बुधवार, 11 सितंबर 2013

‘किसान की पिटाई निदंनीय कृत्य’

-भाजपा शासन में किसानों ने की ज्यादा आत्महत्या, भकियू ने लगाए आरोप 
भोपाल। 
भारतीय किसान यूनियन (अ) ने किसान की मंत्री द्वारा पिटाई किए जाने की घोर निंदा की है। यूनियन की सोमवार को एक बैठक आयोजित की गई थी। इसमें यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष बाबूसिंह राजपूत ने मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में किसानों की दुर्दशा पर पर खेद जताया। उन्होंने कहा, कहीं किसान जहर पी रहा है तो कहीं खुद को चिता के अवाले कर रहा है। किसान अपने हक की बात करने आवाज उठाता है तो उसकी जूते से पिटाई की जाती है। दूसरी तरह किसान जल में खड़े हो सत्याग्रह कर रहे हैं, लेकिन पुलिस शासन के निर्देश पर लाठी भांजती है। प्रदेश अध्यक्ष श्री राजपूत ने कहा कि शासन के जिम्मेदार पद पर रहते हुए एक मंत्री द्वारा किया गया कृत्य मानव अधिकारों का हनन है। साथ ही किसानों के विरुद्ध सरकार की सोची-समझी साजिश भी है। उल्लेखनीय है बीते दिनों इंदौर में अपनी जमीन पर पार्षद द्वारा कब्जा किए जाने की शिकायत महेंद्र हार्डिया से की थी। हार्डिया ने किसान को डांट कर भगा दिया था। किसान ने आरोप लगाया है कि मंत्री ने उसे पीटा है। इसके विरोध स्वरूप कई किसानों ने थाना घेरा था। श्री राजपूत ने कहा, सरकार ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती है तो यूनियन मंत्री का विरोध में पुतला दहन तथा प्रदेश के हर जिले में धरना-प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा, सरकार में बैठे मंत्री नेता भू-माफिया हो गए हैं। बैठक में यूनियन (अ) के प्रदेश महामंत्री अनिल यादव तथा प्रदेश प्रचार मंत्री सतीश शुक्ल शामिल थे। 

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