रविवार, 15 सितंबर 2013

आईएएस बनेंगे एसएएस के 29 अधिकारी , भोपाल

तीन साल बाद राज्य प्रशासनिक सेवा से आईएएस बनाने की डीपीसी में एक मुर्दे के नाम पर भी विचार कर लिया गया। सूत्रों के अनुसार कुछ अधिकारियों को लाभ पहुंचाने की गरज से यह षडयंत्र प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों ने रचा।   मध्?यप्रदेश के राज्?य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के लिए वर्ष 2013 का सितम्?बर माह शुभ संकेत लेकर आया है। क्?योंकि वर्ष 2010 से भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्?नति का रास्?ता देख रहे अधिकारियों की राह शनिवार को डीपीसी के साथ खुल गई है। राज्?य मंत्रालय में हुई डीपीसी में जोन आॅफ कंसीडरेशन में आए अधिकारियों के नाम पर विचार हुआ। बताते है कि वर्ष 2010 के आठ पद तथा वर्ष 2011 के 21 पदों के लिए डीपीसी में अधिकारियों के नामों पर विचार हुआ। अब डीपीसी होने का इंतजार समाप्?त हुआ और अधिसूचना जारी होने का इंतजार शुरू हो गया है।सूत्रों की माने तो पूर्व से छूटे हुए नामों के साथ ( वर्ष 1984 से ) वर्ष 1993 तक के अधिकारियों के नामों पर विचार किया गया। लेकिन 1989 तक के अधिकारियों को आईएएस बनने का मौका मिल रहा हैं। जिन अधिकारियों को आईएएस में पदोन्?नति मिल सकती हैं, उनमें रवि डफरिया ( 1984 बैच ),  मंगला भालेराव, मूलचंद वर्मा ( लिफाफा बंद ), राजा भैया प्रजापति,  परम सिंह जाटव, पतिराम कतरौलिया, पन्?नालाल सोलंकी, अरूण कुमार तोमर, नरेश पाल कुमार, निसार अहमद, नागेन्?द्र प्रसाद मिश्रा, नरेन्?द्र सिंह परमार ( लिफाफा बंद ), शिवनारायण सिंह चौहान, रविन्?द्र कुमार मिश्रा, मधुकर अग्?नेय, धमेन्?द्र कुमार सिंह ( लिफाफा बंद ), एसके सेवले, अमर सिंह बघेल, प्रकाश जांगरे, श्रीनिवास शर्मा, अशोक कुमार शर्मा, रामदेव चौबे ( इनकी मृत्?यु हो गयी है, लेकिन नाम पर विचार हुआ ), राजीव शर्मा, जफीरउद्दीन शेख ( लिफाफा बंद ), मुकेश कुमार शुक्?ला, विनोद कुमार शर्मा, आशीष सक्?सेना, श्रीमती अलका श्रीवास्?तव, अजय कुमार शर्मा, राम प्रसाद भारती ( लिफाफा बंद ), भगत सिंह कुलेश, दुर्ग विजय सिंह, शेखर वर्मा, अजय सिंह गंगवार, श्रीमती अरूणा गुप्?ता तक 29 अधिकारियों की किस्?मत इस डीपीसी में खुल सकती हैं।बताते है कि उपरोक्?त अधिकारियों में से जिन अधिकारियों के नाम को लेकर संदेह है, उनमें श्रीमती मंगला भालेराव, पन्?नालाल सोलंकी, परम सिंह जाटव, निसार अहमद, पतिराम कतरौलिया, श्रीनिवास शर्मा,  विनोद कुमार शर्मा, भगत सिंह कुलेश शामिल हैं। यदि इन अधिकारियों को किन्?हीं कारणों से पदोन्?नति के योग्?य नहीं पाया गया तो फिर अजय सिंह गंगवार एवं श्रीमती अरूणा गुप्?ता तक के अधिकारियों को आईएएस में पदोन्?नति का मौका मिल सकता हैं। 

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