-नर्मदा घाटी के हजारों प्रभावित शामिल होंगे पार्टी में
-प्रशांत भूषण ने किया स्वागत
भोपाल।
लोकसभा चुनाव में नर्मदा बचाओ आंदोलन आम आदमी पार्टी (आप) को समर्थन देगा। आंदोलन से जुड़े कर्ताधरा एवं नर्मदा घाटी के हजारो प्रभावित पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। आंदोलन ने सोमवार को यह घोषणा की। इसका स्वागत पार्टी वरिष्ठ नेता प्रशांत भूषण ने किया है।
भूषण ने कहा, मप्र के इस बड़े संगठन के जुड़ने से पार्टी को इसका लाभ मिलेगा। जन संगठनों के शामिल होने से पार्टी को ताकत भी मिलेगी। उल्लेखनीय है कि नर्मदा घाटी में नर्मदा बचाओ आंदोलन बीते 3 दशकों से नर्मदा विस्थापितों के लिए लड़ाई लड़ रहा है। ओम्कारेश्वर, इंदिरा सागर, सरदार सरोवर, मेहश्वर, मान, अपर बेदा, जोबट, बरगी आदि बड़े बांधों के लाखों प्रभावितों की लड़ाई लड़ने के लिए जानी जाती रही है। आंदोलन के प्रमुख आलोक अग्रवाल ने बताया, हजारों विस्थापित पार्टी में शामिल हैं।
-सरकार ने किया दमन
श्री अग्रवाल ने कहा, लाखों विस्थापित बीते कई सालों से कांग्रेस और भाजपा शासकों को अपनी व्यथा बता चुके हैं। यह पार्टियों ने अत्यंत निष्ठुर, क्रूर और अवहेलनापूर्ण व्यवहार किया है। असंख्य गांवों को बिना मुआवजा और बिना पुनर्वास के बार-बार डुबोया गया है। बरसात के दिनों में लोगो को मकान तोड़ने के लिए मजबूर किया गया है और खदेड़ा गया। जब विस्थापित अपने अधिकारों के लिए धरने, प्रदर्शन, उपवास, जल सत्याग्रह किया तो सरकार ने उनकी आवाज का दमन किया। यहां आयोजित एक पत्रकार वार्ता में आंदोलन के वरिष्ठ कार्यकर्ता भगवानमुकाती, रामचंद्र पाटीदार, सुश्री सकुबाई, लक्ष्मी नारायण मीणा आदि शामिल हैं।
-प्रशांत भूषण ने किया स्वागत
भोपाल।
लोकसभा चुनाव में नर्मदा बचाओ आंदोलन आम आदमी पार्टी (आप) को समर्थन देगा। आंदोलन से जुड़े कर्ताधरा एवं नर्मदा घाटी के हजारो प्रभावित पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। आंदोलन ने सोमवार को यह घोषणा की। इसका स्वागत पार्टी वरिष्ठ नेता प्रशांत भूषण ने किया है।
भूषण ने कहा, मप्र के इस बड़े संगठन के जुड़ने से पार्टी को इसका लाभ मिलेगा। जन संगठनों के शामिल होने से पार्टी को ताकत भी मिलेगी। उल्लेखनीय है कि नर्मदा घाटी में नर्मदा बचाओ आंदोलन बीते 3 दशकों से नर्मदा विस्थापितों के लिए लड़ाई लड़ रहा है। ओम्कारेश्वर, इंदिरा सागर, सरदार सरोवर, मेहश्वर, मान, अपर बेदा, जोबट, बरगी आदि बड़े बांधों के लाखों प्रभावितों की लड़ाई लड़ने के लिए जानी जाती रही है। आंदोलन के प्रमुख आलोक अग्रवाल ने बताया, हजारों विस्थापित पार्टी में शामिल हैं।
-सरकार ने किया दमन
श्री अग्रवाल ने कहा, लाखों विस्थापित बीते कई सालों से कांग्रेस और भाजपा शासकों को अपनी व्यथा बता चुके हैं। यह पार्टियों ने अत्यंत निष्ठुर, क्रूर और अवहेलनापूर्ण व्यवहार किया है। असंख्य गांवों को बिना मुआवजा और बिना पुनर्वास के बार-बार डुबोया गया है। बरसात के दिनों में लोगो को मकान तोड़ने के लिए मजबूर किया गया है और खदेड़ा गया। जब विस्थापित अपने अधिकारों के लिए धरने, प्रदर्शन, उपवास, जल सत्याग्रह किया तो सरकार ने उनकी आवाज का दमन किया। यहां आयोजित एक पत्रकार वार्ता में आंदोलन के वरिष्ठ कार्यकर्ता भगवानमुकाती, रामचंद्र पाटीदार, सुश्री सकुबाई, लक्ष्मी नारायण मीणा आदि शामिल हैं।
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