया के भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इलेक्ट्रानिक हो या प्रिंट मीडिया, सभी नारद मुनि की भूमिका में है। अच्छी हो या खराब सभी खबरों से वे हमें अवगत कराते हैं। उन्होंने कहा कि आज के दौर में खराब बातों पर मीडिया की नजर पहले जाती है लेकिन इंजीनियर प्रीमियर लीग-2013 जैसे आयोजनों पर भी मीडिया की नजर गई,यह काबिले तारीफ  है। वी.एम.सी.टी के चेयरमेन सोमेश भटनागर ने भी कार्यक्रम को स बोधित किया। ईपीएल के चेयरमेन प्रदीप पटेल ने आभार व्यक्त किया। 

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