बुधवार, 24 जुलाई 2013

जिले में घट गए मतदाता

-जारी हुई सूची, सर्वे में सामने आई गड़बड़ी 
-हुजूर और बैरसिया तहसील में बढ़े संख्या 
भोपाल। 
जिले में 141290 जनसंख्या तो बढ़ी, लेकिन 6645 मतदाता घट गए हैं। सर्किलों के हिसाब से बात करें तो गोविंदपुरा व नरेला में जनसंख्या बढ़ी है। यही स्थिति हुजूर और बैरसिया में देखने को मिली। दरअसल, बुधवार को जिले की मतदाता सूची जारी कर दी गई। इसी के साथ जनसंख्या और मतदाताओं का तुलनात्मक अध्ययन भी किया गया। 
इसमें यह भी सामने कि तीन विधानसभा सीटों गोविंदपुरा, नरेला व हुजूर में गड़बड़ाए ईपी रेशों को सुधार लिया गया है। यह सुधार घर-घर जाकर किया गया। उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने भी शहर में ईपी रेशों में दर्ज की गई बढ़ोतरी को लेकर जिला निर्वाचन शाखा से जवाब तलब करते हुए इसमें सुधार के निर्देश दिए थे। तीन विधानसभा क्षेत्र गोविंदपुरा, नरेला व हुजूर में जनसंख्या वृद्धि होने का कारण यहां नई कालोनियों का निर्माण होना सामने आया है। साथ ही इन क्षेत्रों में कॉलेज के छात्र-छात्राओं सहित देहाड़ी व मजदूर वर्ग के लोग किराए पर निवास कर रहे हैं। हुजूर में मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। कारण सामने आया कि गांधीनगर क्षेत्र में सैनिक तथा अर्द्धसैनिक बलों की टुकड़ियां निवास कर रही हैं। 

-आयोग ने लिया था संज्ञान 
निर्वाचन आयोग को जिला निर्वाचन शाखा से तीन माह पहले एक रिपोर्ट भेजी थी। इसमें गोविंदपुरा में जनसंख्या के आधार पर ईपी रेशो 90.36 प्रतिशत, नरेला में 74.14 प्रतिशत व हुजूर में 79 प्रतिशत सामने आया था। भारत निर्वाचन आयोग ने इस पर संज्ञान लिया था। इसके बाद जिला निर्वाचन शाखा के अधिकारियों ने आनन-फानन में डोर-टू-डोर सर्वे   कर रेशो को समान स्तर पर लाने के निर्देश दिए। जांच कर उसमें सुधार किया गया। 

-नरेला - 
सर्वे में नरेला की प्रोजेक्टेड पापूलेशन 3,80,311 की तुलना में 4,17,991 सामने आई है अर्थात 37,680 लोग क्षेत्र में अधिक सामने आए हैं। इसके उलट मतदाता सूची की जांच में मतदाताओं की सं या भी 2,81,926 से घटकर 2,66,115 रह गई है। इस तरह कुल मिलाकर 15,811 मतदाता क्षेत्र में घट गए हैं। ईपी रेशो भी 74.14 प्रतिशत से घटकर 69.97 रह गया है। हालांकि यह रेशो अभी भी भारत निर्वाचन आयोग की सीमा 60.25 प्रतिशत से कहीं अधिक है, लेकिन इसके पीछे कारण यह है कि यहां नवीन कालोनियों का विकास, शैक्षणिक संस्थानों का खुलना व बाहर से आने वाले लोगों का इस क्षेत्र में किराये से रहते हैं। 

-गोविंदपुरा -  
 सर्वे में गोविंदपुरा की प्रोजेक्टेड पापूलेशन 3,35,252 तुलना में 4,56,025 सामने आई है, जो कि 1,20,773 अधिक है। इसके उलट मतदाता सूची में मतदाताओं की सं या 10,026 घटकर, 3,01,073     से 2,91,047 रह गई है। ईपी रेशो भी 3.44 प्रतिशत घटकर 90.36 प्रतिशत से 86.81 प्रतिशत पहुंच गया है। हालांकि रेशो के 60.25 प्रतिशत न होने का कारण बावडि?ां कलां, जाटखेड़ी, मिसरोद, बागमुगालिया, बागसेवनिया, अहमदपुर कलां, खजूरी कलां, शाहपुरा, अमरावद खुर्द, पिपलानी, इंद्रपुरी, मिनाल रेसीडेंसी सहित अन्य नवविकसित क्षेत्र व बड़े बड़े शैक्षणिक संस्थानों का स्थापित होना है। इसके चलते यहां पर अधिक छात्र-छात्राएं निवास क रती हैं। 

-हुजूर 
इस विधानसभा क्षेत्र में जनसं या बढ?े के साथ साथ मतदाताओं की सं या में भी इजाफा हुआ है। प्रोजेक्टेट जनसं या की तुलना में वतर्मान जनसं या 73,201 अधिक है। इधर मतदाता सूची में भी मतदाताओं की सं या बढ़ी है। पहले जहां क्षेत्र में 2,49,647 मतदाता थे। इसमें 3141 मतदाताओं का इजाफा हुआ है। अब यह सं या 2,52,788 पहुंच गई है। इसके चलते ईपी रेशो बढ?े की बजाय 0.76 प्रतिशत बढ़कर 79.96 प्रतिशत पहुंच गया है। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि कुछ मतदाता केंद्र ऐसे हैं जिनमें सैनिक तथा अद्धर्सैनिक शत प्रतिशत निवास करते हैं। इसके अतिरिक्त नवीन कालोनियां भी इस क्षेत्र में विकसित हो रही हैं। अद्धर्सैनिक व सैनिक बलों की सं या को अलग कर दिया जाए तो ईपी रेशो 60 से 61 प्रतिशत के बीच आ जाएगा।  


-सूची का हुआ प्रकाशन 
उप जिला निर्वाचन अधिकारी एएस पंवार ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची पुनरीक्षण व डोर-टू-डोर अभियान के बाद जो स्थिति सामने आई है। उसके आधार पर सभी सातों विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची का प्रकाशन का शुरू कर दिया गया है।

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