-कलेक्टर जानकारी लेकर ही चौंक गए
भोपाल।
कलेक्टर निशांत वरवड़े ने पटवारियों से पूछा कि यह टोटल स्टेशन मशीन (टीएसएम) कैसे चलती है? इसे चलाकर दिखाओ। यह सुनते ही पटवारियों की सांसें फूंल गर्इं। एक भी पटवारी मशीन चालू तक करके नहीं दिखा सका। इसमें वे पटवारी भी शामिल थे, जो विधिवत् इसकी टेÑनिंग लेकर ग्वालियर से आए हैं।
यह देख कलेक्टर भी चौंक गए। क्योंकि उन्होंने पटवारियों पहली बार कोई प्रश्न किया थाा, जिसमें वे फेल हो गए। इससे नाराज कलेक्टर ने पहले को पटवारियों को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद एसएलआर आरएस बघेल को हिदायत दी कि वह जिले के सभी पटवारी व राजस्व निरीक्षकों को टीएसएम मशीन का प्रशिक्षण प्रायवेट एजेंसी के माध्यम से दिलाएं। इस काम को जल्द अंजाम दें। उन्होंने कहा, आगे सीमांकन केवल टीएसएम से ही होगा। इसका ध्यान रखकर प्रशिक्षण दिलाया जाए। शुक्रवार को कलेक्टर तहसील हुजूर में रखीं दो टीएसएम मशीनों को देखने और उनके कैसे सीमांकन होगा। यह जानकारी लेने पहुंचे थे। लेकिन यहां उपस्थित पटवारी यह जानकारी नहीं दे सके। इस दौरान टीएसएम का प्रशिक्षण ले चुके पटवारियों को कलेक्टर की परीक्षा का सामना करना पड़ा।
-काम में लाएं तेजी, नहीं तो कंपनी होगी ब्लैकलिस्टेड
कलेक्टर निशांत वरवड़े ने टीएसएम के बाद तहसील हुजूर में तैयार हो रहे साईबर रिकार्ड रूम को भी देखा। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि दस्तावेजों की स्केनिंग में लापरवाही बरती जा रही है। इस पर कलेक्टर ने इस कार्य को कर रही ठेका कंपनी के अधिकारियों को स त लहजे में निर्देशित किया कि वह 9000 पेजों की स्केनिंग 15 फरवरी से पहले पूर्ण कर लें और अपने काम में तेजी लाएं। यदि ऐसा नहीं होगा तो कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने में देरी नहीं की जाएगी।
भोपाल।
कलेक्टर निशांत वरवड़े ने पटवारियों से पूछा कि यह टोटल स्टेशन मशीन (टीएसएम) कैसे चलती है? इसे चलाकर दिखाओ। यह सुनते ही पटवारियों की सांसें फूंल गर्इं। एक भी पटवारी मशीन चालू तक करके नहीं दिखा सका। इसमें वे पटवारी भी शामिल थे, जो विधिवत् इसकी टेÑनिंग लेकर ग्वालियर से आए हैं।
यह देख कलेक्टर भी चौंक गए। क्योंकि उन्होंने पटवारियों पहली बार कोई प्रश्न किया थाा, जिसमें वे फेल हो गए। इससे नाराज कलेक्टर ने पहले को पटवारियों को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद एसएलआर आरएस बघेल को हिदायत दी कि वह जिले के सभी पटवारी व राजस्व निरीक्षकों को टीएसएम मशीन का प्रशिक्षण प्रायवेट एजेंसी के माध्यम से दिलाएं। इस काम को जल्द अंजाम दें। उन्होंने कहा, आगे सीमांकन केवल टीएसएम से ही होगा। इसका ध्यान रखकर प्रशिक्षण दिलाया जाए। शुक्रवार को कलेक्टर तहसील हुजूर में रखीं दो टीएसएम मशीनों को देखने और उनके कैसे सीमांकन होगा। यह जानकारी लेने पहुंचे थे। लेकिन यहां उपस्थित पटवारी यह जानकारी नहीं दे सके। इस दौरान टीएसएम का प्रशिक्षण ले चुके पटवारियों को कलेक्टर की परीक्षा का सामना करना पड़ा।
-काम में लाएं तेजी, नहीं तो कंपनी होगी ब्लैकलिस्टेड
कलेक्टर निशांत वरवड़े ने टीएसएम के बाद तहसील हुजूर में तैयार हो रहे साईबर रिकार्ड रूम को भी देखा। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि दस्तावेजों की स्केनिंग में लापरवाही बरती जा रही है। इस पर कलेक्टर ने इस कार्य को कर रही ठेका कंपनी के अधिकारियों को स त लहजे में निर्देशित किया कि वह 9000 पेजों की स्केनिंग 15 फरवरी से पहले पूर्ण कर लें और अपने काम में तेजी लाएं। यदि ऐसा नहीं होगा तो कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने में देरी नहीं की जाएगी।
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