शुक्रवार, 19 जुलाई 2013

बिजली के अधोसंरचना विकास पर 350 मिलियन डालर ार्च होंगे ,भोपाल

मप्र में भविष्य में विद्युत की मांग में हो रही वृद्धि को दृष्टिगत र ाते हुए पारेषण, उप-पारेषण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण तथा उन्नयन पर 350 मिलियन डॉलर ार्च किये जायेंगे। बारहवीं पंचवर्षीय योजना में ट्रांसमिशन क पनी द्वारा नवीन ट्रांसमिशन लाइनों तथा उप केन्द्रों आदि के लिए और वितरण क पनियों द्वारा उप-पारेषण के क्षेत्र में सुदृढ़ीकरण कार्य हेतु एशियाई विकास बैंक से 350 मिलियन डॉलर का ऋण लेने की कायर्वाही की जा रही है। यह ऋण परियोजनाओं की कुल लागत राशि का करीब 70 प्रतिशत है। शेष 30 प्रतिशत राशि क पनियों द्वारा अन्य ोतों से प्राप्त की जायेगी। 
इस ऋण राशि में ट्रांसमिशन क पनी का पारेषण प्रणाली सुदृढ़ीकरण तथा विद्युत उत्पादन की योजनाओं से बिजली की निकासी के लिए लिया गया ट्रांसमिशन प्रणाली के लिए करीब 250 मिलियन डॉलर का ऋण शामिल है। इसमें क पनी द्वारा प्रस्तावित कार्यों में 400 केव्ही की 30 सर्किट किलोमीटर लाइन, 400 केव्ही का एक उप केन्द्र, 400 केव्ही क्षमता के 3 अतिरिक्त ट्रांसफार्मर  400 केव्ही के 3 बस रिएक्टर, 220 केव्ही की 385 किलोमीटर सर्किट लाइन, 220 केव्ही के 5 उप केन्द्र, 132 केव्ही की 2416 किलोमीटर सर्किट लाइन तथा 132 के.व्ही के 44 उप केन्द्र स्थापित किये जायेंगे।
इसी प्रकार वितरण क पनियों के एडीबी ऋण में 100 मिलियन डॉलर शामिल है। इसमें उप-पारेषण तथा वितरण के क्षेत्र में नवीन 33 केव्ही लाइनों एवं 33/11 केव्ही उप केन्द्रों की स्थापना तथा 33 उप केन्द्रों की क्षमता वृद्धि और नवीनीकरण के मु य कार्य भी प्रस्तावित हैं। इनमें पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण क पनी के प्रस्तावित कार्य में नये 220 केव्ही एवं 132 केव्ही उप केन्द्र से विद्युत निकासी के लिए इंटरकनेक्टेड 33 केव्ही की 675 किलोमीटर लाइन, अधिक भार वाले 33 केव्ही फीडरों का विभक्तिकरण 711 किलोमीटर ल बाई में, नये 33/11 केव्ही के 17 उप केन्द्र की स्थापना तथा वतर्मान 33/11 के.व्ही. उप केन्द्र की क्षमता वृद्धि की जायेगी। मध्य क्षेत्र क पनी के प्रस्तावित कार्य में 33 केव्ही की 617 किलोमीटर लाइन, नये 33/11 के.व्ही. 60 विद्युत उप केन्द्र, 90 अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर, 10 ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि और 11 के.व्ही. की 2141 किलोमीटर लाइन का निर्माण किया जायेगा। पश्चिम क्षेत्र क पनी के प्रस्तावित 40 कार्य में  33 केव्ही उप केन्द्र का विस्तार, नये 33 केव्ही के 56 उप केन्द्र, 136 पावर ट्रांसफार्मर की स्थापना तथा क्षमता वृद्धि एवं 33 केव्ही की 832 किलोमीटर नई लाइन का विस्तार किया जाना   शामिल है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें