तहसील हुजूर के डेढ सौ गांवों की सोयाबीन सहित फल, सब्जियों और फूलों की फसलें बर्बाद
भोपाल
ढाई महीने तक लगातार बारिश के नतीजे में तहसील हुजूर के डेढ सौ गांवों के किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। सोयाबीन के अलावा फल, सब्जी और फूलों की फसल चौपट होने से कर्ज से दबे किसान गहरी निराशा में हैं। बावजूद इसके एक भी गांव का सर्वे नहीं किया गया है, जिससे फसल नुकसानी का मुआवजा तय नहीं हो पा रहा है।
यह कहना है हुजूर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रामस्वरुप यादव का, जो गुरुवार को कलेक्टर निशांत वरवडे को ज्ञापन सौंपते हुए किसानों की बर्बादी की गांववार दास्तां सुना रहे थे। कलेक्टर वरवडे ने तत्काल ही तहसीलदार हुजूर को फसलों का सर्वे करवाने और फसल नुकसानी की रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए। इससे पहले यादव ने अपने ज्ञापन के जरिए चेताया कि, अगर जल्द ही सर्वे करके मुआवजा वितरण नहीं किया गया तो बर्बादी से दुखी किसान कर्ज नहीं चुका पाने की स्थिति में अप्रिय कदम तक उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि, जून, जुलाई और अगस्त महीने में लगातार बारिश के कारण फसलें काली पड़कर गल गई हैं। सोयाबीन की फसल में गर्डल बीटल नामक कीडा लग गया है, जोकि तने के अंदर ही अंदर रस चूसता है, जिससे सोयाबीन की फसल काली पड़ चुकी है।
फिर भी नहीं कर रहे सर्वे
सपा के प्रदेश सचिव रामस्वरुप यादव ने आरोप लगाया कि, किसानों के कई बार कहने के बाद भी फसल नुकसानी का सर्वे नहीं किया जा रहा है। बरसात से फसलों के बर्बाद होने के बारे में राजस्व महकमे को सूचित करने के बाद भी एक भी गांव में कोई नहीं पहुंचा है। यादव के अनुसार किसानों ने सोयाबीन बोने के लिए बीज खरीदने एवं अन्य खर्चों की भरपाई के लिए कर्ज लिया था, लेकिन अब फसल बर्बाद हो जाने से कर्ज चुकाने की चिंता में किसान तनाव का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में अगर किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया तो सपा सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी।
भोपाल
ढाई महीने तक लगातार बारिश के नतीजे में तहसील हुजूर के डेढ सौ गांवों के किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। सोयाबीन के अलावा फल, सब्जी और फूलों की फसल चौपट होने से कर्ज से दबे किसान गहरी निराशा में हैं। बावजूद इसके एक भी गांव का सर्वे नहीं किया गया है, जिससे फसल नुकसानी का मुआवजा तय नहीं हो पा रहा है।
यह कहना है हुजूर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रामस्वरुप यादव का, जो गुरुवार को कलेक्टर निशांत वरवडे को ज्ञापन सौंपते हुए किसानों की बर्बादी की गांववार दास्तां सुना रहे थे। कलेक्टर वरवडे ने तत्काल ही तहसीलदार हुजूर को फसलों का सर्वे करवाने और फसल नुकसानी की रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए। इससे पहले यादव ने अपने ज्ञापन के जरिए चेताया कि, अगर जल्द ही सर्वे करके मुआवजा वितरण नहीं किया गया तो बर्बादी से दुखी किसान कर्ज नहीं चुका पाने की स्थिति में अप्रिय कदम तक उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि, जून, जुलाई और अगस्त महीने में लगातार बारिश के कारण फसलें काली पड़कर गल गई हैं। सोयाबीन की फसल में गर्डल बीटल नामक कीडा लग गया है, जोकि तने के अंदर ही अंदर रस चूसता है, जिससे सोयाबीन की फसल काली पड़ चुकी है।
फिर भी नहीं कर रहे सर्वे
सपा के प्रदेश सचिव रामस्वरुप यादव ने आरोप लगाया कि, किसानों के कई बार कहने के बाद भी फसल नुकसानी का सर्वे नहीं किया जा रहा है। बरसात से फसलों के बर्बाद होने के बारे में राजस्व महकमे को सूचित करने के बाद भी एक भी गांव में कोई नहीं पहुंचा है। यादव के अनुसार किसानों ने सोयाबीन बोने के लिए बीज खरीदने एवं अन्य खर्चों की भरपाई के लिए कर्ज लिया था, लेकिन अब फसल बर्बाद हो जाने से कर्ज चुकाने की चिंता में किसान तनाव का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में अगर किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया तो सपा सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी।
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