मंगलवार, 21 जनवरी 2014

विश्वविद्यालय के नाम पर गिरीश वर्मा ने हड़पी 54 ब्राह्मणों की जमीन

-आचार्य बनाने का दिया था लालच, वर्ष 2004 का मामला 
भोपाल। 
मर्हिष महेश विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गिरीश वर्मा ने विदिशा जिले 54 ब्राह्मणों की जमीन विश्वविद्यालय बनाने के नाम पर दान पत्र पर लिखवा ली है। यह खुलासा पुलिस से की गई शिकायत से हुआ है। 
शिकायत में बताया गया कि ब्राह्मणों से ठगी विवि में आचार्य बनाने का लालच देकर किया गया। प्रकरण 2004 का है। इधर पुलिस को दी गई शिकायत की कोई जांच अब तक शुरू नहीं हुई है। बता दें, महर्षि महेश विवि के कुलाधिपति गिरीश वर्मा यौन शोषण के मामले में इस समय गांधीनगर स्थित केंद्रीय जेल में हैं। विदिशा की यह जमीन करोड़ों रुपए की बताई है। इन दस साल में भी ब्राह्मणों की दान की गई भूमि पर विद्यालय नहीं बना और महर्षि के जेल जाने की खबर से यह अवाक हो गए। इसके बाद दानदाताओं ने पुलिस से शिकायत की। यह शिकायत विदिशा के ग्राम पड़खत पोस्ट मिर्जापुर तहसील विदिशा निवासी राजेश शर्मा ने की। 

-कहां की है जमीन 
प्राप्त पत्र के अनुसार यह जमीन विदिशा जिले के सेऊ, पठारी हवाली, आनंदपुर, सलारी संतोषपुर, घुटुआ, नाग पिपरिया, रावन खाईखेड़ा की है। यहां पचास केंद्र स्थापित किए जाने की योजना थी। इसे विदिशा के 54 ब्राह्मणों से 2004 में दान पत्र पर ली थी। वर्मा ने प्रलोभन दिया था कि जैसे ही भूमि पर विवि खुलेगा। दानदाताओं को इसमें आचार्य बना दिया जाएगा। इससे उनका गुजर बसर हो सके। अब दस साल गुजर चुके हैं, लेकिन विद्यालय का निर्माण नहीं हुआ। इधर दानदाता अपनी जमीन संस्था से वापस भी मांग चुके हैं, लेकिन इसे लौटाया नहीं गया। शिकायती पत्र में बताया गया, इसी तरह रायसेन, देवास, सागर के आसपास भी लोगों से ठगी की गई है। 

-चैक भी लिए 
श्री शर्मा ने कहा, वे अजेय भारत पार्टी के विदिशा जिले के उपाध्यक्ष रहे हैं। वह दिल्ली स्थित आश्रम में रहते थे। यहीं आचार्य उपधि हासिल की थी। इसी दौरान संस्था ने गांव-गांव में विद्यालय खोलने की योजना बनाई। इसके लिए लोगों से भूमि दान में
ली। आचार्य राजेश ने ग्राम पडरात स्थित0.084 हेक्टर भूमि संस्था को वर्ष
2004 में दान में संस्था को दे दी। राजेश ने बताया कि मर्हिष महेश योगी वैदिक विवि में पंजीकरण व मान्यता के लिए पांच-पांच सौ रुपए के दो अलग-अलग बैंकर्स चैक (391342,43) भी लिए गए। दस साल बाद भी विद्यालय जमीन पर नहीं बना तो यह शिकायत की गई। राजेश राजधानी स्थित शिवनगर में शिव मंदिर में पुजारी का काम कर रहे हैं। 

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