-आरआई से लेकर एसडीएम तक के होंगे तबादलें
भोपाल।
लोकसभा निर्वाचन से ठीक पहले जिले में आरआई से लेकर अनुविभागीय अधिकारियों तक के क्षेत्र बदले जाने की तैयारी चल रही है। ऐसे में एक बार फिर इन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान आर्इं परेशानियां सामने होंगी।
सबसे ज्यादा प्रभाव मतदान केंद्र पर पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि राजस्व निरीक्षक जिनके पास 20 से 25 मतदान केंद्र होते हैं, बदलाव होने से वे क्षेत्र को नहीं समझ पाएंगे। यही परेशानी तहसीलदार-नायब तहसीलदारों की भी होगी। इनके क्षेत्र में कितने मतदान केंद्र हैं और कौन से संवेदनशील व कौन से अतिसंवेदन शील हैं। ऐन चुनाव निर्वाचन के दौरान समक्षपाने में दिक्कतें खड़ी होंगी। हाल ही में संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्य संपन्न हुआ है। विधानसभा निर्वाचन से ठीक कुछ दिन पहले राजस्व निरीक्षकों के बदलाव से निर्वाचन कार्य में परेशानियां आर्इं थीं।
-किन्हें होगी परेशानी
जिले में आरआई से लेकर एसडीएम तक का क्षेत्र बदला जाता है तो सबसे ज्यादा परेशानी राजस्व निरीक्षकों को होगी। इनके करीब 20-25 बूथ लेवल आॅफिसर (बीएलओ) मातहत होते हैं। इनके केंद्रों में कहां ज्यादा मतदाता हैं और कौनसा बूथ संवेदनशील-अति संवेदनशील है। यह जानकारी यही अपने वरिष्ठों को देते हैं। इसी आधार पर सुरक्षा व्यवस्था की जाती है। दूसरी परेशानी जिले में नवीन पदस्थ तहसीलदारों को होगी, जो अभी अपना सर्किल ही पूरा नहीं समझ पाए हैं। क्षेत्र बदलने से उन्हें नए सिरे से सर्किल को बूथ अनुसार समझना होगा।
-पहले ही बदल देते क्षेत्र
क्षेत्र बदलाव की प्रक्रिया आने वाले सप्ताह में होगी। इसको लेकर नाम न देने पर एक अनुविभागीय अधिकारी व एक राजस्व निरीक्षक ने बताया, क्षेत्र बदलने से हर स्तर पर व्यवस्था गंभीरता से समझनी होती है। निर्वाचन के कार्य को आया-गया तरीके से नहीं लिया जा सकता है। लिहाजा ऐसा ही था तो पहले ही बदलाव कर दिया जाता। लोकसभा निर्वाचन के लिए आचार संहिता का अब केवल डेढ़ माह ही शेष बचा है। संभवत: 15 मार्च के बाद कभी भी आचार संहिता प्रभावी हो जाएगी।
-वर्जन
यदि किसी को एक पद पर रहते 3 वर्ष पूरे हो गए हैं तो बदलाव किया जा सकता है।
संजय सिंह बघेल, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी, मप्र
स्थानंतरण किया जाता है तो यह बेहद परेशानी खड़ी करने वाला होगा। वैसे भी चुनावी माहौल में बिना निर्वाचन आयोग के संज्ञान के किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया जा सकता।
फिरोज अली, अध्यक्ष, मप्र राजस्व निरीक्षक संघ
भोपाल।
लोकसभा निर्वाचन से ठीक पहले जिले में आरआई से लेकर अनुविभागीय अधिकारियों तक के क्षेत्र बदले जाने की तैयारी चल रही है। ऐसे में एक बार फिर इन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान आर्इं परेशानियां सामने होंगी।
सबसे ज्यादा प्रभाव मतदान केंद्र पर पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि राजस्व निरीक्षक जिनके पास 20 से 25 मतदान केंद्र होते हैं, बदलाव होने से वे क्षेत्र को नहीं समझ पाएंगे। यही परेशानी तहसीलदार-नायब तहसीलदारों की भी होगी। इनके क्षेत्र में कितने मतदान केंद्र हैं और कौन से संवेदनशील व कौन से अतिसंवेदन शील हैं। ऐन चुनाव निर्वाचन के दौरान समक्षपाने में दिक्कतें खड़ी होंगी। हाल ही में संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्य संपन्न हुआ है। विधानसभा निर्वाचन से ठीक कुछ दिन पहले राजस्व निरीक्षकों के बदलाव से निर्वाचन कार्य में परेशानियां आर्इं थीं।
-किन्हें होगी परेशानी
जिले में आरआई से लेकर एसडीएम तक का क्षेत्र बदला जाता है तो सबसे ज्यादा परेशानी राजस्व निरीक्षकों को होगी। इनके करीब 20-25 बूथ लेवल आॅफिसर (बीएलओ) मातहत होते हैं। इनके केंद्रों में कहां ज्यादा मतदाता हैं और कौनसा बूथ संवेदनशील-अति संवेदनशील है। यह जानकारी यही अपने वरिष्ठों को देते हैं। इसी आधार पर सुरक्षा व्यवस्था की जाती है। दूसरी परेशानी जिले में नवीन पदस्थ तहसीलदारों को होगी, जो अभी अपना सर्किल ही पूरा नहीं समझ पाए हैं। क्षेत्र बदलने से उन्हें नए सिरे से सर्किल को बूथ अनुसार समझना होगा।
-पहले ही बदल देते क्षेत्र
क्षेत्र बदलाव की प्रक्रिया आने वाले सप्ताह में होगी। इसको लेकर नाम न देने पर एक अनुविभागीय अधिकारी व एक राजस्व निरीक्षक ने बताया, क्षेत्र बदलने से हर स्तर पर व्यवस्था गंभीरता से समझनी होती है। निर्वाचन के कार्य को आया-गया तरीके से नहीं लिया जा सकता है। लिहाजा ऐसा ही था तो पहले ही बदलाव कर दिया जाता। लोकसभा निर्वाचन के लिए आचार संहिता का अब केवल डेढ़ माह ही शेष बचा है। संभवत: 15 मार्च के बाद कभी भी आचार संहिता प्रभावी हो जाएगी।
-वर्जन
यदि किसी को एक पद पर रहते 3 वर्ष पूरे हो गए हैं तो बदलाव किया जा सकता है।
संजय सिंह बघेल, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी, मप्र
स्थानंतरण किया जाता है तो यह बेहद परेशानी खड़ी करने वाला होगा। वैसे भी चुनावी माहौल में बिना निर्वाचन आयोग के संज्ञान के किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया जा सकता।
फिरोज अली, अध्यक्ष, मप्र राजस्व निरीक्षक संघ
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