भोपाल।
भवन निर्माण में कुशल व अकुशल कारिगरों की कमी होने लगी है। बढ़ती महंगाई के साथ घर क्रेता को उच्चा क्वालिटी निर्मित प्रोजेक्ट देने आधुनिक तकनीक का प्रयोग करना जरूरी है। रियल स्टेट में प्रदेश की सबसे संस्था क्रिडाई के भोपाल में आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में यह बात सामने आई।
सेमिनार में अधिक टिकाऊ और उन्नत तकनीकों के प्रयोग विषय पर हैदराबाद के जाने माने सिविल इन्जीनियर सीए प्रसाद बोल रहे थे। श्री प्रासद ने सेमिनार में भवन निर्माण प्रतिष्ठानों से उपस्थित क्रिडाई के सदस्यों को बताया, निर्माण लागत बढ़ने के बावजूद वह प्रोजेक्ट में उच्च क्वॉलिटी ला सकते हैं। बशर्ते उसके लिए आधुनिक व उन्नत निर्माण तकनीक का उपयोग करना होगा। सेमिनार में क्रिडाई से जुड़े अधिकांश सदस्य उपस्थित थे। श्री प्रसाद ने कहा, डेवलपर समय पर अपने प्रोजेक्टस पूरा करने के लिए प्रीकास्ट स्लेब जैसी आधुनिक तथा अधिक टिकाऊ तकनीकों का प्रयोग करें। जहनुमा पेलेस में हुए इस कार्यक्रम में श्री प्रसाद ने कहा, कान्क्रीट और स्टील की किफायती निर्माण तकनीकि के फायदे आने वाले दिनों में भोपाल के निमाणाधीन भवनों में देखने को मिलेंगे। मेनिट के प्रोफेसर नितिन डिंडोरकर ने प्रोजेक्ट के समय संतुलन व गुणवत्ता को तकनीकि तरीके से कारगर बनाने पर जोर दिया।
सेमीनार की अध्यक्षता क्रिडाई के अध्यक्ष विपिन गोयल ने की। कार्यक्रम में अजय मोहंगावकर, आक्रिर्टेक्ट विपिन चौहान, क्रिडाई के प्रवक्ता मनोज सिंह मीक व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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