-अधिसूचना जारी करने के लिए आया पत्र
बैरागढ़।
केन्द्र सरकार ने बैरागढ़ के नाम को संत हिरदाराम के राम पर हिरदाराम नगर करने की मंजूरी दे दी है। केन्द्र के गृह मंत्रालय ने मप्र राजस्व विभाग को अधिसूचना जारी करने पत्र भेजा है। अधिसूचना जारी होते ही विधिवत रूप से बैरागढ़ को हिरदाराम नगर के रूप प्रपत्रों में लिखा जाने लगेगा।
नाम बदली का प्रस्ताव लंबे समय केन्द्र के पास लंबित था। उप सचिव मध्यप्रदेश शासन के राजस्व विभाग को नाम बदलने संबंधी पत्र मिला है। इसमें बताया गया है कि प्रदेश के राजस्व विभाग द्वारा 16 मई 2012 को पत्र मिला था। गृह विभाग ने लिखा कि उसे बैरागढ़ का नाम हिरदाराम नगर करने पर कोई आपत्ति नहीं है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय से 14 मई 2012 के पत्र की प्रति संलग्ल करते हुए वर्तनी की सूचना प्राप्त हुई है। मप्र शासन देवनगरी हिन्दी एवं रोमन अंग्रेजी लिपियों में नाम की वर्तनी के बारे में राजपत्र में अधिसूचना जारी करे। जिसकी प्रतियां भारत के महासर्वेक्षक कार्यालय उत्तराखंड, निदेशक मप्र भू-अंतरिक्ष डाटा सेंटर सर्वे कॉलोनी जबलपुर, अवर महासर्वेक्षक समूह सर्वे ऑफ इंडिया को तथा गृह मंत्रालय को सूचना एवं रिकार्ड के लिए भेजे। पत्र की जानकारी यहां कांगे्रस नेता नरेश ज्ञानचंदानी ने दी है।
गौरतलब है कि लंबे समय से उपनगर का नाम बदलने की मांग उठ रही थी। मप्र विधानसभा में इसका प्रस्ताव पारित कर केन्द्र को भेजा गया था। केन्द्र के पाले में गेंद जाने के बाद मामला लंबित चल रहा था। अब इसे मंत्रालय से हरी झंडी मिल गई है। केन्द्र ने 26 फरवरी 2013 से नाम बदलने के आदेश दिए हैं। वर्ष 2009 से नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। इससे पहले वर्ष 1995 में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केन्द्र के पास यह प्रस्ताव भेजा था। उस वक्त इसे मंजूरी नहीं मिली थी।
प्रदेश कांग्रेस नेता नरेश ज्ञानचंदानी ने बताया, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को संत हिरदारानगर करने के लंबित मांग की जानकारी दी थी। इसे श्री सिंह ने गंभीरता से लिया था। प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस संबंध में प्रस्ताव भेजने का आग्रह किया था। प्रस्ताव को केन्द्र भेजने से पहले भोपाल कलेक्टर ने सभी नगर निगम वार्ड कार्यालयों से एक माह आपत्ति भी बुलाई थी।
-सिंह से मिला था प्रतिनिधि मंडल
पूज्य सिंधी पंचायत के एक प्रतिनिधि मंडल ने इस संबंध में 15 जनवरी को दिल्ली में श्री सिंह के नेतृत्व में गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से मिला था। पंचायत ने गृहमंत्री से बैरागढ़ का नाम हिरदाराम नगर करने का आग्रह किया था। श्री शिंदे ने प्रतिनिधि मंडल को नाम बदलने का भरोसा दिलाया था। दिल्ली में गृहमंत्री से उस वक्त मिलने वालों में कांग्रेस नेता नेरश ज्ञानचंदानी, पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष साबूमल रीझवानी, उपाध्यक्ष परसराम आसनानी, हरीश मीरचंदानी, भरत आसनानी शामिल थे।
बैरागढ़।
केन्द्र सरकार ने बैरागढ़ के नाम को संत हिरदाराम के राम पर हिरदाराम नगर करने की मंजूरी दे दी है। केन्द्र के गृह मंत्रालय ने मप्र राजस्व विभाग को अधिसूचना जारी करने पत्र भेजा है। अधिसूचना जारी होते ही विधिवत रूप से बैरागढ़ को हिरदाराम नगर के रूप प्रपत्रों में लिखा जाने लगेगा।
नाम बदली का प्रस्ताव लंबे समय केन्द्र के पास लंबित था। उप सचिव मध्यप्रदेश शासन के राजस्व विभाग को नाम बदलने संबंधी पत्र मिला है। इसमें बताया गया है कि प्रदेश के राजस्व विभाग द्वारा 16 मई 2012 को पत्र मिला था। गृह विभाग ने लिखा कि उसे बैरागढ़ का नाम हिरदाराम नगर करने पर कोई आपत्ति नहीं है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय से 14 मई 2012 के पत्र की प्रति संलग्ल करते हुए वर्तनी की सूचना प्राप्त हुई है। मप्र शासन देवनगरी हिन्दी एवं रोमन अंग्रेजी लिपियों में नाम की वर्तनी के बारे में राजपत्र में अधिसूचना जारी करे। जिसकी प्रतियां भारत के महासर्वेक्षक कार्यालय उत्तराखंड, निदेशक मप्र भू-अंतरिक्ष डाटा सेंटर सर्वे कॉलोनी जबलपुर, अवर महासर्वेक्षक समूह सर्वे ऑफ इंडिया को तथा गृह मंत्रालय को सूचना एवं रिकार्ड के लिए भेजे। पत्र की जानकारी यहां कांगे्रस नेता नरेश ज्ञानचंदानी ने दी है।
गौरतलब है कि लंबे समय से उपनगर का नाम बदलने की मांग उठ रही थी। मप्र विधानसभा में इसका प्रस्ताव पारित कर केन्द्र को भेजा गया था। केन्द्र के पाले में गेंद जाने के बाद मामला लंबित चल रहा था। अब इसे मंत्रालय से हरी झंडी मिल गई है। केन्द्र ने 26 फरवरी 2013 से नाम बदलने के आदेश दिए हैं। वर्ष 2009 से नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। इससे पहले वर्ष 1995 में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केन्द्र के पास यह प्रस्ताव भेजा था। उस वक्त इसे मंजूरी नहीं मिली थी।
प्रदेश कांग्रेस नेता नरेश ज्ञानचंदानी ने बताया, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को संत हिरदारानगर करने के लंबित मांग की जानकारी दी थी। इसे श्री सिंह ने गंभीरता से लिया था। प्रदेश के मुख्यमंत्री से इस संबंध में प्रस्ताव भेजने का आग्रह किया था। प्रस्ताव को केन्द्र भेजने से पहले भोपाल कलेक्टर ने सभी नगर निगम वार्ड कार्यालयों से एक माह आपत्ति भी बुलाई थी।
-सिंह से मिला था प्रतिनिधि मंडल
पूज्य सिंधी पंचायत के एक प्रतिनिधि मंडल ने इस संबंध में 15 जनवरी को दिल्ली में श्री सिंह के नेतृत्व में गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से मिला था। पंचायत ने गृहमंत्री से बैरागढ़ का नाम हिरदाराम नगर करने का आग्रह किया था। श्री शिंदे ने प्रतिनिधि मंडल को नाम बदलने का भरोसा दिलाया था। दिल्ली में गृहमंत्री से उस वक्त मिलने वालों में कांग्रेस नेता नेरश ज्ञानचंदानी, पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष साबूमल रीझवानी, उपाध्यक्ष परसराम आसनानी, हरीश मीरचंदानी, भरत आसनानी शामिल थे।
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