-जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
भोपाल।
कलियासोत नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार को भी तेज बारिश जारी रही तो जिला प्रशासन नदी के नजदीक बसी झुग्गियों को खाली कराएगा। बुधवार शाम 5 बजे एडीएम बीएस जामोद ने हाई अलर्ट जारी किया।
इसके साथ ही कलेक्टोरे के कंट्रोल रूम में हर कॉल की जानकारी जोन व वरिष्ठ अधिकारियों को दिए जाने के निर्देश भी दिए। हाई अलर्ट जारी किए जाने के साथ ही सर्किलों के हिसाब से अनुविभागीय अधिकारियों को मुस्तैद रहने को कहा गया है। बुधवार जब कलियासोत डेम का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा था। इसी वक्त प्रशासन ने ेअलर्ट जारी किया, जिससे डेम किनारे बसे झुग्गिवासियों में दहशत फेल गई। कलियासोत का पहला गेट खोल दिया गया। हालांकि इसके खुलने से निचली बस्तियों पर कोई असर नहीं पड़ा। लेकिन प्रशासन ने दूसरा गेट खोलने के बाद सभी झुग्गीवासियों को तैयार रहने को कहा है।
-विदिशा-रायसेन कलेक्टर को दी सूचना
एडीएम बीएस जामोद ने बताया, बुधवार को देर शाम कलियासोत डेम के गेट खोले गए। सूचना मिलते ही मौके पर प्रशासनिक अमला पहुंचा। टीम ने स्थिति देखने हुए तत्काल डेम के किनारे बसे दामखेड़ा व बी-सेक्टर क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर दिया। साथ ही सभी वृत्तों के एसडीएम को किसी भी परिस्थिति पर नजर रखने को कहा है। उन्होंने बताया क्योंकि कलियासोत डेम का पानी विदिशा तथा रायसेन की नदियों में मिलता है। दोनों जिलों की नदिया इस समय लबा-लब चल रहीं हैं, इस लिहाज से कभी भी यहां डेम के गेट खोले जाने संबंधित सूचना वहां के कलेक्टरों को दे दी है।
-बनती बिगड़ती रही स्थिति
प्रशासन ने डेम का पहला गेट खोलने के साथ ही प्रशासन ने झुग्गीवासियों को आगाह किया। साथ ही सलाह दी कि बारिश का दौर इसी प्रकार जारी रहा तो गुरुवार को किसी भी वक्त सुरक्षित स्थान की शरण लेनी पड़ सकती है। इसके लिए तैयाार रहें। एडीएम ने बाढ़ राहत दलों को तैनात रहने को कहा है। देर रात करीब 9 बजे डेम का दूसरा गेट खुलने के बाद स्थिति और बिगड़ना शुरू हो गई थी। हालांकि कई घरों के निचलने स्थान पर होने से रहवासियों ने खुद ही सुरक्षित स्थान पर शरण लेनी शुरू कर दी। कलियासोत नदी से लगी दामखेड़ा में करीब करीब ढाई सौ से अधिक झुग्गियां अवैध रूप से नदी किनारे बसी हैं। यह अति बारिश में प्रशासन के लिए मुसीबत हो जाता है।
कलियासोत नदी का कुछ हिस्से पर झुग्गीबसती बन गई है। वहां के रहवासियों को आगह कर दिया गया है। मुनादी कराते हुए राहत दल को भी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। बुधवार-गुरुवार दरमियानी रात बारिश का दौर जारी रहा तो निश्चित तौर पर वहां से शिफ्टिंग की जाएगी।
राजेश श्रीवास्तव, एसडीएम हुजूर
-लूंगा जायजा
भदभदा के बाद कलियासोत डेम के गेट खोल दिए गए हैं। डेम के आसपास बसी बस्तियों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। गुरुवार को मैं स्वयं अफसरों के साथ निरीक्षण करूंगा।
जितेन्द्र डागा, विधायक हुजूर विधानसभा क्षेत्र
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